मराठी
महाराष्ट्र राज्य शिक्षण मंडळएस.एस.सी (हिंदी माध्यम) इयत्ता ९ वी

अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा १८०° देशांतर रेखाओं के संदर्भ में से ही क्यों विचार में ली जाती है? - Geography [भूगोल]

Advertisements
Advertisements

प्रश्न

अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा १८०° देशांतर रेखाओं के संदर्भ में से ही क्यों विचार में ली जाती है?

थोडक्यात उत्तर

उत्तर

  1. हमारा २४ घंटों का दिन मध्यरात्रि १२ बजे शुरू होता है।
  2. पृथ्वी की परिभ्रमण गति के कारण प्रत्येक स्थान पर मध्यरात्रि अलग-अलग समय पर होती है।
  3. पृथ्वी गोल होने के कारण प्रत्येक स्थान के पूर्व में कोई-न-कोई स्थान होता ही है।
  4. इसलिए, यह निर्धारित करना आवश्यक था कि पृथ्वी पर दिन की शुरुआत पूर्व में किस स्थान पर होती है?
  5. इसलिए, १८८४ में अमेरिका के वाशिंग्टन में अमेरिकन प्रोफेसर डेविडसन इनके नेतृत्व में विश्व के बहुत से देशों के प्रतिनिधियों ने साथ आकर अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा निर्धारित की है।
  6. यह रेखा ग्रीनविच के बिल्कुल विपरित दिशा में १८०° देशांतर रेखा के अनुसार खींची गई है।
  7. इसलिए, अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा १८०° देशांतर रेखाओं के संदर्भ में से ही विचार में ली जाती है।
shaalaa.com
अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा
  या प्रश्नात किंवा उत्तरात काही त्रुटी आहे का?
पाठ 7: अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा - स्वाध्याय [पृष्ठ ६२]

APPEARS IN

बालभारती Geography (Social Science) [Hindi] 9 Standard Maharashtra State Board
पाठ 7 अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा
स्वाध्याय | Q ४. (उ) | पृष्ठ ६२

संबंधित प्रश्‍न

वैश्विक संकेत के अनुसार पृथ्वी पर तारीख तथा वार में प्ररिवर्तन किस देशांतर रेखा पर होता है?


भौगोलिक कारण लिखिए:

आज के आधुनिक युग में अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा का महत्त्व है।


भौगोलिक कारण लिखिए:

पृथ्वी पर दिन प्रशांत महासागर में शुरू होता है।


अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा निश्चित करते समय किन बातों को ध्यान रखा गया है?


अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा पृथ्वी के किसी भी भूभाग से क्यों नहीं गई?


निम्नलिखित मार्ग से जाते समय अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा लाँघनी पड़ेगी। वह मानचित्र संग्रह के उपयोग से खोजिए तथा दिए गए मानचित्र में दर्शाइए।

मुंबई - लंदन - न्यूयॉर्क - लॉसएंजिलिस - टोकियो।


निम्नलिखित मार्ग से जाते समय अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा लाँघनी पड़ेगी। वह मानचित्र संग्रह के उपयोग से खोजिए तथा दिए गए मानचित्र में दर्शाइए।

दिल्‍ली - कोलकाता - सिंगापुर - मेलबर्न।


नीचे दी गई आकृति में अलग-अलग गोलार्थ में दो चौखटें दी गई हैं। दोनों चौखटों में से अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा जाती है। एक चौखट में देशांतर रेखा, वार और तिथि दी गई हैं, उसके अनुसार दूसरी चौखट के वार और तिथि पहचानिए।


निम्नलिखित मार्ग से जाते समय अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा लाँघनी पड़ेगी। वह मानचित्र संग्रह के उपयोग से खोजिए तथा दिए गए मानचित्र में दर्शाइए।

कोलकाता - हॉगकॉग - टोकियो - सैनफ्रैन्सिस्को।


निम्नलिखित मार्ग से जाते समय अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा लाँघनी पड़ेगी। वह मानचित्र संग्रह के उपयोग से खोजिए तथा दिए गए मानचित्र में दर्शाइए।

दिल्ली - लंदन - न्यूयॉर्क।


Share
Notifications

Englishहिंदीमराठी


      Forgot password?
Use app×