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प्रश्न
संरचना एवं रासायनिक अभिक्रियाओं के आधार पर बताइए कि इलेक्ट्रॉन न्यून हाइड्राइड के कौन-कौन से अभिलक्षण होते हैं?
उत्तर
(i) इलेक्ट्रॉन न्यून हाइड्रोइड (electron-deficient hydrides) के पास इतने इलेक्ट्रॉन नहीं होते कि वह सामान्य सहसंयोजक (covalent bond) बना सकें। इसलिए, इलेक्ट्रॉन की कमी को पूरी करने के लिये ये बहुलक अवस्था में पाये जाते हैं, जैसे- B2H6, B4H10, (AlH3)n इत्यादि।
(ii) इलेक्ट्रॉनों की कमी के कारण, इलेक्ट्रॉन न्यून हाइड्राइड लूइस अम्लों की तरह व्यवहार करते हैं और लूइस बेस के साथ जटिलों (complexes) को निर्माण करते हैं। जैसे-
\[\ce{\underset{{(a Lewis acid)}}{\underset{electron deficient hydride}{\underset{Diborane}{B2H6}}} + \underset{{(a Lewis base)}}{\underset{Ammonia}{2\overset{\bullet\bullet}{N}H3}} -> \underset{Diammoniate of diborane}{B2H6 2NH3}}\]
(iii) इलेक्ट्रॉनों की कमी के कारण, इलेक्ट्रॉन न्यून हाइड्राइड बहुत अधिक अभिक्रियाशील होते हैं। और अनेक धातुओं, अधातुओं और यौगिकों के साथ अभिक्रिया करते हैं। जैसे-
\[\ce{B2H6 + 6Cl2 -> 2BCl3 + 6HCl}\]
\[\ce{B2H6 + 3O2 -> B2O3 + 3H2O}\]
\[\ce{B2H6 + HCl ->[AlCl3] B2H5Cl + H2}\]
\[\ce{B2H6 + 2KOH + 2H2O -> 2KBO3 + 6H2}\]
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