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Academic Year: 2022-2023
Date & Time: 17th March 2023, 10:30 am
Duration: 3h
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सामान्य निर्देश :
निम्नलिखित निर्देशों को बहुत सावधानी से पढ़िए और उनका अनुपालन कीजिए।
- इस प्रश्न-पत्र में कुल 17 प्रश्न हैं। सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- इस प्रश्न-पत्र में दो खंड हैं - खंड 'अ' और खंड 'ब' । खंड 'अ' में बहुविकल्पीय/वस्तुपरक और खड 'ब' मे वर्णनात्मक प्रश्न दिए गए हैं।
- खंड 'अ' में कुल 10 प्रश्न हैं, जिनमें उपप्रश्नों की संख्या 49 है। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए 40 उपप्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
- खंड 'ब' में कुल 7 प्रश्न हैं। सभी प्रश्नों के साथ उनके विकल्प भी दिए गए हैं। निर्देशानुसार विकल्प का ध्यान रखते हुए सभी प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
- प्रश्नों के उत्तर दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए लिखिए।
- यथासंभव सभी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखिए।
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए -
कोलकाता भी दूसरे बड़े शहरों की तरह एक बड़ी नदी के किनारे बसा है। गंगा से निकली एक धारा ही है हुगली नदी। लेकिन दूसरे कई नगरों की तरह कोलकाता में नदी का बहाव एकतरफा नहीं है। हुगली ज्वारी नदी है और बंगाल की खाड़ी से उसका मुहाना 140 किलोमीटर की दूरी पर ही है। हर रोज़ ज्वार के समय समुद्र नदी के पानी को वापस कोलकाता तक ठेलता है। ज्वार और भाटे के बीच जल स्तर एक ही दिन में कई फुट ऊपर-नीचे हो जाता है। शहर के पश्चिम में बहने वाली हुगली नदी में कोलकाता अपना मैला पानी बहाकर उसे भुला नहीं सकता। नीचे बह जाने की बजाए क्या पता ज्वार के पानी के साथ अपशिष्ट पदार्थ वापस शहर लौट आएँ? शहर के कुल मैले पानी का एक छोटा-सा हिस्सा ही हुगली में बहाया जाता है, वह भी चोरी-छिपे। इसका परिणाम यह है कि कोलकाता में हुगली अधिक दूषित नहीं है। लेकिन हर बड़े शहर को अपना मैला पानी फेंकने के लिए एक नदी चाहिए। तो फिर कोलकाता का मैला कहाँ जाता है? हुगली से उल्टी दिशा में, शहर के पूरब में बहने वाली एक छोटी-सी नदी कुल्टीगंग में। पर नदी तक पहुँचने के पहले इस मैले पानी के बड़े हिस्से का उपचार होता है। कुल्टीगंग में गिरने वाला मैला पानी उतना दूषित नहीं होता है जितना वह शहर से निकलते समय होता है। यहाँ मैले पानी की सफाई का तरीका भी दूसरे शहरों से निराला है। कोई 30,000 एकड़ में फैले तालाब और खेत कोलकाता के कुल मैले पानी का दो-तिहाई हिस्सा साफ करते हैं। यही नहीं, इससे कई हज़ार लोगों को रोज़गार मिलता है मैले पानी से मछलियाँ, सब्जियाँ और धान उगाकर। इसका एक कारण है यहाँ का अनूठा भूगोल, जो बना है गंगा के मुहाने पर होने वाले मिट्टी और पानी के प्राकृतिक खेल से। पता नहीं कब से गंगा की बड़ी धार यहाँ से बहकर बंगाल की खाड़ी में विसर्जित होती थी। पर यह संगम केवल गंगा और बंगाल की खाड़ी भर का नहीं रहा है। छोटी-बड़ी कई नदियों की कई धाराएँ हिमालय की मिट्टी गाद या साद के रूप में लाकर यहाँ जमा करती रही हैं। कह सकते हैं कि यहाँ हिमालय और समुद्र मिलते हैं। |
- कोलकाता में बहने वाली किन-किन नदियों का उल्लेख अनुच्छेद में हुआ है?
- गंगा, कुल्टीगंग, यमुना
- गंगा, हुगली, उल्टीगंगा
- गंगा, यमुना, हुगली
- हुगली, गंगा, कुल्टीगंग
- गद्यांश आधारित निम्नलिखित कथनों को पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए -
कथन
(क) हुगली नदी में जल-स्तर ज्वार और भाटे के अनुरूप ऊपर-नीचे होता रहता है।
(ख) कुल्टीगंग कोलकाता के पूरब में बहती है।
(ग) कोलकाता की अधिकतर नदियाँ उल्टी दिशा की ओर बहती हैं।
विकल्प- कथन (क) सही है।
- कथन (क) और (ख) सही हैं।
- कथन (ख) और (ग) सही हैं।
- कथन (ग) और (क) सही हैं।
-
कुल्टीगंग में गिरने वाला कोलकाता का मैला पानी उतना दूषित क्यों नहीं होता?
- क्योंकि वह पहले हुगली नदी में जाता है।
- कोलकाता के लोग पानी मैला नहीं करते।
- नदी में गिरने से पूर्व खेतों और तालाबों से उपचारित होता है।
- क्योंकि कुल्टीगंग स्वयं ही गंदगी को उपचारित कर लेती है।
-
निम्नलिखित कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए -
कथन (A): कोलकाता के बंगाल में बंगाल की खाड़ी में हिमालय और समुद्र मिलते हैं।
कारण (R): यहाँ गंगा और अन्य नदियाँ मिट्टी गाद या साद इकट्ठा करती हैं।- कथन (A) गलत है पर कारण (R) सही है।
- कथन (A) सही है पर कारण (R) गलत है।
- कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं।
- कथन (A) और कारण (R) दोनों गलत हैं।
-
कोलकाता हुगली नदी में अपना मैला पानी क्यों नहीं बहा सकता?
- शहर में हुगली को पवित्र मानकर उसकी पूजा की जाती है।
- हुगली एक छोटी नदी है, मैला पानी बहाने लायक नहीं है।
- हुगली में समुद्र पानी वापस भेजता है, अपशिष्ट लौट सकता है।
- हुगली पश्चिम में बहती है, अपशिष्ट उस ओर लाना कठिन है।
Chapter: [0.05] अपठित विभाग
निम्नलिखित पद्यांश में से बहुविकल्पीय प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए -
सूरज के ताप में कहीं कोई कमी नहीं दरअसल पानी से होकर देखो |
-
'दुनिया में करुणा की कमी पड़ गई है' - पंक्ति का आशय है -
- वातावरण में शीतलता नहीं है।
- जल की निर्मलता समाप्त हो गई है।
- लोगों में संवेदना समाप्त हो गई है।
- लोगों में क्रूरता बढ़ गई है।
- 'करुणा कि बर्फ पिघल नहीं रही' - पंक्ति में 'बर्फ़ पिघल नहीं रही' का क्या अभिप्राय है?
- लोग स्वार्थ में आत्मकेन्द्रित हो गए हैं।
- लोग दूसरों के दुःखों से द्रवीभूत नहीं हो रहे हैं।
- लोगों के हदय की पवित्रता समाप्त हो गई है।
- लोग एक-दूसरे से सहमत नहीं हो रहे हैं।
- 'दूसरों के दुःख-दर्द के प्रति सहानुभूति दिखाने वाले लोग नहीं हैं' - इस भाव को व्यक्त करने वाली पंक्ति है -
- कहीं पानी का कोई ऐसा पारदर्शी टुकड़ा नहीं।
- सूरज के ताप में कहीं कोई कमी नहीं।
- लेकिन हवा और पानी में ज़रूर कुछ ऐसा हुआ है।
- वरना कोरी आँखों से कौन कितना देख पाता है।
- 'सूरज के ताप में कहीं कोई कमी नहीं, न चंद्रमा की ठंडक में' - पंक्ति के माध्यम से कवि कहना चाहते हैं -
- सूर्य की ऊर्जा में गर्मी की कमी नहीं है।
- चंद्रमा की चाँदनी में कोई कमी नहीं है।
- सूर्य और चंद्रमा के दैनिक क्रिया-कलापों में कोई परिवर्तन नहीं है?
- प्राकृतिक उपादानों में सहज करुणा की भावना है।
- इस समय समस्त विश्व को आवश्यकता है -
- स्वच्छ हवा
- स्वच्छ पानी
- परोपकार
- करुणा
Chapter: [0.05] अपठित विभाग
निम्नलिखित पद्यांश में से बहुविकल्पीय प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए -
दरवाज़े से बाहर जाने से पहले झुकता हूँ |
- किस तरह झुकना जीवन के सामान्य कार्य व्यवहार का हिस्सा नहीं है?
- जूते के फीते बाँधने के लिए झुकना।
- खाने का कौर उठाने के लिए झुकना।
- ताकतवर के सामने सिर का झुकाना।
- किसी गिरी वस्तु को उठाने के लिए झुकना।
- 'चापलूस की आत्मा' के झुकने से आप क्या समझते हैं?
- किसी अधिकार सम्पन्न की खुशामद करने वाला व्यक्ति और उसकी आदतें।
- अपने लाभ के लिए खुशामद करने वाले द्वारा आत्म-सम्मान को छोड़ दिया जाना।
- एक सत्ता सम्पन्न व्यक्ति द्वारा मज़बूर व्यक्तियों का लाभ उठाना।
- खुशामद पसंद व्यक्ति और उसके अनुयायियों का समूचा कार्य व्यवहार।
- शब्दों को पढ़ने के लिए आँखों के झुकने में किस प्रकार का भाव है?
- विनम्रता
- लज्जा
- अपमान
- आत्मालोचन
- "ताकत और अधीनता की भाषा से बाहर भी होते हैं शब्दों और क्रियाओं के कई अर्थ" पद्यांश के इस कथन का क्या आशय है? निम्नलिखित कथनों को पढ़कर उचित विकल्प का चयन कीजिए -
(क) शब्दों और क्रियाओं के अर्थ समाज की सत्ता-संरचना द्वारा ही तय होते हैं।
(ख) शब्दों और क्रियाओं को बरतना मनुष्य की चेतना के अधीन है।(ग) हम चाहें तो कोई भी हमें वैसा करने को बाध्य नहीं कर सकता जिससे लज्जित एवं अपमानित होना पड़े।- सिर्फ (क)
- सिर्फ (ख)
- (क) और (ग)
- (ख) और (ग)
- इस कविता में प्रयुक्त 'अर्थ' एवं 'अभिप्राय' का तात्पर्य क्या है?
- अर्थ - मतलब; अभिप्राय - नीयत
- अर्थ - नीयत; अभिप्राय - मतलब
- अर्थ - आशय; अभिप्राय - लक्ष्य
- अर्थ - तात्पर्य; अभिप्राय - मंसूबा
Chapter: [0.05] अपठित विभाग
'बोलचाल की जो भाषा है वही कविता को प्रभावशाली बनाती है' - प्रस्तुत वाक्य को सरल वाक्य में रूपांतरित करने पर होगा -
कविता में बोलचाल की भाषा है और वह उसे प्रभावशाली बनाती है।
बोलचाल की भाषा कविता को प्रभावशाली बनाती है।
उस कविता में जो प्रभाव है, वह बोलचाल की भाषा का परिणाम है।
जब बोलचाल की भाषा का प्रयोग करेंगे तो कोई भी कविता प्रभावशाली बन सकती है।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
'परशुराम के आने पर सब डर गए।' - वाक्य का संयुक्त वाक्य बनेगा -
परशुराम आए और सब डर गए।
परशुराम आकर सबको डरा दिए।
परशुराम से सब डरते थे इसलिए आने पर भी डर गए।
क्योंकि परशुराम आए इसलिए सब डर गए।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
'पिताजी थककर सोए हैं' - इसका मिश्र वाक्य बनेगा -
पिताजी थक गए हैं इसलिए सोए हैं।
पिताजी सोए हैं और थके हुए हैं।
क्योंकि पिताजी थक गए हैं इसलिए सोए हैं।
पिताजी थकने पर सो गए हैं।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
निम्नलिखित वाक्यों में सरल वाक्य पहचानकर नीचे दिए गए सबसे सही विकल्प को चुनकर लिखिए -
(क) रास्ते और भी सँंकरे होते जा रहे थे।
(ख) हवा बह रही थी और पेड़-पौधे झूम रहे थे।
(ग) सिक्किमी नवयुवक ने मुझे बताया कि प्रदूषण के चलते स्नो-फॉल कम होती जा रही है।
(घ) मीठी झिड़कियाँ देकर उसने गाय को भगा दिया।
कथन (क) और (घ) सही हैं।
केवल कथन (क) सही है।
केवल कथन (घ) सही है।
कथन (क), (ग) और (घ) सही हैं।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
स्तम्भ-I और स्तम्भ-II को सुमेलित करके उचित विकल्प चुनकर लिखिए -
स्तम्भ-I | स्तम्भ-II | ||
(I) | सरल वाक्य | (अ) | या तो पढ़ाई कर लो या टीवी ही देख लो। |
(II) | मिश्र वाक्य | (ब) | नौकरी करने पर तनख्वाह तो लेगी ही। |
(III) | संयुक्त वाक्य | (स) | वह किताब खो गई जो आपने दी थी। |
(I) - (अ), (II) - (ब), (III) - (स)
(I) - (ब), (II) - (स), (III) - (अ)
(I) - (स), (II) - (ब), (III) - (अ)
(I) - (ब), (II) - (अ), (III) - (स)
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
निम्नलिखित में से कर्मवाच्य के उदाहरण में किसे नहीं माना जाएगा?
उसके द्वारा कहानी सुनाई गई।
उससे कुछ भी कहा नहीं गया।
बूढ़ी-दादी से चला नहीं गया।
माँ से अब खाना बनाया नहीं जाता।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
निम्नलिखित वाक्यों में से कर्तृवाच्य का उदाहरण है -
लड़के से तैरा जाता है।
लड़के ने तैराकी सीखी।
लड़के द्वारा तैराकी प्रतियोगिता में भाग लिया गया।
लड़के से तैरा नहीं जाता है।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
निम्नलिखित वाक्यों में भाववाच्य का वाक्य है -
बच्चा बैठता है।
राम से आया नहीं जाता।
रमेश आता है।
आपसे पत्र लिखा नहीं गया।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
"मैं यह भाषा नहीं पढ़ सकूँगा" - वाक्य को कर्मवाच्य में बदलने पर होगा -
मुझसे यह भाषा नहीं पढ़ी जा सकेगी।
मैंने यह भाषा पहले नहीं पढ़ी है।
मैं यह भाषा पढ़ने का प्रयास कर सकता हूँ।
मेरे द्वारा यह भाषा पढ़ी जा सकेगी।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
स्तम्भ-I और स्तम्भ-II को सुमेलित करके उचित विकल्प चुनकर लिखिए -
स्तम्भ-I | स्तम्भ-II | ||
(I) | कर्तृवाच्य | (अ) | पक्षियों से उड़ा जाता है। |
(II) | कर्मवाच्य | (ब) | पुलिस द्वारा चोर पकड़ा गया। |
(III) | भाववाच्य | (स) | चलो, यहाँ से चलें। |
(I) - (अ), (II) - (ब), (III) - (स)
(I) - (ब), (II) - (स), (III) - (अ)
(I) - (स), (II) - (अ), (III) - (ब)
(I) - (स), (II) - (ब), (III) - (अ)
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
'जल्दी से जाकर दुकान से दूध ले आओ।' - वाक्य में रेखांकित शब्द का पद परिचय है -
जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, आपादान कारक
जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, करण कारक
जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, आपादन कारक
जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, बहुवचन, आपादन कारक
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
'शाम को हम चलेंगे।' वाक्य में रेखांकित पद का परिचय होगा -
अकर्मक क्रिया, भविष्यत काल, पुल्लिंग, बहुवचन, कर्तृवाच्य
सकर्मक क्रिया, भविष्यत काल, पुल्लिंग, बहुवचन, कर्तृवाच्य
अकर्मक क्रिया, भविष्यत काल, पुल्लिंग, बहुवचन, कर्मवाच्य
अकर्मक क्रिया, भूतकाल, पुल्लिंग, बहुवचन, कर्तृवाच्य
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
'किस व्यक्ति से मिलना है,' वाक्य में रेखांकित पद का परिचय है -
प्रश्नवाचक सर्वनाम, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्ताकारक
सार्वनामिक विशेषण, स्त्रीलिंग, बहुवचन, व्यक्ति विशेष्य
सार्वनामिक विशेषण, पुल्लिंग, बहुवचन, व्यक्ति विशेष्य
सार्वनामिक विशेषण, पुल्लिंग, एकवचन, व्यक्ति विशेष्य
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
'लड़की के साथ दो और लोग आने वाले हैं।' वाक्य में रेखांकित पद का परिचय है -
समुच्चयबोधक अव्यय, लड़की का संबंध बाकी वाक्य से जोड़ने वाला।
संबंधबोधक अव्यय, लड़की (संज्ञा) का संबंध वाक्य के दूसरे हिस्से से जोड़ने वाला।
क्रियाविशेषण, आना क्रिया की विशेषता।
संबंधबोधक अव्यय, लोगों का संबंध लड़की से बताने वाला।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
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स्तम्भ-I और स्तम्भ-II को ठीक क्रम में सुमेलित कीजिए -
स्तम्भ-I | स्तम्भ-II | ||
(I) | अरे! तुम कब आए? | (अ) | अचरज सूचक विस्मयादिबोधक |
(II) | सावधान! आगे सड़क पर गड्ढा है। | (ब) | घृणा सूचक विस्मयादिबोधक |
(III) | छि:! कैसी बदबू है। | (स) | चेतावनी सूचक विस्मयादिबोधक |
(I) - (स), (II) - (अ), (III) - (ब)
(I) - (अ), (II) - (ब), (III) - (स)
(I) - (ब), (II) - (अ), (III) - (स)
(I) - (अ), (II) - (स), (III) - (ब)
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
'आगे नदियाँ पड़ी अपार, घोड़ा कैसे उतरे पार।
राणा ने सोचा इस पार, तब तक चेतक था उस पार।'
- प्रस्तुत पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार है -
उत्प्रेक्षा अलंकार
श्लेष अलंकार
मानवीकरण अलंकार
अतिशयोक्ति अलंकार
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
'को घटि ये वृषभानुजा वे हलधर के वीर' - प्रस्तुत पंक्ति में प्रयुक्त अलंकार है -
उत्प्रेक्षा अलंकार
श्लेष अलंकार
मानवीकरण अलंकार
अतिशयोक्ति अलंकार
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
निम्नलिखित में से किन पंक्तियों में उत्प्रेक्षा अलंकार है?
कनक-कनक ते सौ गुनी, मादकता अधिकाय
वो खाए बौराए जग, या पाए बौराए।
नहिं पराग नहि मधुर मधु, नहिं विकास इहिं काल
अली कली-ही सों बँध्यो, आगे कौन हवाल।
चमचमात चंचल नयन, विच घूँघट पट छीन
मनहु सुरसीता विमल, जल उछरत जुग मीन।
कोटि कुलिस-सम-वचन तुम्हारा
व्यर्थ धरहु बान कुठारा।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
स्तम्भ-I और स्तम्भ-II को उचित विकल्प से सुमेलित कीजिए -
स्तम्भ-I | स्तम्भ-II | ||
(I) | हेमकुंभ ले उषा सवेरे भरती ढुलकाती सुख मेरे। | (अ) | श्लेष अलंकार |
(II) | हरिमुख मानो मधुर मयंक। | (ब) | उत्प्रेक्षा अलंकार |
(III) | पानी गए न ऊबरै, मोती मानुष चून। | (स) | मानवीकरण अलंकार |
(I) - (अ), (II) - (ब), (III) - (स)
(I) - (स), (II) - (ब), (III) - (अ)
(I) - (ब), (II) - (अ), (III) - (स)
(I) - (स), (II) - (अ), (III) - (ब)
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
'माली आवत देख कर कलियाँ करैं पुकार' - प्रस्तुत पंक्ति में अलंकार है -
उत्प्रेक्षा अलंकार
अतिशयोक्ति अलंकार
मानवीकरण अलंकार
श्लेष अलंकार
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए -
यों खेलने को हमने भाइयों के साथ गिल्ली-डंडा भी खेला और पतंग उड़ाने, काँच पीसकर माँजा सूतने का काम भी किया, लेकिन उनकी गतिविधियों का दायरा घर के बाहर ही अधिक रहता था और हमारी सीमा थी घर। हाँ, इतना जरूर था कि उस जमाने में घर की दीवारें घर तक ही समाप्त नहीं हो जाती थीं बल्कि पूरे मोहल्ले तक फैली रहती थीं इसलिए मोहल्ले के किसी भी घर में जाने पर कोई पाबंदी नहीं थी, बल्कि कुछ घर तो परिवार का हिस्सा ही थे। आज तो मुझे बड़ी शिद्दत के साथ यह महसूस होता है कि अपनी ज़िंदगी खुद जीने के इस आधुनिक दबाव ने महानगरों के फ़्लैट में रहने वालों को हमारे इस परंपरागत 'पड़ोस-कल्चर' से विच्छिन्न करके हमें कितना संकुचित, असहाय और असुरक्षित बना दिया है। मेरी कम-से-कम एक दर्जन आरंभिक कहानियों के पात्र इसी मोहल्ले के हैं जहाँ मैंने अपनी किशोरावस्था गुज़ार अपनी युवावस्था का आरंभ किया था। एक-दो को छोड़कर उनमें से कोई भी पात्र मेरे परिवार का नहीं है। बस इनको देखते-सुनते, इनके बीच ही मैं बड़ी हुई थी लेकिन इनकी छाप मेरे मन पर कितनी गहरी थी, इस बात का अहसास तो मुझे कहानियाँ लिखते समय हुआ। इतने वर्षों के अंतराल ने भी उनकी भाव-भंगिमा, भाषा, किसी को भी धुँधला नहीं किया था और बिना किसी विशेष प्रयास के बड़े सहज भाव से वे उतरते चले गए थे। |
- भाइयों की गतिविधियों का दायरा घर के बाहर रहने और बहनों की सीमा घर होने का क्या अभिप्राय है?
- लड़कियों एवं लड़कों में आत्मीयता और बंधुत्व नहीं था।
- भाई-बहन एक साथ ज़्यादा समय नहीं बिताते थे।
- लड़कों को पूरे संसार की आज़ादी थी पर लड़कियाँ घरों के दायरे में सीमित।
- लड़के अधिकतर मोहल्ले में भटकते थे जबकि लड़कियाँ घर में रहती थीं।
- 'घर की दीवारें घर तक ही समाप्त नहीं हो जाती' - से आप क्या समझते हैं?
- घर में आज की तरह दीवारें नहीं होती थीं।
- पूरे-मोहल्ले को घर का हिस्सा माना जाता था।
- पुराने समय में घर बड़े होते थे, न कि माचिस की डिब्बियाँ।
- लोग खुले दिल के थे इसलिए अपने घर में अज़नबियों को भी जगह देते थे।
- लेखिका ने अपने पात्रों के विषय में जो बताया है उसके अनुसार असत्य कथन है -
- उनकी आरंभिक कहानियों के पात्र बाद के जीवन से आए हैं।
- उनके एक-दो पात्रों को छोड़ दें तो कोई उनके परिवार से नहीं।
- जिस मोहल्ले में उनकी किशोरावस्था बीती वहीं से लगभग दर्जन भर पात्र लिए।
- आरंभिक कहानियों के पात्रों को देखते-सुनते उनके बीच ही लेखिका बड़ी हुई।
- 'पड़ोस कल्चर' से अलग होकर हम कैसे होते जा रहे हैं?
- संकुचित, असहाय और सुरक्षित
- संकुचित, शंकालु और असुरक्षित
- संकुचित, असहाय और संरक्षित
- संकुचित, असहाय और असुरक्षित
- कहानियाँ लिखते हुए लेखिका को क्या अहसास हुआ?
- समय बीतने के कारण उनकी स्मृति अब क्षीण पड़ रही है।
- इतना समय बीतने के बाद भी उन्हें वे लोग अपने हावभाव के साथ याद थे।
- अपने परिचित व्यक्ति के बारे में लिखना आसान तो नहीं है।
- समय के अंतराल ने उनकी भाव-भंगिमा, भाषा आदि को धुँधला कर दिया था।
Chapter: [0.011399999999999999] मन्नू भंडारी : एक कहानी यह भी
नवाब साहब द्वारा बार-बार खीरा खाने का आग्रह किया जा रहा था, इसे लेखक ने कैसे टाला?
साफ़-साफ़ मना करके
उपेक्षापूर्वक दूसरी ओर देखकर
पेट कमज़ोर होने का बहाना बनाकर
पेट भरे होने का बहाना बनाकर
Chapter: [0.011200000000000002] यशपाल : लखनवी अंदाज़
निम्नलिखित में बालगोबिन भगत के विषय में कौन-सी बात सही है?
कार्तिक माह में वे अकसर शाम को पद गाते थे।
वे दूसरों के काम में दखल देते थे।
बारिश की आधी रात में अकसर वे खेतों में चले जाते।
अपने खेत की पूरी फ़सल वे कबीर मठ में चढ़ाने ले जाते थे।
Chapter: [0.0111] रामवृक्ष बेनीपुरी : बालगोबिन भगत
निम्नलिखित पठित पद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए सही विकल्प का चयन कर लिखिए -
मुख्य गायक की गरज में वह अपनी गूँज मिलाता आया है प्राचीन काल से गायक जब अंतरे की जटिल तानों के जंगल में खो चुका होता है या अपने ही सरगम को लाँघकर चला जाता है भटकता हुआ एक अनहद में तब संगतकार ही स्थायी को सँभाले रहता है जैसे समेटता हो मुख्य गायक का पीछे छूटा हुआ सामान जैसे उसे याद दिलाता हो उसका बचपन जब वह नौसिखिया था तारसप्तक में जब बैठने लगता है उसका गला प्रेरणा साथ छोड़ती हुई उत्साह अस्त होता हुआ आवाज़ से राख जैसा कुछ गिरता हुआ तभी मुख्य गायक को ढाँढ़स बँधाता कहीं से चला आता है संगतकार का स्वर |
- 'मुख्य गायक की गरज़ में संगतकार अपनी गूँज प्राचीन काल से मिला रहा है' - कथन में प्राचीन काल का तात्पर्य है -
- पुराने युग से
- हमेशा से
- बचपन से
- गाने के आरंभ से
- मुख्य गायक अंतरे की जटिल तानों के जंगल में क्यों खो जाता है?
- कई बार सिद्धस्थ गायक भी किसी सुर-ताल में उलझ जाते हैं।
- गाना एक जंगल जैसा है जिसमें भटक जाना सहज ही हो जाता है।
- अपने ही गाने की लय में डूबकर भटक जाता है।
- महान गायक भी कभी-कभी कमज़ोर पड़ जाते हैं।
- संगतकार किस तरह से मुख्य गायक की सहायता करता है?
- मुख्य गायक के भटकने पर स्थायी को सँभाल कर।
- मुख्य गायक को उसके बचपन की याद दिलाकर।
- मुख्य गायक का पीछे छूटा हुआ सामान समेट कर।
- मुख्य गायक के साथ अंतरे को गाकर।
- संगतकार मुख्य गायक को ढॉँढ़स कब बँधाता है?
इस प्रश्न का उत्तर देने के लिए निम्नलिखित कथनों को पढ़कर उचित विकल्प का चयन कीजिए -
कथन -
(क) जब उसका गला बैठने लगता है।
(ख) जब वह निरुत्साहित होने लगता है।
(ग) जब उसकी आवाज़ मंद पड़ने लगती है।
विकल्प:- केवल (क)
- केवल (ग)
- (क), (ख) और (ग)
- (क) और (ग)
- 'तारसप्तक' में मुख्य गायक का गला क्यों बैठते लगता है?
- वह गाते-गाते थक चुका होता है।
- इसमें स्वरों को ऊँचाई-निचाई पर चढ़ाना होता है।
- उसे बार-बार गाना पड़ता है।
- आवाज़ की गूँज अब नष्ट हो चुकी होती है।
Chapter: [0.0109] मंगलेश डबराल : संगतकार
गोपियाँ कृष्ण को हारिल की लकड़ी के समान पकड़े हैं - इसका आशय है -
गोपियों ने कृष्ण को अपना सहारा बनाया है।
गोपियाँ मन, वचन और कर्म से एकनिष्ठता में कृष्ण के प्रति समर्पित हैं।
जिस तरह हारिल हाथ में लकड़ी लिए रहता है गोपियाँ कृष्ण की छोड़ी लकुटी लिए रहती हैं।
वे कृष्ण से वैसा प्रेम नहीं करतीं जैसा हारिल लकड़ी से करता है।
Chapter: [0.0101] सूरदास : पद
विश्व के सभी जन गर्मी और अन्याय से किस मनोदशा में थे? 'उत्साह' कविता के आधार पर लिखिए -
बेचैन और अनमने
बारिश के इंतजार में
प्रतीक्षा और बेचैनी
व्याकुल और आशावादी
Chapter: [0.0105] सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' : उत्साह और अट नहीं रही है
गद्य पाठ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए -
कैप्टन नेताजी की मूर्ति पर लगा चश्मा अकसर क्यों बदल देता था? उसकी इस हरकत से आपके मन में उसके प्रति कौन-से भाव आते हैं?
Chapter: [0.011000000000000001] स्वयं प्रकाश : नेताजी का चश्मा
गद्य पाठ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए -
भगत की पुत्र-वधू भी उनकी उतनी ही चिंता करती थी जितनी भगत उसकी करते थे।- 'बालगोबिन भगत' पाठ से उदाहरण देते हुए इस कथन को स्पष्ट कीजिए।
Chapter: [0.0111] रामवृक्ष बेनीपुरी : बालगोबिन भगत
गद्य पाठ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए -
काशी में किस प्रकार के परिवर्तन हो रहे थे और उन परिवर्तनों पर बिस्मिल्ला खाँ क्या सोचते थे?
Chapter: [0.0116] यतींद्र मिश्र : नौबतखाने में इबादत
गद्य पाठ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए -
'संस्कृति' पाठ के लेखक किस तरकों के आधार पर न्यूटन को 'संस्कृत मानव' कहते हैं? क्या आप भी उनसे सहमत हैं?
Chapter: [0.011699999999999999] भदंत आनंद कौसल्यायन : संस्कृति
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पद्य पाठ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए -
'राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद' के अंतर्गत लक्ष्मण वीरों और कायरों की कौन-सी विशेषताएँ बताते हैं और क्यों?
Chapter: [0.0102] तुलसीदास : राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद
पद्य पाठ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए -
पाठ्यक्रम में पढ़ी कौन-सी कविता पूरी तरह प्रकृति के सौंदर्य पर केंद्रित है? उसमें वर्णित प्राकृतिक सुंदरता के किन्हीं दो बिंदुओं का उल्लेख कीजिए।
Chapter: [0.0105] सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' : उत्साह और अट नहीं रही है
पद्य पाठ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए -
बच्चे की दंतुरित मुस्कान का किस-किस पर क्या-क्या प्रभाव पड़ता है? यह 'दंतुरित मुस्कान' कविता के आधार पर लिखिए।
Chapter: [0.0106] नागार्जुन : यह दंतुरित मुसकान और फसल
पद्य पाठ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए -
'कथा के सीवन को उधेड़ने' का अर्थ स्पष्ट करते हुए बताइए कि कवि के लिए आत्मकथा लिखना सीवन उधेड़ने जैसा क्यों है?
Chapter: [0.0104] जयशंकर प्रसाद : आत्मकथ्य
'पूरक पाठ्य-पुस्तक' के पाठ पर आधारित निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए -
यह स्वाभाविक है कि बच्चा माता या पिता किसी एक से अधिक नज़दीकी का अनुभव करता हो - 'माता का आँचल' के भोलानाथ के संदर्भ से इस कथन पर प्रकाश डालें। इसके साथ ही अपने जीवन के अनुभव से इसके पक्ष या विपक्ष में टिप्पणी कीजिए।
Chapter: [0.021] माता का आँचल
'पूरक पाठ्य-पुस्तक' के पाठ पर आधारित निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए -
कृतिकार की ईमानदारी से आप क्या समझते हैं? 'मैं क्यों लिखता हूँ' के लेखक ने इस ईमानदारी के समक्ष किस तरह की लेखकीय विवशताओं का उल्लेख किया है?
Chapter: [0.025] मैं क्यों लिखता हूँ?
'पूरक पाठ्य-पुस्तक' के पाठ पर आधारित निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए -
'साना-साना हाथ जोड़ि' - की लेखिका अपनी यात्रा में प्रकृति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते चलती हैं। पाठ के किन्हीं दो प्रसंगों के उल्लेख के साथ लिखिए कि अगर आप उस स्थान पर होते तो क्या करते?
Chapter: [0.023] साना-साना हाथ जोड़ि...
निम्नलिखित विषय पर लगभग 120 शब्दों में सारगर्भित अनुच्छेद लिखिए -
आजाद देश के 75 साल और भविष्य की उम्मीदें
संकेत बिंदु -
- 75 वर्ष के बाद देश का वर्तमान
- भविष्य के लक्ष्य
- लक्ष्य पाने के रास्ते
- नागरिकों का दायित्व
Chapter: [0.04] लेखन कौशल
निम्नलिखित विषय पर लगभग 120 शब्दों में सारगर्भित अनुच्छेद लिखिए -
जीवन संघर्ष का दूसरा नाम है
संकेत बिंदु -
- जीवन और संघर्ष क्या है?
- संघर्ष: सफलता का मूलतंत्र
- असफलता से उत्पन्न निराशा और उत्कट जिजीविषा
- जीवन का मूलमंत्र
Chapter: [0.04] लेखन कौशल
निम्नलिखित विषय पर लगभग 120 शब्दों में सारगर्भित अनुच्छेद लिखिए -
समय होत सबसे बलवान
संकेत बिंदु -
- समय/काल का महत्त्व
- सुख-दुःख का आवागमन
- समय की बारीकी को समझना और उसके अनुसार कार्य करना
- बुरे समय में भी हार न मानना
Chapter: [0.04] लेखन कौशल
आपका नाम सना/सोहम है। आपके छोटे भाई/बहन को लगातार मोबाइल पर खेलते रहने की लत पड़ चुकी है। खाने, पढ़ने की जगह वह बस मोबाइल में लगा रहता/रहती है। इसके नुकसान समझाते हुए लगभग 100 शब्दों में एक पत्र लिखिए।
Chapter: [0.04] लेखन कौशल
आप अहमदाबाद के रहने वाले मनीष/मनीषा हैं। किसी कार्यवश रेल से मुम्बई जा रहे थे और बीच के एक छोटे स्टेशन पर आपका सामान चोरी हो गया। मुम्बई रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर को पूरी घटना की जानकारी देते हुए उचित शीघ्रातिशीघ्र कार्यवाही करने का अनुरोध करते हुए लगभग 100 शब्दों में एक पत्र लिखिए।
Chapter: [0.04] लेखन कौशल
आपका नाम मारिया/मोहनिश हैं। आपने बी.एस.सी. कम्प्यूटर साइंस में उत्तीर्ण की है। अ.ब.स. बैंक को कुछ कम्प्यूटर इंजीनियरों की आवश्यकता है। अपनी शैक्षणिक योग्यताओं, रुचि और अनुभव की जानकारी देते हुए लगभग 80 शब्दों में एक स्ववृत्त तैयार कीजिए।
Chapter: [0.04] लेखन कौशल
आप कोल्हापुर, महाराष्ट्र के निवासी मिलिंद/भुवी हैं। आपके एक परिचित ने आपको दिल्ली से एक पार्सल भेजा जो 25 दिनों बाद भी नहीं मिला। आप कोरियर कंपनी को ई-मेल लिखकर शिकायत करते हुए उचित कार्यवाही करने की चेतावनी दीजिए।
Chapter: [0.04] लेखन कौशल
जल-प्रदूषण की भयावहता के प्रति सब को सचेत करने वाला एक जनहितकारी विज्ञापन लगभग 60 शब्दों में बनाइए।
Chapter: [0.04] लेखन कौशल
आप मोहिनी/महेन्द्र हैं। आपके बड़े भाई को विदेश जाकर पढ़ाई करने के लिए छात्रवृत्ति मिली है जिसके अंतर्गत वे अमेरिका उच्च अध्ययन के लिए जाने वाले हैं। उन्हें बधाई एवं शुभकामना प्रेषित करता एक संदेश लगभग 60 शब्दों में लिखिए।
Chapter: [0.04] लेखन कौशल
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