मराठी
महाराष्ट्र राज्य शिक्षण मंडळएचएससी कला (इंग्रजी माध्यम) इयत्ता ११ वी

अंतर स्पष्ट कीजिए - माया रस, राम रस - Hindi

Advertisements
Advertisements

प्रश्न

अंतर स्पष्ट कीजिए -

माया रस राम रस
   
फरक स्पष्ट करा

उत्तर

माया रस राम रस
मक्खन जैसा मन पत्थर जैसा होता है। पत्थर जैसा मन मक्खन जैसा होता है।
shaalaa.com
पद्य (Poetry) (11th Standard)
  या प्रश्नात किंवा उत्तरात काही त्रुटी आहे का?
पाठ 5.1: मध्ययुगीन काव्य - भक्ति महिमा - स्वाध्याय [पृष्ठ २१]

APPEARS IN

बालभारती Hindi - Yuvakbharati 11 Standard Maharashtra State Board
पाठ 5.1 मध्ययुगीन काव्य - भक्ति महिमा
स्वाध्याय | Q १. (अ) (१) | पृष्ठ २१

संबंधित प्रश्‍न

ममत्व का भाव प्रकट करने वाली कोई भी एक त्रिवेणी ढूँढ़कर उसका अर्थ लिखिए।


निम्न पंक्तियों में से प्रतीकात्मक पंक्ति छाँटकर उसके स्पष्ट कीजिए –
(1) चलते-चलते जो कभी गिर जाओ।
(2) रात की कोख ही से सुबह जन्म लेती है।
(3) अपनी आँखों में जब भी देखा है।


नौकरीपेशा अभिभावकों के बच्चों के पालन की समस्या पर प्रकाश डालिए।


आधुनिक जीवन शैली के कारण निर्मि त समस्याओं से जूझने की प्रेरणा इन त्रिवेणियों से मिल ती है, स्पष्ट कीजि ए ।


संकल्पना स्पष्ट कीजिए -

विषम श्रृंखलाएँ


आशय लिखिए :

‘‘ऊँची हुई मशाल हमारी......हमारा घर है।’’


आशय लिखिए :

‘‘युग बंदिनी हवाएँ... टूट रहीं प्रतिमाएँ।’’


‘देश की रक्षा-मेरा कर्तव्य’, इसपर अपना मत स्पष्ट कीजिए ।


‘देश के विकास में युवकों का योगदान’, इस विषय पर अपने विचार लिखिए।


‘संत दादू के मतानुसार ईश्वर सबमें है’, इस आशय को व्यक्त करने वाली पंक्तियाँ ढूँढ़कर उनका भावार्थ स्पष्ट कीजिए।


ईश्वर भक्ति तथा प्रेम के आधार पर साखी के प्रथम छह पदों का रसास्वादन कीजिए।


निम्नलिखित वाक्य शुद्ध करके फिर से लिखिए -

उसेतो मछुवे पर दया करना चाहिए था।


निम्नलिखित वाक्य शुद्ध करके फिर से लिखिए -

वह निर्भीक व्यक्ती देश में सुधार करता घूमता था।


लिखिए :

यशोदा अपने पुत्र को शांत करते हुए कहती है -


‘माँ ममता का सागर होती है’, इस उक्ति में निहित विचार अपनेशब्दों में लिखिए।


जानकारी दीजिए :

संत सूरदास की रचनाओं के प्रमुख विषय - ________________________


सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए :
घटनाक्रम के अनुसार लिखिए -

  1. मीठे पानी का सोता है।
  2. ममता के बादल कीं मँड़राती कोमलता-भीतर पिराती है।
  3. सभी वह तुम्हारे ही कारण के कार्यों का घेरा है, कार्यों का वैभव है।
  4. जितना भी उँड़ेलता हूँ, भर-भर फिर आता है।

जीवन में अत्यधिक मोह से अलग होने की आवश्यकता है,इस वाक्य में व्यक्त भाव प्रकट कीजिए।


नई कविता का भाव तथा भाषाई विशेषताओं के आधार पर रसास्वादन कीजिए।


अलंकार पहचानकर लिखिए :
कूलन में केलिन में, कछारन में, कुंजों में
क्यारियों में, कलि-कलीन में बगरो बसंत है।


निम्नलिखित अलंकारों से युक्त पंक्तियाँ लिखिए :
वक्रोक्ति -


उत्तर लिखिए:

‘मारीच’ से बना शब्द ____________


‘‘यह तो तब था, घास ही पत्थर
पत्थर में प्राण हमनेडाले।।’’
उपर्युक्त पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिए।


लिखिए:
गजलकार के अनुसार दोस्ती का अर्थ


गजल में प्रयुक्त विरोधाभास वाली दो पंक्तियाँ ढूँढ़कर उनका अर्थ लिखिए।


Share
Notifications

Englishहिंदीमराठी


      Forgot password?
Use app×