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प्रश्न
एक वर्णमात्री मानचित्र को तैयार करने के लिए अनुसरण करने वाले महत्वपूर्ण चरणों की सचित्र व्याख्या कीजिए।
दीर्घउत्तर
उत्तर
वर्णमात्री अथवा छाया विधि के द्वारा मानचित्र पर विभिन्न भौगोलिक तथ्यों की मात्रा/माप को रंगों की विभिन्न आभाओं अथवा छायाओं के द्वारा इस तरह प्रदर्शित किया जाता है कि अधिक मान के लिए गहरा तथा उसके बाद के मानों के लिए क्रमश हल्के रंग/छायाओं/आभाओं का प्रयोग किया जाता है। इसे अंग्रेजी में Choropleth कहा जाता है। वर्गामात्री मानचित्र तैयार करने के लिए विभिन्न चरणों का अनुसरण करते हैं
- एकत्रित आंकड़ों को आरोही अथवा अवरोही क्रम में व्यवस्थित करना।
- आंकड़ों को उनके पास (अधिकतम-न्यूनतम मान की गणना करके) के अनुसार पांच अथवा उपयुक्त श्रेणियों में वर्गीकृत करना।
- जिन प्रशासकीय इकाइयों के आंकड़े एकत्रित किए गए हैं उन्हें दर्शाने वाले क्षेत्रों का एक सुस्पष्ट मानचित्र । प्राप्त करना। उदाहरण–तालिका 3.10 भारत में साक्षरता दर 2001
भारत का सचरता दर
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आलेखों, आरेखों और मानचित्रों के चित्रांकन के सामान्य नियम
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अध्याय 3: आंकड़ों का आलेखी निरूपण - अभ्यास [पृष्ठ ५३]