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राउल्ट के नियम से धनात्मक एवं ऋणात्मक विचलन का क्या अर्थ है तथा मिश्रणHΔमिश्रणH के चिह्न का इन विचलनों से कैसे संबंधित है? - Chemistry (रसायन विज्ञान)

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Question

राउल्ट के नियम से धनात्मक एवं ऋणात्मक विचलन का क्या अर्थ है तथा Δमिश्रणH के चिह्न का इन विचलनों से कैसे संबंधित है?

Long Answer

Solution

राउल्ट के नियम के अनुसार, किसी विलयन के प्रत्येक वाष्पशील अवयव का आंशिक वाष्प दाब इसके मोल-अंश के समानुपाती होता है। ऐसे विलयन जो सभी सांद्रताओं पर राउल्ट के नियम का पालन करते हैं, आदर्श विलयन कहलाते हैं। जब कोई विलयन सभी सांद्रताओं पर राउल्ट के नियम का पालन नहीं करता तो वह अनादर्श विलयन कहलाता है। इस प्रकार के विलयनों का वाष्पदाब राउल्ट के नियम द्वारा प्रागुक्त किए गए वाष्प दाब से या तो अधिक होता है या कम होता है। यदि यह अधिक होता है तो यह विलयन राउल्ट नियम से धनात्मक विचलन प्रदर्शित करता है और यदि यह कम होता है तो यह ऋणात्मक विचलन प्रदर्शित करता है।


राउल्ट के नियम से धनात्मक विचलन दर्शाने वाले द्विघटकीय निकाय का वाष्प दाब


राउल्ट के नियम से ऋणात्मक विचलन दर्शाने वाले द्विघटकीय निकाय का वाष्प दाब

आदर्श विलयन के मामले में, मिश्रण बनाने के लिए शुद्ध अवयवों को मिश्रित करने पर मिश्रण बनाने का ऐंथैल्पी परिवर्तन शून्य होता है।

Δमिश्रणH = 0

धनात्मक विचलन दर्शाने वाले विलयनों में ऊष्मा का अवशोषण होता है।

Δमिश्रणH = धनात्मक 

ऋणात्मक विचलन दर्शाने वाले विलयनों के मामले में ऊष्मा का उत्सर्जन होता है।

Δमिश्रणH = ऋणात्मक

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आदर्श एंव अनादर्श विलयन
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Chapter 2: विलयन - अभ्यास [Page 61]

APPEARS IN

NCERT Chemistry [Hindi] Class 12
Chapter 2 विलयन
अभ्यास | Q 2.14 | Page 61

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Pऐसीटोन/mm Hg 0 54.9 110.1 202.4 322.7 405.9 454.1 521.1
Pक्लोरोफॉर्म/mm Hg 632.8 548.1 469.4 359.7 257.7 193.6 161.2 120.7

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