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Hindi [हिंदी] Official 2023-2024 SSC (Hindi Medium) 10th Standard Board Exam [१० वीं कक्षा] Question Paper Solution

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Hindi [हिंदी] [Official]
Marks: 80 Maharashtra State Board
SSC (Hindi Medium)

Academic Year: 2023-2024
Date & Time: 1st March 2024, 11:00 am
Duration: 3h
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  1. सूचनाओं के अनुसार गद्य, पद्य, पूरक पठन तथा भाषा अध्ययन (व्याकरण) को कृतियों में आवश्यकता के अनुसार आकृतियों में ही उत्तर लिखना अपेक्षित है।
  2. सभी आकृतियों के लिए पेन/पेन्सिल का ही प्रयोग करें।
  3. रचना विभाग में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखने के लिए आकृतियों की आवश्यकता नहीं है।
  4. शुद्ध, स्पष्ट एवं सुवाच्य लेखन अपेक्षित है।

विभाग 1- गद्य : 20 अंक
[20]1
[7]1.A

निम्नलिखित पठित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए:

मेरे मन में ढेरों सवाल उठते। आखिर ये इस तरह ‘वी’ आकार बनाकर क्यों उड़ रहे हैं ? ये सब कहाँ जा रहे हैं ? सबसे पीछेवाला सबसे आगे क्यों नहीं आने की कोशिश कर रहा ? बीचवाला क्यों अपनी जगह पर उसी रफ्तार से चला जा रहा है ? क्या किसी ने इन्हें निर्देश दिया है कि ऐसे ही उड़ना है ? कौन है इनका निर्देशक ?

बहुत से सवाल लेकर जब मैं माँ के पास आता, तो माँ मेरा सिर सहलातीं। कहती कि ये मानसरोवर के राजहंस हैं।

‘‘तो ये सारे हंस जो इस तरह एक गति से उड़ते हैं, उसका क्या मतलब हुआ ?’’

‘‘ये आपस में रिश्तेदार हैं।’’

‘‘सबसे आगे वाला उनका नेता होता है। वही उड़ने की रफ्तार और दिशा तय करता है। उसके पंखों को बाकियों से ज्यादा मेहनत करनी होती है। सामने आने वाले खतरों को वह पहले पहचानता है। वह हवा को काटता है, उसके बाद बाकी के हंस हवा को काटते हुए चलते हैं और अपने से पीछे उड़ने वाले हंसों के लिए वह उड़ान को आसान बनाते चलते हैं।’’ - माँ कहतीं।

(1) कृति पूर्ण कीजिए:   (2)

(2) विशेषताएँ लिखिए :      (2)

(3) 'पक्षियों में पाया जाने वाला अनुशासन' विषय पर 30 से 40 शब्दों में अपने विचार लिखिए।    (3)

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Chapter: [0.0106] दो संस्‍मरण : हंस और आदमी, आत्‍मीय रिश्ते
[7]1.B

निम्नलिखित पठित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए:

मेरा जीवन एक खुली किताब रहा है। मेरे न कोई रहस्‍य हैं और न मैं रहस्‍यों को प्रश्रय देता हूँ।

मैं पूरी तरह भला बनने के लिए संघर्षरत एक अदना-सा इनसान हूँ। मैं मन, वाणी और कर्म से पूरी तरह सच्चा और पूरी तरह अहिंसक बनने के लिए संघर्षरत हूँ। यह लक्ष्य सच्चा है, यह मैं जानता हूँ पर उसे पाने में बार-बार असफल हो जाता हॅूं। मैं मानता हूँ कि इस लक्ष्य तक पहुँचना कष्‍टकर है पर यह कष्‍ट मुझे निश्चित आनंद देने वाला लगता है। इस तक पहुँचने की प्रत्‍येक सीढ़ी मुझे अगली सीढ़ी तक पहुँचने के लिए शक्‍ति तथा सामर्थ्य देती है।

जब मैं एक ओर अपनी लघुता और अपनी सीमाओं के बारे में सोचता हूँ और दूसरी ओर मुझसे लोगों की जो अपेक्षाएँ हो गई हैं, उनकी बात सोचता हूँ तो एक क्षण के लिए तो मैं स्‍तब्‍ध रह जाता हूँ। फिर यह समझकर प्रकृतिस्‍थ हो जाता हूँ कि ये अपेक्षाएँ मुझसे नहीं हैं। ये सत्‍य और अहिंसा के दो अमूल्‍य गुणों के मुझमें अवतरण हैं। यह अवतरण कितना ही अपूर्ण हो पर मुझमें अपेक्षाकृत अधिक द्रष्‍टव्य है। 

(1) कारण लिखिए:      (2)

  1. लेखक का जीवन एक खुली किताब है -
  2. लेखक प्रकृतिस्थ हो जाते हैं -

(2) लिखिए :     (2)

(i)

(ii)

(3) 'कथनी और करनी में समानता होनी चाहिए' विषय पर 30 से 40 शब्दों में अपने विचार लिखिए।    (3)

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Chapter: [0.0203] जानता हूँ मैं
[6]1.C

निम्नलिखित अपठित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए:

यह एक 'साधारण महिला' की असाधारण कहानी है, जो अपनी असाधारण पारिवारिक पृष्ठभूमि से प्रोत्साहन व प्रेरणा लेकर सफलता के शिखर पर पहुँची है।

वहाँ अंतरिक्ष में रहते हुए सुनीता का मन बारिश में भीगने, समुद्र या झील या फिर सरोवर में तैरने को कर रहा था। दरअसल अंतरिक्ष में रहते हुए हरदम गंदगी-सी महसूस होती है। भारहीनता के कारण पसीने की बूँद त्वचा से चिपकी रहती हैं। और धीरे-धीरे इकट्ठा होकर त्वचा को छोड़ देती हैं, लेकिन किसी चीज से टकराने से पहले वे इधर - इधर तैरती सी रहती हैं।

कभी-कभी सुनीता का पृथ्वी को स्पर्श करने का मन करता था। वह अपोलो के अंतरिक्ष यात्रियों के बारे में सोचने लगती थी और यह सोचती थी कि चंद्रमा पर पूरी तरह उतरने से पहलें ही पृथ्वी पर वापस आना उन्हें कितना निराशाजनक लगा होगा।

रात से पृथ्वी जैसे टिमटिमाने लगती थी और जो क्षेत्र दिन में वीरान दिखाई दे रहे थे, वे चमत्कारी रूप से छोटी-छोटी बत्तियों के प्रकार से जगमगा उठते थे। ऐसे में सुनीता का जी करता था, 'समुद्र मैं डुबकी लगाने का।

(1) कृति पूर्ण कीजिए :    (2)

(2) कृति पूर्ण कीजिए :    (2)

(3) परिवार से प्रोत्साहन तथा प्रेरणा का महत्त्व' विषय पर 25 से 30 शब्दों में अपने विचार लिखिए।    (2)

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Chapter: [0.05] अपठित विभाग
विभाग 2 - पद्य : 12 अंक
[12]2
[6]2.A

निम्नलिखित 'पठित पद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए :

ऊर्ध्वतम ही है चलना
जैसे पृथिवी चलकर गौरीशंकर बनती !
छूट गए पीछे
कस्तूरी मृगवाले वे मधु मानव-से उत्सव जंगल,
ग्रीष्म तपे
तँबियारे झरे पात की
वे वनानियाँ, गिरे चीड़फूलों से लदी भूमि
औ’ औषधियों के वल्कल पहने
परम हितैषी वृक्ष
सभी कुछ छूट गए ।

(1) उचित मिलान कीजिए :     (2)

  उत्तर
(i) औषधि   ताप
(ii) ग्रीष्म   वल्कल
(iii) कस्तूरी   पात
(iv) तौबियारे   उत्सव
(v)     मृग

(2) पद्यांश से ढूँढ़कर लिखिए:     (2)

  1. विलोम शब्द:
    1. आगे × ______
    2. अहितैषी × ______
  2. समानार्थी शब्द :
    1. पेड़ = ______
    2. वन = ______

(3) प्रथम चार पंक्तियों का सरल अर्थ 25 से 30 शब्दों में लिखिए।     (2)

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Chapter: [0.010700000000000001] हिम (पद्य)
[6]2.B

निम्न मुद्दों पर आधारित पद्य (ब्रजवासी) का विश्लेषण कीजिए:

  1. रचनाकार का नाम - [1]
  2. रचना की विधा - [1]
  3. पसंदीदा पंक्ति - [1]
  4. पसंद होने के कारण - [1]
  5. कविता प्राप्त प्रेरणा/संदेश - [2]
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Chapter: [0.0109] ब्रजवासी (पद्य)
अथवा
[6]2.C

निम्न मुद्दों पर आधारित पद्य (चलो आज हम दीप जलाएँ) का विश्लेषण कीजिए:

  1. रचनाकार का नाम - [1]
  2. रचना की विधा - [1]
  3. पसंदीदा पंक्ति - [1]
  4. पसंद होने के कारण - [1]
  5. कविता प्राप्त प्रेरणा/संदेश - [1]
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Chapter: [0.0212] चलो आज हम दीप जलाएँ (पद्य)
विभाग 3 - पूरक पठन : 8 अंक
[8]3
[4]3.A

निम्नलिखित गदयांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए :

दुर्गा प्र. नौटियालः  आपने अब तक काफी साहित्‍य रचा है। क्‍या आप इससे संतुष्‍ट हैं? 
शिवानी: जहाँ तक संतुष्‍ट होने का संबंध है, मैं समझती हूँ कि किसी को भी अपने लेखन से संतुष्‍ट नहीं होना चाहिए। मैं चाहती हूँ कि ऐसे लक्ष्य को सामने रखकर कुछ ऐसा लिखूँ कि जिस परिवेश को पाठक ने स्‍वयं भोगा है, उसे जीवंत कर दूँ। मुझे तब बहुत ही अच्छा लगता है जब कोई पाठक मुझे लिख भेजता है कि आपने अमुक-अमुक चरित्र का वास्‍तविक वर्णन किया है अथवा फलाँ-फलाँ चरित्र, लगता है, हमारे ही बीच है। लेकिन साथ ही मैं यह मानती हूँ कि लोकप्रिय होना न इतना आसान है और न ही उसे बनाए रखना आसान है। मैं गत पचास वर्षों से बराबर लिखती आ रही हूँ। पाठक मेरे लेखन को खूब सराह रहे हैं। मेरे असली आलोचक तो मेरे पाठक हैं, जिनसे मुझे प्रशंसा और स्‍नेह भरपूर मात्रा में मिलता रहा है। शायद यही कारण है कि मैं अब तक बराबर लिखती आई हूँ।
  1. कृति पूर्ण कौजिए:   (2)



  2. 'परिवेश का प्रभाव व्यक्तित्व पर होता है' विषय 25 से 30 शब्दों अपने विचार लिखिए।   (2)
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Chapter: [0.0208] बातचीत (पूरक पठन)
[4]3.B

निम्नलिखित पठित पद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए:

जहाँ पर भाईयों में प्यार का सागर नहीं होता,
वो ईंटों का मकाँ होता है, लेकिन घर नहीं हाेता।

जो अपने देश पर कटने का जज्‍बा ही न रखता हो,
वो चाहे कुछ भी हो सकता है, लेकिन सर नहीं होता।

जो समझौते की बातें हैं, खुले दिल से ही होती हैं,
जो हम मिलते हैं उनसे, हाथ में खंजर नहीं होता।

हकीकत और होती है, नजर कुछ और आता है,
जहाँ पर फूल खिलते हैं, वहाँ पत्‍थर नहीं होता।

  1. एक/दो शब्दों में उत्तर लिखिए:    (2)
    1. जहाँ भाईयों में प्यार होता है वहाँ - ______
    2. जिसमें अपने देश पर कटने का जज्‍बा होता है उसे - ______
    3. जहाँ समझौते की बातें होती हैं वहाँ - ______
    4. जहाँ फूल खिलते हैं वहाँ - ______
  2. 'अपनत्व की भावना' विषय पर 25 से 30 शब्दों में अपने विचार लिखिए।   (2)
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Chapter: [0.011200000000000002] गजलें (पूरक पठन)
विभाग 4 - भाषा अध्ययन (व्याकरण) : 14 अंक
[14]4 | सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए :
[1]4.A | निम्नलिखित अच्ययों में से किसी एक अव्यय का अर्थपूर्ण वाक्य में प्रयोग कौजिए :
[0.5]4.A.1

निम्नलिखित अव्यय का अर्थपूर्ण वाक्य में प्रयोग कीजिए:

धीरे-धीरे

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Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग (भाषाभ्यास)
[0.5]4.A.2

निम्नलिखित अव्यय का अर्थपूर्ण वाक्य में प्रयोग कीजिए:

के लिए

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Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग (भाषाभ्यास)
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[1]4.B

कृति पूर्ण कीजिए:

शब्द संधि-विच्छेद संधि भेद
सदैव ___ + ___ ______
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Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग (भाषाभ्यास)
[1]4.C

निम्नलिखित सामासिक शब्द का विग्रह करके समास का प्रकार लिखिए:

शब्द समास विग्रह प्रकार
महात्मा ______ ______
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Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग (भाषाभ्यास)
[1]4.D

निम्नलिखित अलंकार पहचानकर उसका प्रकार और उप-प्रकार लिखिए:

वाक्य प्रकार उप-प्रकार
जो रहीम गति दीप की,
कुल कपूत गति सोई।
बारे उजियारो करे,
बढ़े अँधेरो होई।
   
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Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग (भाषाभ्यास)
[1]4.E | निम्नलिखित मुहावरों में से किसी एक मुहावरे का अर्थ लिखकर अर्थपूर्ण वाक्य में प्रयोग कीजिए :`
[0.5]4.E.1

निम्नलिखित मुहावरे का अर्थ लिखकर अर्थपूर्ण वाक्य में प्रयोग कीजिए:

ताव आना

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Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग (भाषाभ्यास)
[0.5]4.E.2

निम्नलिखित मुहावरे का अर्थ लिखकर अर्थपूर्ण वाक्य में प्रयोग कीजिए:

उड़ जाना -

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Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग (भाषाभ्यास)
[1]4.F

निम्नलिखित वाक्य में उचित विरमचिन्ह लगाकर वाक्य फिर से लिखिए:

ऐसा लगता है पुत्‍तर आप कहीं काम करती हो

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Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग (भाषाभ्यास)
[1]4.G

निम्नलिखित वाक्य से कारक पहचानकर उसका भेद लिखिए:

दिलीप ने पूछा, “तुम्हारा घर कहाँ है ?"'

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Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग (भाषाभ्यास) [0.03] व्याकरण विभाग (भाषाभ्यास)
[1]4.H

निम्नलिखित वाक्य शुद्ध करके फिर से लिखिए:

बरामदा तालीया से गूँज उठी।

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Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग (भाषाभ्यास)
[2]4.I

उत्तर लिखिए:

प्रथम तथा तृतीय चरण की मात्राएँ ______ है। श्री गुरु चरन सरोज रंज,निजमन मुकुर सुधार।
बरनौं रघुवर विमल जसजो दायक फल चार॥
यह ______ छंद है।
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Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग (भाषाभ्यास)
[2]4.J
[1]4.J.1

कोष्ठक की सूचना के अनुसार निम्न वाक्य का काल परिवर्तन कीजिए।

आप इन दिनों फ्लाबेर के पत्र पढ़ रहे हैं। (पूर्ण भूतकाल)

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Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग (भाषाभ्यास)
[1]4.J.2

निम्नलिखित वाक्य का सूचना के अनुसार काल परिवर्तन कौजिए:

मेम साहब को परदे पसंद आये थे। (सामान्य वर्तमानकाल)

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Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग (भाषाभ्यास)
[2]4.K
[1]4.K.1

निम्‍नलिखित वाक्य का रचना के आधार पर भेद पहचानकर लिखिए।

तुम्हारी बात मुझे अच्छी नहीं लगी।

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Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग (भाषाभ्यास) [0.03] व्याकरण विभाग (भाषाभ्यास)
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[1]4.K.2

कोष्‍ठक की सूचना के अनुसार निम्‍न वाक्‍य में अर्थ के आधार पर परिवर्तन कीजिए:

मानू इतना ही बोल सकी। (प्रश्नार्थक वाक्‍य)

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Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग (भाषाभ्यास) [0.03] व्याकरण विभाग (भाषाभ्यास)
विभाग 5 - रचना विभाग (उपयोजित लेखन) : 26 अंक (सूचना- आवश्यकतानुसार परिच्छेद में लेखन अपेक्षित है।)
[26]5 | सूचराओं के अनुसार लेखन कीजिए :
[9]5.A
[5]5.A.1 | पत्रलेखन
[5]5.A.1.i

पूनम/पोषण ठाकरे, 117, इंद्रप्रस्थ निवास, अमरावती से नागपुर, गया नगर में रहने वाले अपने छोटे भाई अविनाश ठाकरे को राष्ट्रभाषा हिंदी परीक्षा में सम्मिलित होने हेतु मार्गदर्शन पर पत्र लिखती/लिखता है।

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Chapter: [0.04] उपयोगित लेखन (रचना विभाग)
अथवा
[5]5.A.1.ii

कावेरी/कार्तिक पाटील, युवा नगर, लातूर से शिवाजी हिंदी विद्यालय के लिए खेल सामग्री मँगाने हेतु मा. व्यवस्थापक, कृष्णा स्पोर्ट्स, चिचवड, पुणे को पत्र लिखती/लिखता है।

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Chapter: [0.04] उपयोगित लेखन (रचना विभाग)
[4]5.A.2 | गद्य-आकलन-प्रश्न निर्मिति :

निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर ऐसे चार प्रश्न तैयार कीजिए, जिनके उत्तर गद्यांश में एक-एक वाक्य में हों:

स्वाधीन भारत में अभी तक अंग्रेजी हवाओं में कुछ लोग यह कहते मिलेंगे – जब तक विज्ञान और तकनीकी ग्रंथ हिंदी में न हो तब तक कैसे हिंदी में शिक्षा दी जाए। जब कि स्वामी श्रद्धानंद स्वाधीनता से भी चालीस साल पहले गुरुकुल काँगड़ी में हिंदी के माध्यम से विज्ञान जैसे गहन विषयों की शिक्षा दे रहे थे। ग्रंथ भी हिंदी में थे और पढ़ाने वाले भी हिंदी के थे। जहाँ चाह होती है वहीं राह निकलती है। एक लंबे अरसे तक अंग्रेज गुरुकुल काँगड़ी को भी राष्ट्रीय आंदोलन का अभिन्न अंग मानते रहे। इसमें कोई संदेह भी नहीं कि गुरुकुल के स्नातकों में स्वाधीनता की अजीब तड़प थी। स्वामी श्रद्धानंद जैसा राष्ट्रीय नेता जिस गुरुकुल का संस्थापक हो और हिंदी शिक्षा का माध्यम हो; वहीं राष्ट्रीयता नहीं पनपेगी तो कहाँ पनपेगी।
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Chapter: [0.05] अपठित विभाग
[10]5.B
[5]5.B.1
[5]5.B.1.i | वृत्तांत लेखन :

प्रगति हिंदी विद्यालय, बारामती में मनाए गए 'शिक्षक दिवस' समारोह का 70 से 80 शब्दों में वुत्तांत लेखन कीजिये:

(वृत्तांत में स्थल, काल, घटना का उल्लेख होना अनिवार्य है।)

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Chapter: [0.04] उपयोगित लेखन (रचना विभाग)
अथवा
[5]5.B.1.ii | कहानी लेखन :

निम्नलिखित मुद्दों के आधार पर 70 से 80 शब्दों में कहानी लिखकर उसे उचित शीर्षक दीजिए तथा सीख लिखिए :

एक शरारती लड़का - पढ़ाई की ओर ध्यान नहीं - माता-पिता, गुरुजनों का समझाना - कोई असर नहीं - परीक्षा में अनुत्तीर्ण - माता-पिता का फटकारना - घर छोड़ना - निराश होकर पहाड़ी मंदिर में पहुँचना -दीवार पर एक चींटी को दाना पकड़कर चढ़ते हुए देखना - कई बार गिरकर चढ़ना, चढ़कर गिरना - हिम्मत न हारना - आखिर चढ़ने में सफल - प्रेरणा पाना - उत्साह बढ़ना - घर आकर पढ़ाई में जुट जाना -आगे चलकर बड़ा विद्वान बनना।

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Chapter: [0.04] उपयोगित लेखन (रचना विभाग)
[5]5.B.2 | चिज्ञापन लेखन :

निम्नलिखित जानकारी के आधार पर लगभग 50 से 60 शब्दों में विज्ञापन तैयार कीजिए:

फूलों की प्रदर्शनी
विशेषताएँ स्थान समय संपर्क
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Chapter: [0.04] उपयोगित लेखन (रचना विभाग)
[7]5.C | निबंध लेखन : निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर 80 से 100 शब्दों में निबंध लिखिए :
[7]5.C.1

‘मेरा प्रिय वैज्ञानिक’ विषय पर निबंध लेखन कीजिए।

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Chapter: [0.04] उपयोगित लेखन (रचना विभाग)
[7]5.C.2

निम्नलिखित विषय पर 80 से 100 शब्दों में निबंध लिखिए:

सैनिक की आत्मकथा

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Chapter: [0.04] उपयोगित लेखन (रचना विभाग)
[7]5.C.3

निम्नलिखित विषय पर 80 से 100 शब्दों में निबंध लिखिए:

वनों का महत्व

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Chapter: [0.04] उपयोगित लेखन (रचना विभाग)

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