मराठी

साहित्यसंगीतकलाविहीन: साक्षात्पशु: पुच्छविषाणहीन:- भतृहरि के इस कथन पर कक्षा में चर्चा करें। - Hindi (Core)

Advertisements
Advertisements

प्रश्न

साहित्यसंगीतकलाविहीन: साक्षात्पशु: पुच्छविषाणहीन:- भतृहरि के इस कथन पर कक्षा में चर्चा करें।

थोडक्यात उत्तर

उत्तर

विद्यार्थी स्वयं भतृहरि के इस कथन पर कक्षा में सहपाठियों से चर्चा करें। 

shaalaa.com
भारतीय कलाएँ
  या प्रश्नात किंवा उत्तरात काही त्रुटी आहे का?
पाठ 4: भारतीय कलाएँ - अभ्यास [पृष्ठ ७०]

APPEARS IN

एनसीईआरटी Hindi - Vitan Class 11
पाठ 4 भारतीय कलाएँ
अभ्यास | Q 1. | पृष्ठ ७०
Share
Notifications

Englishहिंदीमराठी


      Forgot password?
Use app×