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Question
वनस्पतियों का वर्गीकरण करते समय कौन-से मुद्दों का विचार किया जाता है? उन्हें कारणसहित स्पष्ट कीजिए।
Answer in Brief
Solution
वनस्पतियों का वर्गीकरण करते समय निम्नलिखित विशेषताएँ ध्यान में रखी जाती हैं:
- वनस्पतियों के दो प्रकार के होते हैं। अगर किसी वनस्पति में फूल, फल और बीज नहीं होते हैं, तो उसे अबीजपत्री वनस्पति कहा जाता है। अगर किसी वनस्पति में फूल, फल और बीज होते हैं, तो वह बीजपत्री वनस्पति होती है।
- वनस्पतियों के अंगों की जूची जाती है, कि क्या वह अंग हैं या नहीं। अगर अंग नहीं होते हैं, परंतु पत्तियों की तरह अंग होते हैं, तो वनस्पति को थैलोफाइटा वर्ग में रखा जाता है।
- यह देखने में आया है कि क्या वनस्पतियों में पानी और भोजन के लिए स्वतंत्र संवहनी अंग होते हैं या नहीं। अगर स्वतंत्र संवहनी अंग नहीं होते हैं, परंतु पत्तियों के तरह अंग होते हैं, तो वनस्पतियों को ब्रायोफाइटा वर्ग में समाहित किया जाता है। अगर वनस्पतियों में संवहन संवहनी अंग होते हैं, तो उन्हें टेरिडोफाइटा वर्ग में शामिल किया जाता है।
- वनस्पतियों में बीज धारण करने की क्षमता के आधार पर उन्हें अबीजपत्री वनस्पति या बीजपत्री वनस्पति के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।
- बीजों के अंगों के आधार पर बीजपत्री वनस्पतियों को दो वर्गों में बाँटा जाता है, एकही बीजपत्र वाले और दो बीजपत्र वाले।
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वनस्पतियों के वर्गीकरण का आधार
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