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Question
गैसों के अधिकतम विनिमय के लिए कूपिकाएँ किस प्रकार अभिकल्पित हैं?
Solution
कूपिकाएँ अपने गुब्बारेनुमा आकार के कारण वायु के आदान-प्रदान को सरल बनाती है और सतही क्षेत्रफल की वृद्धि करती है। वायु भरने पर ये कूपिकाए फ़ैल जाती है तथा फुफ्फुस में परिवर्तित हो जाती है।
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- कूपिकाओं के भीतर, गैसों का विनिमय होता है अर्थात् कूपिकाओं की वायु की ऑक्सीजन विसरित होकर रुधिर में पहुँच जाती है और रुधिर की कार्बन डाइऑक्साइड विसरित होकर कूपिकाओं की वायु में चली जाती है।
- हीमोग्लोबिन में ऑक्सीजन की अपेक्षा कार्बन डाइऑक्साइड के प्रति अधिक बंधुता होती है।
- कूपिकाओं के कारण गैसों के विनिमय के लिए अधिक सतही क्षेत्रफल उपलब्ध हो जाता है।
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