Advertisements
Advertisements
प्रश्न
काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए -
लौटा लो ...... लाज गँवाई।
टीपा लिहा
उत्तर
इस काव्यांश की विशेषता है कि इसमें देवसेना की निराशा से युक्त हतोत्साहित मनोस्थिति का पता चलता है। स्कंदगुप्त का प्रेम वेदना बनकर उसे प्रताड़ित कर रहा है। 'हा-हा' शब्द पुनरुक्ति प्रकाश अंलकार का उदाहरण हैं।
shaalaa.com
देवसेना का गीत
या प्रश्नात किंवा उत्तरात काही त्रुटी आहे का?
APPEARS IN
संबंधित प्रश्न
"मैंने भ्रमवश जीवन संचित, मधुकरियों की भीख लुटाई"‐ पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए।
कवि ने आशा को बावली क्यों कहा है?
"मैंने निज दुर्बल ..... होड़ लगाई" इन पंक्तियों में 'दुर्बल पद बल' और 'हारी होड़' में निहित व्यंजना स्पष्ट कीजिए।
काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए-
श्रमित स्वप्न की मधुमाया ........... तान उठाई।
देवसेना की हार या निराशा के क्या कारण हैं?