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प्रश्न
गद्य खंड पर आधारित निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर लगभग 40 शब्दों में लिखिए:
कारागार के नाम से भी डरने वाली भक्तिन लाट साहब से लड़ने के लिए क्यों तैयार हो गई थी? 'भक्तिन' पाठ के संदर्भ में लिखिए।
लघु उत्तरीय
उत्तर
'भक्तिन', जो सामान्यतः कारागार के नाम से भी डरती थी, लाट साहब से लड़ने के लिए इसलिए तैयार हो गई क्योंकि वह अपनी मालकिन, महादेवी वर्मा, को किसी भी कीमत पर खोना नहीं चाहती थी। महादेवी जी से उसका आत्मीय लगाव था, और वह उनके बिना अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकती थी। जब लाट साहब ने महादेवी जी को अपने साथ ले जाने की बात कही, तो भक्तिन ने साहस दिखाते हुए उनके खिलाफ खड़े होने का निर्णय लिया। यह घटना भक्तिन की निडरता और अपने प्रति गहरे समर्पण को दर्शाती है। महादेवी जी के प्रति यह समर्पण ही उसे लाट साहब जैसे शक्तिशाली व्यक्ति से भिड़ने को प्रेरित करता है।
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