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यह माना जाता है कि पृथ्वी का चुम्बकीय क्षेत्र लगभग एक चुम्बकीय द्विध्रुव के क्षेत्र जैसा है। जो पृथ्वी के केन्द्र पर रखा है और जिसका द्विध्रुव आघूर्ण 8 x 1022 JT-1 है। कोई ढंग सुझाइए - Physics (भौतिक विज्ञान)

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Question

यह माना जाता है कि पृथ्वी का चुम्बकीय क्षेत्र लगभग एक चुम्बकीय द्विध्रुव के क्षेत्र जैसा है। जो पृथ्वी के केन्द्र पर रखा है और जिसका द्विध्रुव आघूर्ण 8 x 1022 JT-1 है। कोई ढंग सुझाइए जिससे इस संख्या के परिमाण की कोटि जाँची जा सके।

Answer in Brief

Solution

यदि हम मान लें कि पृथ्वी के केन्द्र पर M चुम्बकीय-आघूर्ण का चुम्बकीय द्विध्रुव रखा है तो पृथ्वी के चुम्बकीय निरक्ष पर स्थित बिन्दुओं की इस द्विध्रुव के केन्द्र से दूरी पृथ्वी की त्रिज्या के बराबर होगी।

निरक्ष पर चुम्बकीय क्षेत्र

B = `mu_0/(4pi)*"M"/"r"^3`

`therefore "M" = (4pi"Br"^3)/mu_0`

प्रयोगों द्वारा पृथ्वी के चुम्बकीय निरक्ष पर B = 0.4 G = 0.4 × 10-4 T

तथा r = RE = 6.4 × 10m

`thereofre "M" = (4pi xx 0.4 xx 10^-4 xx (6.4 xx 10^6)^3)/(4pi xx 10^-7)`

`= 10.5 xx 10^22`A.m2

स्पष्ट है कि पृथ्वी के चुम्बकीय द्विध्रुव आघूर्ण का यह मान 8 x 1022 JT-1 के अत्यन्त निकट है। इस प्रकार पृथ्वी के चुम्बकीय द्विध्रुव आघूर्ण के परिमाण की कोटि की जाँच की जा सकती है।

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भू-चुंबकत्व
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Chapter 5: चुंबकत्व एवं द्रव्य - अभ्यास [Page 200]

APPEARS IN

NCERT Physics [Hindi] Class 12
Chapter 5 चुंबकत्व एवं द्रव्य
अभ्यास | Q 5.1 - (e) | Page 200

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