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औपनिवेशिक काल के वन प्रबंधन में आए परिवर्तनों ने इन समूहों को कैसे प्रभावित किया: घुमंतू और चरवाहा समुदायों को - Social Science (सामाजिक विज्ञान)

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Question

औपनिवेशिक काल के वन प्रबंधन में आए परिवर्तनों ने इन समूहों को कैसे प्रभावित किया:

घुमंतू और चरवाहा समुदायों को

Short Note

Solution

उनके दैनिक जीवन पर नए वन कानूनों का बहुत बुरा प्रभाव पड़ा। वन प्रबंधन द्वारा लाए गए बदलावों के कारण नोमड एवं चरवाहा समुदाय के लोग वनों में पशु नहीं चरा सकते थे, कंदमूल व फल एकत्र नहीं कर सकते थे और शिकार तथा मछली नहीं पकड़ सकते थे। यह सब गैरकानूनी घोषित कर दिया गया था। इसके फलस्वरूप उन्हें लकड़ी चोरी करने को मजबूर होना पड़ता और यदि पकड़े जाते तो उन्हें वन रक्षकों को घूस देनी पड़ती। इनमें से कुछ समुदायों को अपराधी कबीले भी कहा जाता था।

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वनों का विनाश क्यों?
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Chapter 4: वन्य समाज एवं उपनिवेशवाद - प्रश्न [Page 96]

APPEARS IN

NCERT Social Science - India and the Contemporary World 1 [Hindi] Class 9
Chapter 4 वन्य समाज एवं उपनिवेशवाद
प्रश्न | Q 1. 2 | Page 96

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औपनिवेशिक काल के वन प्रबंधन में आए परिवर्तनों ने इन समूहों को कैसे प्रभावित किया:

  1. झूम खेती करने वालों को
  2. घुमंतू और चरवाहा समुदायों को
  3. लकड़ी और वन-उत्पादों का व्यापार करने वाली कंपनियों को
  4. बागान मालिकों को
  5. शिकार खेलने वाले राजाओं और अंग्रेज अफसरों को

औपनिवेशिक काल के वन प्रबंधन में आए परिवर्तनों ने इन समूहों को कैसे प्रभावित किया:

झूम खेती करने वालों को


औपनिवेशिक काल के वन प्रबंधन में आए परिवर्तनों ने इन समूहों को कैसे प्रभावित किया:

लकड़ी और वन-उत्पादों का व्यापार करने वाली कंपनियों को


औपनिवेशिक काल के वन प्रबंधन में आए परिवर्तनों ने इन समूहों को कैसे प्रभावित किया:

बागान मालिकों को


औपनिवेशिक काल के वन प्रबंधन में आए परिवर्तनों ने इन समूहों को कैसे प्रभावित किया:

शिकार खेलने वाले राजाओं और अंग्रेज अफसरों को


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