Advertisements
Advertisements
Question
उदाहरण के अनुसार विलोम शब्द बनाइए −
उदाहरण : अनुकूल − प्रतिकूल
नियमित − |
____________ |
आरोही − |
____________ |
सुंदर − |
____________ |
विख्यात − |
____________ |
निश्चित − |
____________ |
Solution
नियमित − |
अनियमित |
आरोही − |
अवरोही |
सुंदर − |
असुंदर |
विख्यात − |
अविख्यात |
निश्चित − |
अनिश्चित |
APPEARS IN
RELATED QUESTIONS
बड़े भाई द्वारा बुलाए जाने की बात सुनकर लेखक की क्या दशा हुई और क्यों?
लेखक ने किस तरह अत्यंत सूझ-बूझ से अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह किया? ‘स्मृति’ पाठ के आलोक में स्पष्ट कीजिए। इससे आपको क्या सीख मिलती है?
'उनाकोटी' का अर्थ स्पष्ट करते हुए बतलाएँ कि यह स्थान इस नाम से क्यों प्रसिद्ध है?
त्रिपुरा के घरेलू उद्योगों पर प्रकाश डालते हुए अपनी जानकारी के कुछ अन्य घरेलू उद्योगों के विषय में बताइए?
‘मेरा छोटा-सा निजी पुस्तकालय’ पाठ से आज के विद्यार्थियों को क्या प्रेरणा लेनी चाहिए?
खरबूजे बेचने आई महिला फफक-फफक कर क्यों रोए जा रही थी?
बुढ़िया के दुख से दुखी लेखक को किसकी याद आई?
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए −
लेखिका को सागरमाथा नाम क्यों अच्छा लगा?
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए −
लेखिका ने शेरपा कुली को अपना परिचय किस तरह दिया?
पर्वतारोहण से संबंधित दस चीज़ों के नाम लिखिए।
भारत के मानचित्र पर निम्न स्थानों को दर्शाएँ-अहमदाबाद, जलियाँवाला बाग (अमृतसर), कालापानी (अंडमान), दिल्ली, शिमला, बिहार, उत्तर प्रदेश।
लेखक ने महादेव के स्वभाव की तुलना किससे की है और क्यों?
लेखिका अंगदोरजी के साथ एवरेस्ट अभियान पर आगे क्यों चल पड़ी?
अंगदोरजी क्या सुनकर आनंदित हुए? उन्होंने लेखिका को क्या बताया?
‘तुम कब जाओगे, अतिथि’ पाठ की प्रासंगिकता आधुनिक संदर्भ में स्पष्ट कीजिए।
निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए −
हमारे पास ऐसी न जाने कितनी ही चीज़ें बिखरी पड़ी हैं, जो अपने पात्र की तलाश में हैं।
रेखांकित शब्द के विलोम शब्द का प्रयोग करते हुए रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए −
आज बाज़ार में देशी और ______ दोनों प्रकार के खिलौने उपलब्ध हैं।
भारत के प्रमुख वैज्ञानिकों की सूची उनके कार्यों/योगदानों के साथ बनाइए।
भारत के मानचित्र में तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली और कलकत्ता कोलकाता की स्थिति दर्शाएँ।
निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए −
यहाँ है बुद्धि पर परदा डालकर पहले ईश्वर और आत्मा का स्थान अपने लिए लेना, और फिर धर्म, ईमान, ईश्वर और आत्मा के नाम पर अपनी स्वार्थ-सिद्धि के लिए लोगों को लड़ाना-भिड़ाना।