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प्रश्न
उन तथ्यों का उल्लेख कीजिए जो लेखक की इस मान्यता की पुष्टि करते हैं कि "सिंधु घाटी सभ्यता समृद्ध थी परंतु उसमें भव्यता का आडंबर नहीं था"।
उत्तर
सिंधु सभ्यता एक साधन-सम्पन्न सभ्यता थी, लेकिन इसमें राजसत्ता या धर्मसत्ता के स्पष्ट चिन्ह नहीं मिलते। वहाँ की नगर योजना, वास्तुकला, मुहरें, जल व्यवस्था, और साफ-सफाई जैसी विशेषताओं में एकरूपता पाई जाती है, जो उनके अनुशासन को दर्शाती है।
स्नानघर, पूजा स्थल और सामुदायिक भवन जैसे निर्माण कार्य मोहनजोदड़ो की सभ्यता को साधन-सम्पन्न और व्यवस्थित बनाते थे। यहाँ खेती, पशुपालन, व्यापार और उद्योग-धंधे प्रचलित थे।
हालाँकि, यहाँ भव्य राजप्रासाद, संत महात्माओं की समाधियाँ, या भव्य राजमुकुट और हथियार नहीं मिले हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि सिंधु सभ्यता में भव्यता का आडंबर नहीं था, बल्कि यह एक समृद्ध और सादगीपूर्ण सभ्यता थी।