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प्रश्न
पूरक पाठ्य-पुस्तक पर आधारित निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए:
'माता का अँचल' पाठ में हमजोलियों के दल में मिलकर तारकेश्वरनाथ द्वारा किए गए किसी एक तमाशा का उल्लेख कीजिए। इनसे उन्हें किन जीवन-मूल्यों की शिक्षा मिलती हैं?
उत्तर
भोलानाथ और उसके साथी जो तमाशे खेलते थे, उनमें से एक खेती करना भी शामिल था। चबूतरे के कोने में घिरनी गाड़ी जाती और नीचे की गली को कुआँ मान लिया जाता। मूँज की रस्सी में चुक्कड़ बाँधकर उसे गराड़ी पर चढ़ाकर लटका दिया जाता। दो लड़के बैल बनकर पानी खींचते। चबूतरे को खेत मानकर कंकरों को बीज की तरह बोया जाता और मेहनत से खेत जोते जाते। बच्चे तैयार हुई काल्पनिक फसल को हाथों-हाथ काटकर बेचने का खेल खेलते। पिताजी भी उनके खेल में शामिल होते और पूछते, 'इस साल खेती कैसी रही?' यह सुनकर बच्चे हँसते हुए वहाँ से भाग जाते। ऐसे खेल खेलने से बच्चों में प्रकृति और खेतीबारी के प्रति रुचि बढ़ती थी। इसके साथ ही, वे पृथ्वी की उर्वरक प्रक्रिया को भी समझने और उससे परिचित होने लगते थे।