CBSE Class 11 [कक्षा ११] Chemistry (रसायन विज्ञान) Syllabus - Free PDF Download
CBSE Syllabus 2025-26 Class 11 [कक्षा ११]: The CBSE Class 11 [कक्षा ११] Chemistry (रसायन विज्ञान) Syllabus for the examination year 2025-26 has been released by the Central Board of Secondary Education, CBSE. The board will hold the final examination at the end of the year following the annual assessment scheme, which has led to the release of the syllabus. The 2025-26 CBSE Class 11 [कक्षा ११] Chemistry (रसायन विज्ञान) Board Exam will entirely be based on the most recent syllabus. Therefore, students must thoroughly understand the new CBSE syllabus to prepare for their annual exam properly.
The detailed CBSE Class 11 [कक्षा ११] Chemistry (रसायन विज्ञान) Syllabus for 2025-26 is below.
CBSE Class 11 [कक्षा ११] Chemistry (रसायन विज्ञान) Revised Syllabus
CBSE Class 11 [कक्षा ११] Chemistry (रसायन विज्ञान) and their Unit wise marks distribution
CBSE Class 11 [कक्षा ११] Chemistry (रसायन विज्ञान) Course Structure 2025-26 With Marking Scheme
Advertisements
Advertisements
Advertisements
Syllabus
CBSE Class 11 [कक्षा ११] Chemistry (रसायन विज्ञान) Syllabus for Chapter 1: रसायन विज्ञान १
- रसायन विज्ञान की कुछ मूल अवधारणाएँ
- रसायन विज्ञान का विकास
- रसायन विज्ञान का महत्व
- द्रव्य की प्रकृति
- द्रव्य की अवस्थाएँ
- ठोस
- द्रव
- गैस
- द्रव्य का वर्गीकरण
- मिश्रण
- समांगी मिश्रण
- विषमांगी मिश्रण
- शुद्ध पदार्थ
- तत्त्व
- यौगिक
- द्रव्य की अवस्थाएँ
- द्रव्य के गुणधर्म और उनका मापन
- द्रव्य के भौतिक एवं रासायनिक गुण
- भौतिक गुणधर्म
- रंग
- गंध
- गलनांक
- क्वथनांक
- घनत्व
- रासायनिक गुणधर्म
- संघटन ज्वलनशीलता, अम्ल, क्षार के साथ अभिकियाशीलता
- द्रव्य के भौतिक गुणधर्मों का मापन
- मात्रकों की अंतर्राष्ट्रीय पद्धति (SI)
- SI आधार मात्रकों की परिभाषाएँ:-
- लंबाई का मात्रक
- द्रव्यमान का मात्रक
- समय का मात्रक
- विद्युत धारा का मात्रक
- ऊष्मागतिक ताप का मात्रक
- पदार्थ की मात्रा का मात्रक
- ज्योति-तीव्रता का मात्रक
- द्रव्य का द्रव्यमान और भार गुण
- द्रव्य का आयतन गुण
- द्रव्य का घनत्व गुण
- `"घनत्व" = "द्रव्यमान"/"आयतन"`
- `"घनत्व का SI मात्रक"="द्रव्यमान का SI मात्रक"/"आयतन का SI मात्रक"`
- द्रव्य का ताप गुण
- द्रव्य के भौतिक एवं रासायनिक गुण
- मापन में अनिश्चितता
- वैज्ञानिक संकेतन
- गुणा और भाग करना
- योग करना और घटाना
- सार्थक अंक
- सार्थक अंकों का जोड़ना और घटाना
- सार्थक अंकों को गुणा या भाग करना
- विमीय विश्लेषण
- वैज्ञानिक संकेतन
- रासायनिक संयोजन के नियम
- द्रव्यमान-संरक्षण का नियम (द्रव्य की अविनाशिता का नियम)
- स्थिर अनुपात का नियम (निश्चित अनुपात के नियम)
- गुणित अनुपात का नियम
- गै-लुसैक का गैसीय आयतनों का नियम
- आवोगाद्रो का नियम
- डाल्टन का परमाणु सिद्धांत
- परमाणु द्रव्यमान और आण्विक द्रव्यमान
- परमाणु द्रव्यमान
- औसत परमाणु द्रव्यमान
- आण्विक द्रव्यमान
- सूत्र-द्रव्यमान
- मोल-संकल्पना और मोलर द्रव्यमान
- प्रतिशत-संघटन
- मूलानुपाती सूत्र और आण्विक सूत्र
- स्टॉइकियोमीट्री और स्टॉइकियोमीट्रिक परिकलन
- सीमांत अभिकर्मक
- विलयनों में अभिक्रियाएँ
- द्रव्यमान-प्रतिशत
- मोल-अंश
- मोलरता
- मोललता
- परमाणु की संरचना
- अवपरमाण्विक कणों की खोज
- इलेक्ट्रॉन की खोज
- इलेक्ट्रॉन का आवेश द्रव्यमान का अनुपात
- इलेक्ट्रॉनों पर आवेश
- प्रोटॉन तथा न्यूट्रॉन की खोज
- परमाणु मॉडल
- परमाणु का थॉमसन मॉडल
- रदरफोर्ड का नाभिकीय परमाणु मॉडल
- परमाणु संख्या तथा द्रव्यमान संख्या
- समस्थानिक एवं समभारिक
- रदरफोर्ड मॉडल के दोष
- बोर के परमाणु मॉडल के विकास की पृष्ठभूमि
- विद्युत-चुंबकीय विकिरण की तरंग प्रकृति
- विद्युत-चुंबकीय विकिरण की कणीय प्रकृति - प्लांक का क्वांटम सिद्धांत
- प्रकाश-विद्युत प्रभाव
- विद्युत-चुंबकीय विकिरण का द्वैत व्यवहार
- क्वांटित इलेक्ट्रॉनिक ऊर्जा स्तरों के लिए प्रमाण - परमाण्विक स्पेक्ट्रा
- उत्सर्जन तथा अवशोषण स्पेक्ट्रा
- हाइड्रोजन का रेखीय स्पेक्ट्रम
- हाइड्रोजन परमाणु का बोर मॉडल
- बोर की पहली, दूसरी तथा तीसरी अभिधारणा
- परमाणु में इलेक्ट्रॉन की स्थिति - कक्षा बनाम ऑर्बिटल
- उर्जा स्तर
- फ़्रैंक - हर्ट्ज़ प्रयोग
- परमाणु के क्वांटम यांत्रिकीय मॉडल की ओर
- द्रव्य का द्वैत व्यवहार
- हाइज़ेनबर्ग का अनिश्चितता सिद्धांत
- अनिश्चितता सिद्धांत का महत्व
- बोर मॉडल की विफलता के कारण
- परमाणु का क्वांटम यांत्रिकीय मॉडल
- हाइड्रोजन परमाणु तथा श्रोडिंजर समीकरण
- परमाणु के क्वांटम यांत्रिकीय मॉडल के प्रमुख लक्षण
- कक्षक और क्वांटम संख्या
- परमाणु कक्षकों की आकृतियाँ
- कक्षकों की ऊर्जाएँ
- परमाणु में कक्षकों का भरा जाना
- ऑफबाऊ नियम
- पाउली अपवर्जन सिद्धांत
- हुंड का अधिकतम बहुकता का नियम
- परमाणुओं का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास
- पूर्णरूपेण पूरित एवं अर्धपूरित उप-कोशों की स्थायित्व
- अर्धपूरित तथा पूर्णपूरित उप-कोशों के स्थायित्व कारण
- तत्त्वों का वर्गीकरण एवं गुणधर्मों में आवर्तिता
- तत्त्वों का वर्गीकरण क्यों आवश्यक है?
- आवर्त सारणी की उत्पत्ति
- आधुनिक आवर्त-नियम तथा आवर्त सारणी का वर्तमान स्वरूप
- 100 से अधिक परमाणु-क्रमांक वाले तत्वों का नामकरण
- तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास तथा आवर्त-सारणी
- आवर्त में इलेक्ट्रॉनिक विन्यास
- वर्गवार इलेक्ट्रॉनिक विन्यास
- इलेक्ट्रॉनिक विन्यास और तत्वों के प्रकार (s, p, d, f ब्लॉक)
- s-ब्लॉक के तत्व
- p-ब्लॉक के तत्व
- d-ब्लॉक के तत्व (संक्रमण तत्व)
- f-ब्लॉक के तत्व (आंतरिक संक्रमण तत्व)
- धातु, अधातु और उपधातु
- तत्वों के गुणधर्मों में आवर्तिता - भौतिक गुणधर्म
- परमाणु त्रिज्या
- आयनी त्रिज्या
- आयनन एन्थैल्पी
- इलेक्ट्रॉन लब्धि एन्थैल्पी
- विद्युत ऋणात्मकता
- तत्वों के गुणधर्मों में आवर्तिता - रासायनिक गुणधर्म
- संयोजकता में आवर्तिता या ऑक्सीकरण अवस्थाएँ
- द्वितीय आवर्त के तत्वों के गुणधर्मों में असंगतता
- रासायनिक अभिक्रियाशीलता तथा आवर्तिता
- रासायनिक आबंधन तथा आण्विक संरचना
- रासायनिक आबंधन की कासेल-लुइस अवधारणा
- अष्टक् नियम (Octet Rule)
- सहसंयोजी आबंध
- सरल अणुओं का लुइस निरूपण (लुईस संरचाएँ)
- फॉर्मल आवेश
- अष्टक नियम की सीमाएँ
- केंद्रीय परमाणु का अपूर्ण अष्टक
- विषय इलेक्ट्रॉन (Odd-Electron) अणु
- प्रसारित (Expanded) अष्टक
- अष्टक नियम की कुछ अन्य कमियाँ
- आयनिक या वैद्युत् संयोजी आबंध
- जालक एन्थैल्पी (जालक ऊर्जा)
- आबंध प्राचल
- आबंध लंबाई
- आबंध-कोण
- आबंध एन्थैल्पी
- आबंध कोटि
- अनुनाद संरचनाएँ
- आबंध-ध्रुवणता
- संयोजकता कोश इलेक्ट्रॉन युग्म प्रतिकर्षण सिद्धांत
- उपसहसंयोजन यौगिकों में आंबधन
- संयोजकता आबंध सिद्धांत
- संकरण
- संकरण के महत्त्वपूर्ण लक्षण
- संकरण की मुख्य परिस्थितियाँ
- संकरण के प्रकार
- sp संकरण
- sp2 संकरण
- sp3 संकरण
- sp3, sp2 तथा sp संकरण के अन्य उदाहरण
- d-कक्षकों वाले तत्त्वों में संकरण
- आण्विक कक्षक सिद्धांत
- आण्विक कक्षकों का निर्माण - परमाणु-कक्षकों का रैखिक संयोग
- परमाणु कक्षकों के संयोग की शर्तें
- आण्विक कक्षकों के प्रकार
- आण्विक कक्षकों का ऊर्जा-स्तर आरेख
- इलेक्ट्रॉनी विन्यास तथा आण्विक व्यवहार
- समनाभिकीय द्विपरमाणुक अणुओं में आबंधन
- हाइड्रोजन अणु (H2)
- हीलियम अणु (He2)
- लीथियम अणु (Li2)
- कार्बन अणु (C2)
- ऑक्सीजन अणु (O2)
- हाइड्रोजन आबंधन
- हाइड्रोजन आबंध बनने का कारण
- हाइड्रोजन आबंधों के प्रकार
- अंतर-अणुक हाइड्रोजन आबंध
- अंतरा-अणुक हाइड्रोजन आबंध
- ऊष्मागतिकी का परिचय
- ऊष्मागतिकी के तकनीकी शब्द
- निकाय एवं परिवेश
- निकाय के प्रकार
- खुला निकाय (Open System)
- बंद निकाय (Closed System)
- विलगित निकाय (Isolated System)
- निकाय की अवस्था
- आंतरिक ऊर्जा : एक अवस्था-फलन
- कार्य
- ऊष्मा
- सामान्य स्थिति
- ऊष्मागतिकी के अनुप्रयोग
- कार्य
- दाब-आयतन कार्य
- आदर्श गैस का मुक्त एवं समतापीय प्रसरण
- एन्थैल्पी Enthalpy (H) - एक उपयोगी नया अवस्था-फलन
- एन्थैल्पी Enthalpy (H) - विस्तीर्ण एवं गहन गुण
- एन्थैल्पी Enthalpy (H) - ऊष्माधारिता
- एन्थैल्पी Enthalpy (H) - एक आदर्श गैस के लिए Cp एवं Cv में संबंध
- कार्य
- ∆U एवं ∆H का मापन - कैलोरीमिति
- ∆U का मापन
- ∆H का मापन
- अभिक्रिया के लिए एन्थैल्पी परिवर्तन, ∆rH अभिक्रिया एन्थैल्पी
- अभिक्रिया की मानक एन्थैल्पी
- प्रावस्था रूपांतरण में एन्थैल्पी-परिवर्तन
- मानक विरचन एन्थैल्पी
- ऊष्मरासायनिक समीकरण
- हेस का नियम
- विभिन्न प्रकार की अभिक्रियाओं के लिए एन्थैल्पी
- मानक दहन एन्थैल्पी ∆cHθ
- कणन एन्थैल्पी ∆aHθ
- आबंध एन्थैल्पी ∆bondHθ
- जालक एन्थैल्पी
- विलयन-एन्थैल्पी ∆So1Hθ
- तनुकरण की एन्थैल्पी
- स्वतःप्रवर्तिता
- क्या एन्थैल्पी का कम होना स्वतःप्रवर्तिता की कसौटी है?
- एन्ट्रॉपी एवं स्वतःप्रवर्तिता
- गिब्ज ऊर्जा एवं स्वतःप्रवर्तिता
- एन्ट्रॉपी और ऊष्मागतिकी का दूसरा नियम
- निरपेक्ष एन्ट्रॉपी और ऊष्मागतिकी का तीसरा नियम
- गिब्ज़ ऊर्जा-परिवर्तन एवं साम्यावस्था
- द्रव्य की अवस्थाओं का परिचय
- अंतरा-आण्विक बल
- प्रकीर्णन बल अथवा लंडन बल
- द्विध्रुव-द्विध्रुव बल
- द्विध्रुव-प्रेरित द्विध्रुव बल
- हाइड्रोजन आबंध
- ऊष्मीय ऊर्जा
- अंतरा-आण्विक बल बनाम ऊष्मीय अन्योन्य क्रिया
- गैसीय अवस्था
- गैस के नियम
- बॉयल का नियम (दाबा - आयतन संबंध)
- चार्ल्स का नियम (ताप - आयतन संबंध)
- गै-लुसैक नियम (दाब-ताप संबंध)
- आवोगाद्रो नियम (आयतन-मात्रा संबंध)
- आदर्श गैस समीकरण
- गैसीय पदार्थ का घनत्व एवं मोलर द्रव्यमान
- डाल्टन का आंशिक दाब का नियम
- गतिज ऊर्जा एवं अणुक गति
- गैसों का अणुगतिज सिद्धांत
- आदर्श व्यवहार से विचलन
- गैसों का द्रवीकरण
- द्रव अवस्था
- वाष्पदाब
- पृष्ठ तनाव
- श्यानता
- साम्यावस्था
- भौतिक प्रक्रमों में साम्यावस्था
- ठोस-द्रव साम्यावस्था
- द्रव-वाष्प साम्यावस्था
- ठोस-वाष्प साम्यावस्था
- द्रव में ठोस अथवा गैस की घुलनशीलतासंबंधी साम्य
- द्रवों में ठोस
- द्रवों में गैसें
- भौतिक प्रक्रमों में साम्यावस्था के सामान्य अभिलक्षण
- रासायनिक प्रक्रमों में साम्यावस्था - गतिक साम्य
- रासायनिक साम्यावस्था का नियम तथा साम्यावस्था स्थिरांक
- समांग साम्यावस्था
- गैसीय निकाय में साम्यावस्था स्थिरांक
- विषमांग साम्यावस्था
- साम्यावस्था स्थिरांक के अनुप्रयोग
- अभिक्रिया की सीमा का अनुमान लगाना
- अभिक्रिया की दिशा का बोध
- साम्य सांद्रताओं की गणना
- साम्यावस्था स्थिरांक K, अभिक्रिया भागफल Q तथा गिब्ज़ ऊर्जा G में संबंध
- साम्य को प्रभावित करने वाले कारक
- सांद्रता-परिवर्तन का प्रभाव
- दाब-परिवर्तन का प्रभाव
- अक्रिय गैस के योग का प्रभाव
- ताप-परिवर्तन का प्रभाव
- उत्प्रेरक का प्रभाव
- विलयन में आयनिक साम्यावस्था
- अम्ल, क्षारक एवं लवण
- अम्ल तथा क्षारक की आरेनियस धारणा
- ब्रन्स्टेद लोरी अम्ल एवं क्षारक
- लुइस अम्ल एवं क्षारक
- अम्लों एवं क्षारकों का आयनन
- जल का आयनन स्थिरांक एवं इसका आयनिक गुणनफल
- pH स्केल
- दुर्बल अम्लों के आयनन स्थिरांक
- दुर्बल क्षारकों का आयनन
- Ka तथा Kb में संबंध
- द्वि एवं बहु क्षारकी अम्ल तथा द्वि एवं बहु अम्लीय क्षारक
- अम्ल-सामर्थ्य को प्रभावित करनेवाले कारक
- अम्लों एवं क्षारकों के आयनन में सम आयन प्रभाव
- लवणों का जल-अपघटन एवं इनके विलयन का pH
- बफ़र-विलयन
- बफ़र विलयन बनाना
- अम्लीय-बफ़र बनाना
- अल्पविलेय लवणों की विलेयता साम्यावस्था
- विलेयता गुणनफल स्थिरांक
- आयनिक लवणों की विलेयता पर सम आयन प्रभाव
CBSE Class 11 [कक्षा ११] Chemistry (रसायन विज्ञान) Syllabus for Chapter 2: रसायन विज्ञान २
- अपचयोपचय अभिक्रियाएँ
- इलेक्ट्रॉन स्थानांतरण अभिक्रियाओं के रूप में अपचयोपचय अभिक्रियाएँ
- प्रतियोगी इलेक्ट्रॉन स्थानांतरण अभिक्रियाएँ
- ऑक्सीकरण-संख्या
- अपचयोपचय अभिक्रियाओं के प्रारूप
- योग अभिक्रियाएँ
- अपघटन अभिक्रियाएँ
- विस्थापन अभिक्रियाएँ
- धातु विस्थापन
- अधातु विस्थापन
- असमानुपातन अभिक्रियाएँ
- अपचयोपचय अभिक्रियाओं का संतुलन
- ऑक्सीकरण-संख्या विधि
- अर्ध्द-अभिक्रिया विधि
- अपचयोपचय अभिक्रियाओं पर आधारित अनुमापन
- ऑक्सीकरण अंकधारणा की सीमाएँ
- अपचयोपचय अभिक्रियाओं के प्रारूप
- अपचयोपचन अभिक्रियाएँ तथा इलेक्ट्रोड प्रक्रम
- कार्बनिक रसायन : कुछ आधारभूत सिद्धांत तथा तकनीकों की सामान्य प्रस्तावना
- कार्बन की चतुर्संयोजकता - कार्बनिक यौगिकों की आकृतियाँ
- कार्बनिक यौगिकों की आकृतियाँ
- π आबंधों के कुछ अभिलक्षण
- कार्बनिक यौगिक का संरचनात्मक निरूपण
- पूर्ण, संघनित तथा आबंध-रेखा संरचनात्मक सूत्र
- कार्बनिक यौगिकों का त्रिविमी सूत्र
- कार्बनिक यौगिकों का वर्गीकरण
- अचक्रीय अथवा विवृत श्रृंखला यौगिक
- चक्रीय या बंद श्रृंखला अथवा वलीय यौगिक
- ऐलिसाइक्लिक यौगिक
- ऐरोमैटिक यौगिक
- कार्यात्मक समूह या प्रकार्यात्मक समूह
- सजातीय श्रेणियाँ
- कार्बनिक यौगिकों की नामपद्धति
- आई.यू.पी.ए.सी. नामकरण
- ऐल्केनों की IUPAC नामपद्धति
- सीधी श्रृंखलायुक्त हाइड्रोकार्बन
- शाखित श्रृंखलायुक्त हाइड्रोकार्बन
- शाखित श्रृंखला ऐल्केनों का नामकरण
- क्रियात्मक समूह से युक्त कार्बनिक यौगिकों की नामपद्धति
- बेन्जीन व्युत्पन्नों की नामपद्धति
- समावयवता
- संरचनात्मक समावयवता
- श्रृंखला समावयवता
- स्थिति-समावयवता
- क्रियात्मक समूह समावयवता
- मध्यावयवता
- त्रिविम समावयवता
- कार्बनिक अभिक्रियाओं की क्रियाविधि में मूलभूत संकल्पनाएँ
- सहसंयोजक आबंध का विदलन
- विषमअपघटनी विदलन
- समापघटनी विदलन
- क्रियाधार एवं अभिकर्मक
- कार्बनिक अभिक्रियाओं में इलेक्ट्रॉन संचलन
- सहसंयोजी आबंधों में इलेक्ट्रॉन विस्थापन के प्रभाव
- प्रेरणिक प्रभाव
- अनुनाद संरचना
- अनुनाद प्रभाव
- धनात्मक अनुनाद-प्रभाव (+R प्रभाव)
- ऋणात्मक अनुनाद-प्रभाव (-R प्रभाव)
- इलेक्ट्रोमेरी प्रभाव (E प्रभाव)
- धनात्मक इलेक्ट्रोमेरी प्रभाव (+E प्रभाव)
- ऋणात्मक इलेक्ट्रोमेरी प्रभाव (-E प्रभाव)
- अतिसंयुग्मन
- कार्बनिक अभिक्रियाएँ और उनकी क्रियाविधियाँ
- प्रतिस्थापन अभिक्रियाएँ
- संकलन यानी योगज अभिक्रियाएँ
- विलोपन अभिक्रियाएँ
- पुनर्विन्यास अभिक्रियाएँ
- सहसंयोजक आबंध का विदलन
- कार्बनिक यौगिकों के शोधन की विधियाँ
- ऊर्ध्वपातन
- क्रिस्टलन
- आसवन
- प्रभाजी आसवन
- निम्न दाब पर आसवन
- भाप आसवन
- विभेदी निष्कर्षण
- वर्णलेखन (क्रोमेटोग्रैफी)
- अधिशोषण वर्णलेखन
- कॉलम वर्णलेखन
- पतली परत वर्णलेखन
- वितरण वर्णलेखन
- कार्बनिक यौगिकों का गुणात्मक विश्लेषण
- कार्बन तथा हाइड्रोजन की पहचान
- अन्य तत्त्वों की पहचान
- नाइट्रोजन का परीक्षण
- सल्फर का परीक्षण
- हैलोजनों का परीक्षण
- फ़ॉस्फोरस का परीक्षण
- कार्बनिक यौगिकों का मात्रात्मक विश्लेषण
- कार्बन तथा हाइड्रोजन
- नाइट्रोजन
- ड्यूमा विधि
- कैल्डॉल विधि
- हैलोजन
- कैरिअस विधि
- सल्फर
- फ़ॉस्फ़ोरस
- ऑक्सीजन
- हाइड्रोकार्बन का वर्गीकरण
- ऐल्केन
- नाम पद्धति तथा समावयवता
- ऐल्केन का विरचन
- असंतृप्त हाइड्रोकार्बनों से
- ऐल्किल हैलाइडों से
- कार्बोक्सिलिक अम्लों से
- ऐल्केन के भौतिक गुणधर्म
- ऐल्केन के रासायनिक गुणधर्म
- प्रतिस्थापन अभिक्रियाएं
- दहन
- नियंत्रित ऑक्सीकरण
- समावयवीकरण या समावयवन
- ऐरोमैटीकरण या ऐरोमैटन
- भाप के साथ अभिक्रिया
- ताप-अपघटन
- ऐल्केन का संरुपण
- सॉहार्स प्रक्षेप
- न्यूमैन प्रक्षेप
- एल्कीन
- द्विआबंध की संरचना
- एल्कीनों के नाम पद्धति
- एल्कीनों की समावयता
- संरचनात्मक समावयवता
- ज्यामितीय समावयवता
- एल्कीन का विरचन
- एल्काइनों से
- ऐल्किल हैलाइडों से
- सन्निध डाइहैलाइडों से
- ऐल्कोहालों के अम्लीय निर्जलन से
- एल्कीन के गुणधर्म
- भौतिक गुणधर्म
- रासायनिक गुणधर्म
- डाइहाइड्रोजन का संयोजन
- हैलोजन का संयोजन
- हाइड्रोजन हैलाइडों का संयोजन
- सल्फ्यूरिक अम्ल का संयोजन
- जल का संयोजन
- ऑक्सीकरण
- ओजोनी अपघटन
- बहुलकीकरण
- एल्काइन
- एल्काइन की नामपद्धति तथा समावयवता
- त्रि-आबंध की संरचना
- एल्काइन का विरचन
- कैल्सियम कार्बाइड से
- सन्निध डाइहैलाइडों से
- एल्काइन के गुणधर्म
- भौतिक गुणधर्म
- रासायनिक गुणधर्म
- एल्काइन का अम्लीय गुण
- योगज अभिक्रिया
- डाइहाइड्रोजन का संयोजन
- हैलोजनों का संयोजन
- हाइड्रोजन हैलाइडो का संयोजन
- जल का संयोजन
- बहुलकीकरण
- रैखिक बहुलकीकरण
- चक्रीय बहुलकीकरण
- ऐरोमैटिक हाइड्रोकार्बन
- ऐरोमैटिक हाइड्रोकार्बन की नामपद्धति तथा समावयवता
- बेन्जीन की संरचना
- ऐरोमैटिकता
- बेन्जीन का विरचन
- एथाइन के चक्रीय बहुलकीकरण से
- एरोमैटिक अम्लों के विकार्बोक्सिलीकरण से
- फिनॉल के अपचयन से
- ऐरोमैटिक हाइड्रोकार्बन के गुणधर्म
- भौतिक गुणधर्म
- रासायनिक गुणधर्म
- इलेक्ट्रॉनरागी प्रतिस्थापन अभिक्रियाएँ
- नाइट्रोकरण
- हैलोजनीकरण या हैलोजनन
- सल्फोनीकरण
- फ्रीडेल-क्राफ्ट ऐल्किलीकरण या ऐल्किलन
- फ्रीडेल-क्राफ्ट ऐसिलीकरण या ऐसीटिलन
- इलेक्ट्रानस्नेही (इलेक्ट्रॉनरागी) प्रतिस्थापन की क्रियाविधि
- इलेक्ट्रानस्नेही की उत्पत्ति
- कार्बधनायन का बनना
- मध्यवर्ती कार्बधनायन से प्रोटॉन का विलोपन
- योगज अभिक्रियाएं
- एकल प्रतिस्थापित बेन्जीन में क्रियात्मक समूह का निर्देशात्मक प्रभाव
- कैंसरजन्य गुण तथा विषाक्तता
- आवर्त सारणी में हाइड्रोजन का स्थान
- डाइहाइड्रोजन
- डाइहाइड्रोजन (H2)
- प्राप्ति
- हाइड्रोजन के समस्थानिक
- डाइहाइड्रोजन बनाने की विधियाँ
- डाइहाइड्रोजन बनाने की प्रयोगशाला विधि
- डाइहाइड्रोजन का व्यापारिक उत्पादन
- डाइहाइड्रोजन के गुण
- भौतिक गुण
- रासायनिक गुण
- हैलोजन के साथ अभिक्रिया
- डाइऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया
- डाइनाइट्रोजन के साथ अभिक्रिया
- धातु आयन तथा धातु ऑक्साइड के साथ अभिक्रिया
- कार्बनिक यौगिकों के साथ अभिक्रिया
- डाइहाइड्रोजन के अनुप्रयोग
- हाइड्राइड
- आयनिक या लवणीय हाइड्राइड
- सहसंयोजक या आण्विक हाइड्राइड
- धात्विक या अरसमीकरणमितीय (या अंतराकाशी) हाइड्राइड
- जल
- जल के भौतिक गुण
- जल की संरचना
- बर्फ की संरचना
- जल के रासायनिक गुण
- उभयधर्मी प्रकृति
- जल की अपोपचयन अभिक्रिया
- जल-अपघटन अभिक्रिया
- हाइड्रेट-विरचन
- कठोर एवं मृदु जल
- अस्थायी कठोरता
- स्थायी कठोरता
- हाइड्रोजन पेरॉक्साइड
- हाइड्रोजन पेरॉक्साइड (H2O2)
- हाइड्रोजन पेरॉक्साइड बनाने की विधियाँ
- भौतिक गुण
- हाइड्रोजन पेरॉक्साइड की संरचना
- रासायनिक गुण
- हाइड्रोजन पेरॉक्साइड का भंडारण
- हाइड्रोजन पेरॉक्साइड के उपयोग
- भारी जल
- भारी जल (D2O)
- डाइहाइड्रोजन ईंधन के रूप में
- s-ब्लॉक तत्त्व का परिचय
- वर्ग 1 के तत्त्व : क्षार-धातुएं
- इलेक्ट्रॉनिक विन्यास
- परमाणु तथा आयनी त्रिज्या
- आयनन एन्थैल्पी
- जलयोजन एन्थैल्पी
- भौतिक गुण
- रासायनिक गुण
- वायु के साथ अभिक्रियाशीलता
- जल के साथ अभिक्रियाशीलता
- डाइहाइड्रोजन से अभिक्रियाशीलता
- हैलोजन से अभिक्रियाशीलता
- अपचायक प्रकृति
- द्रव अमोनिया में विलयन
- उपयोग
- क्षार धातुओं के यौगिकों की सामान्य अभिलक्षण
- ऑक्साइड एवं हाइड्रॉक्साइड
- हैलाइड
- ऑक्सो-अम्लों के लवण
- लीथियम का असंगत व्यवहार
- लीथियम एवं अन्य क्षार धातुओं में असमानताओं के मुख्य बिंदु
- लीथियम एवं मैग्नीशियम में असमानताओं के बिंदु
- सोडियम के कुछ महत्त्वपूर्ण यौगिक
- सोडियम कार्बोनेट (धावन सोडा) Na2CO3.10H2O
- सोडियम क्लोराइड (NaCl)
- सोडियम हाइड्रॉक्साइड (कास्टिक सोडा), NaOH
- सोडियम हाइड्रोजन-कार्बोनेट (बेकिंग सोडा), NaHCO3
- सोडियम एवं पोटैशियम की जैव उपयोगिता
- वर्ग 2 के तत्व : क्षारीय मृदा धातुएं
- इलेक्ट्रॉनिक विन्यास
- परमाणु एवं आयनी त्रिज्या
- आयनन एन्थैल्पी
- जलयोजन एन्थैल्पी
- भौतिक गुण
- रासायनिक गुण
- वायु एवं जल के प्रति अभिक्रियाशीलता
- हैलोजन के प्रति अभिक्रियाशीलता
- हाइड्रोजन के प्रति अभिक्रियाशीलता
- अम्लों के प्रति अभिक्रियाशीलता
- अपचायक प्रकृति
- द्रव अमोनिया में विलयन
- उपयोग
- क्षारीय मृदा धातुओं के यौगिकों के सामान्य अभिलक्षण
- बेरिलियम का असंगत व्यवहार
- बेरिलियम एवं ऐलुमीनियम में विकर्ण संबंध
- कैल्सियन के कुछ महत्त्वपूर्ण यौगिक
- कैल्सियम ऑक्साइड या बुझा चूना, CaO
- कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड अर्थात् बुझा चूना, Ca(OH)2
- कैल्सियम कार्बोनेट, (CaCO3)
- कैल्सियम सल्फेट (प्लास्टर ऑफ पेरिस) CaSO4 .1/2 H2O
- मैग्नीशियम व कैल्सियम की जैव महत्ता
- p-ब्लॉक तत्त्व का परिचय
- समूह 13 तत्त्व - बोरॉन परिवार
- इलेक्ट्रॉनिक विन्यास
- परमाणु त्रिज्या
- आयनन एन्थैल्पी
- विद्युत् ऋणात्मकता
- भौतिक गुणधर्म
- रासायनिक गुण
- बोरॉन की प्रवृत्ति तथा असंगत व्यवहार
- बोरॉन के कुछ महत्त्वपूर्ण यौगिक
- बोरेक्स
- आर्थोबोरिक अम्ल
- डाइबोरेन, B2H6
- बोरॉन, एलुमीनियम तथा इनके यौगिक के उपयोग
- समूह 14 के तत्व : कार्बन परिवार
- इलेक्ट्रॉनिक विन्यास
- सहसंयोजक त्रिज्या
- आयनन एन्थैल्पी
- विद्युत् ऋणात्मकता
- भौतिक गुणधर्म
- रासायनिक गुणधर्म
- ऑक्सीकरण अवस्था तथा रासायनिक अभिक्रियाशीलता की प्रवृत्ति
- ऑक्सीजन के प्रति अभिक्रियाशीलता
- जल के प्रति क्रियाशीलता
- हैलोजन के प्रति अभिक्रियाशीलता
- कार्बन की महत्त्वपूर्ण प्रवृत्तियाँ एवं असामान्य व्यवहार
- कार्बन के अपररूप
- हीरा
- ग्रैफाइट
- फुलरीन्स
- कार्बन के उपयोग
- कार्बन तथा सिलिकन के प्रमुख यौगिक
- कार्बन के ऑक्साइड
- कार्बन मोनोऑक्साइड
- कार्बन डाइऑक्साइड
- सिलिकन डाइऑक्साइड (SiO2)
- सिलिकॉन
- सिलिकेट
- जीओलाइट
- पर्यावरण प्रदूषण
- जल प्रदूषण
- वायु प्रदूषण
- ध्वनि प्रदूषण
- वायुमंडलीय प्रदूषण
- क्षोभमंडलीय प्रदूषण - गैसीय वायुप्रदूषक
- सल्फर के ऑक्साइड
- नाइट्रोजन के ऑक्साइड
- हाइड्रोकार्बन
- कार्बन के ऑक्साइड
- कार्बन मोनोऑक्साइड
- कार्बन डाइऑक्साइड
- भूमंडलीय तापवृद्धि एवं हरितगृह प्रभाव
- अम्लवर्षा
- क्षोभमंडलीय प्रदूषण - कणिकीय प्रदूषक
- धूम-कोहरा
- प्रकाश रासायनिक धूम कोहरे का निर्माण
- प्रकाश रासायनिक धूम कोहरे के प्रभाव
- प्रकाश रासायनिक धूम कोहरे का नियंत्रण कैसे किया जा सकता है?
- समतापमंडलीय प्रदूषण
- ओजोन का विरचन एवं विघटन
- ओजोन छिद्र
- ओजोन परत के क्षय के प्रभाव
- क्षोभमंडलीय प्रदूषण - गैसीय वायुप्रदूषक
- जल-प्रदूषण
- जल-प्रदूषण के कारण
- रोगजनक
- कार्बनिक अपशिष्ट
- रासायनिक प्रदूषक
- जल के अंतरराष्ट्रीय मानक
- फ्लुओराइड
- लेड
- सल्फेट
- नाइट्रेट
- अन्य धातुएँ
- जल-प्रदूषण के कारण
- मृदा-प्रदूषण
- पीडकनाशी
- औद्योगिक अपशिष्ट
- पर्यावरण-प्रदूषण को नियंत्रित करने के उपाय
- अपशिष्ट का प्रबंधन - एकत्रण तथा निस्तारण
- हरित रसायन (ग्रीम केमिस्ट्री)
- परिचय
- दैनिक जीवन से हरित रसायन
- कपड़ों की निर्जल धुलाई में
- पेपर का विरंजन
- रसायनों का संश्लेषण
- गंदले जल को स्वच्छ करने के हरित उपाय