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यहाँ कुछ गलत वक्तव्य दिए गए हैं। इसमें गलती पहचाने और दोबारा लिखें। (क) शहरों की बढ़ती संख्या, उनकी विशालता और सघन जनसंख्या तथा शहरी जीवन शैली ने जल - Social Science (सामाजिक विज्ञान)

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प्रश्न

यहाँ कुछ गलत वक्तव्य दिए गए हैं। इसमें गलती पहचाने और दोबारा लिखें।

(क) शहरों की बढ़ती संख्या, उनकी विशालता और सघन जनसंख्या तथा शहरी जीवन शैली ने जल संसाधनों के सही उपयोग में मदद की है।
(ख) नदियों पर बाँध बनाने और उनको नियंत्रित करने से उनका प्राकृतिक बहाव और तलछट बहाव
प्रभावित नहीं होता।
(ग) गुजरात में साबरमती बेसिन में सूखे के दौरान शहरी क्षेत्रों में अधिक जल आपूर्ति करने पर भी किसान नहीं भड़के।
(घ) आज राजस्थान में इंदिरा गांधी नहर से उपलब्ध पेयजल के बावजूद छत वर्षा जल संग्रहण लोकप्रिय हो रहा है।

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उत्तर

(ग) गुजरात के साबरमती बेसिन में सूखे के दौरान शहरी क्षेत्रों में अधिक जलापूर्ति करने पर किसान उपद्रव पर उतारू हो गए थे |

(घ) पश्चिमीं राजस्थान में छत वर्षा जल संग्रहण की रीति इंदिरा गाँधी नहर से उपलब्ध बारहमासी पेयजल के कारण कम होती जा रहीं हैं |

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जल दुर्लभता और जल संरक्षण एवं प्रबंधन की आवश्यकता
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अध्याय 3: जल संसाधन - अभ्यास [पृष्ठ ३५]

APPEARS IN

एनसीईआरटी Social Science - Contemporary India 2 [Hindi] Class 10
अध्याय 3 जल संसाधन
अभ्यास | Q 1. (iii) | पृष्ठ ३५
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