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Science (Hindi Medium) Class 12 [कक्षा १२] - CBSE Important Questions for Hindi (Core)

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Hindi (Core)
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बीट रिपोर्टिंग और विशेषीकृत रिपोर्टिंग में क्या अंतर है? स्पष्ट कीजिए।

Appears in 3 question papers
Chapter: [0.033] विशेष लेखन-स्वरुप और प्रकार
Concept: विशेष लेखन-स्वरुप और प्रकार

निम्नलिखित प्रश्न को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्न के लगभग 40 शब्दों में उत्तर दीजिए:

'उषा' कविता में 'भोर के नभ' की तुलना किससे और क्यों की गई है?

Appears in 2 question papers
Chapter: [0.0106] शमशेर बहादुर सिंह : उषा
Concept: उषा

कवितावली में उद्धृत छंदों के आधार पर स्पष्ट करें कि तुलसीदास को अपने युग की आर्थिक विषमता की अच्छी समझ है।

Appears in 2 question papers
Chapter: [0.0108] गोस्वामी तुलसीदास : कवितावली, लक्ष्मण-मूर्च्छा और राम का विलाप
Concept: कवितावली (उत्तर कांड से)

निम्नलिखित प्रश्न को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्न के लगभग 60 शब्दों में उत्तर दीजिए :-

भक्तिन अच्छी है, यह कहना कठिन होगा, क्योंकि उसमें दुर्गुणों का अभाव नहीं। लेखिका ने ऐसा क्यों कहा होगा?

Appears in 2 question papers
Chapter: [0.0111] महादेवी वर्मा : भक्तिन
Concept: भक्तिन

निम्नलिखित विषय पर 200 शब्दों में रचनात्मक लेखन लिखिए:

प्रातः काल योग करते लोग

Appears in 2 question papers
Chapter: [0.05] लेखन कौशल्य
Concept: निबंध लेखन

नीचे दिए गए अप्रत्याशित विषय पर लगभग 120 शब्दों में रचनात्मक लेख लिखिए।

आज़ादी का अमृत महोत्सव: स्वर्णिम 75 साल

Appears in 2 question papers
Chapter: [0.05] लेखन कौशल्य
Concept: निबंध लेखन

‘आत्मपरिचय’ कविता में कवि ने अपने जीवन में किन परस्पर विरोधी बातों का सामंजस्य बिठाने की बात की है?

Appears in 1 question paper
Chapter: [0.0101] हरिवंश राय बच्चन : आत्मपरिचय, एक गीत
Concept: आत्मपरिचय

निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित दिए गए प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए -

मैं निज उर के उद्गार लिए फिरता हूँ,
मैं निज उर के उपहार लिए फिरता हूँ,
है यह अपूर्ण संसार न मुझको भाता,
मैं स्वप्नों का संसार लिए फिरता हूँ।

मैं जला हृदय में अग्नि, दहा करता हूँ,
सुख-दुख दोनों में मग्न रहा करता हूँ,
जग भव-सागर तरने की नाव बनाए,
मैं भव-मौजों पर मस्त बहा करता हूँ।

  1. कवि के स्वप्नों का संसार है?   1
    1. यथार्थ
    2. आदर्श
    3. स्वप्निल
    4. सुखी
  2. निम्नलिखित कथनों पर विचार करते हुए पद्यांश के अनुसार सही कथन को चयनित कर लिखिए।  1
    1. स्मृतियों की नाव में कवि एक यात्री है।
    2. कविता में अग्नि परिवर्तन की इच्छा का प्रतीक है।
    3.  यथार्थ संसार से कवि को कोई सरोकार नहीं है।
    4. सुख-दुख का असर कवि पर होता है।
  3. काव्यांश में 'उर' से तात्पर्य है?  1
    1. हृदय
    2. इच्छा
    3. स्मृति
    4. आवेश
  4. निम्नलिखित कथन और कारण को ध्यानपूर्वक पढ़िए और सही विकल्प चुनकर लिखिए।  1
    कथन (A): यथार्थ को स्वीकार नहीं करने से कवि के स्वप्न अधूरे रह गए हैं।
    कारण (R): कल्पना और वास्तविकता में सामंजस्य की कमी होने से कवि को संसार अधूरा महसूस होता है।
    1. कथन (A) सही है, कारण (R) गलत है।
    2. कथन (A) सही नहीं है, कारण (R) सही है।
    3. कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं, किंतु कारण (R) उसकी सही व्याख्या नहीं करता।
    4. कथन (A) सही है तथा कारण (R) दोनों सही हैं, कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
  5. भव-मौजों में मस्त बहने से तात्पर्य क्या है?  1
    1. सांसारिक सुख रूपी लहरें
    2. मौज-मस्ती करना
    3. स्वप्न में उपजी सुख-दुख की लहरें
    4. नाव जैसी बहने वाली भावुकता
Appears in 1 question paper
Chapter: [0.0101] हरिवंश राय बच्चन : आत्मपरिचय, एक गीत
Concept: आत्मपरिचय

‘पतंगों के साथ-साथ वे भी उड़ रहे हैं’- बच्चों का उड़ान से कैसा संबंध बनता है?

Appears in 1 question paper
Chapter: [0.0102] आलोक धन्वा : पतंग
Concept: पतंग

निम्नलिखित प्रश्न को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्न के लगभग 60 शब्दों में उत्तर दीजिए :-

बारिशों के बाद, भादों के पश्चात प्रकृति में परिवर्तन का कवि ने किस प्रकार वर्णन किया है? पतंग कविता के आधार पर अपने शब्दों में वर्णन करें।

Appears in 1 question paper
Chapter: [0.0102] आलोक धन्वा : पतंग
Concept: पतंग

बात और भाषा परस्पर जुड़े होते हैं, किंतु कभी-कभी भाषा के चक्कर में ‘सीधी बात भी टेढ़ी हो जाती है’ कैसे?

Appears in 1 question paper
Chapter: [0.0103] कुँवर नारायण : कविता के बहाने, बात सीधी थी पर
Concept: बात सीधी थी पर

निम्नलिखित प्रश्न को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्न के लगभग 60 शब्दों में उत्तर दीजिए :-

व्यक्ति पर प्रशंसा का क्या प्रभाव पड़ता है? 'बात सीधी थी पर' कविता के आधार पर बताइए।

Appears in 1 question paper
Chapter: [0.0103] कुँवर नारायण : कविता के बहाने, बात सीधी थी पर
Concept: बात सीधी थी पर

निम्नलिखित प्रश्न को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्न के लगभग 40 शब्दों में उत्तर दीजिए :-

कैमरे में बंद अपाहिज कविता के आधार पर स्पष्ट करें कि दूरदर्शन वाले कैमरे के सामने कमज़ोर को ही क्यों लाते हैं?

Appears in 1 question paper
Chapter: [0.0104] रघुवीर सहाय : कैमरे में बंद अपाहिज
Concept: कैमरे में बंद अपाहिज

शमशेर की कविता ‘उषा’ गाँव के जीवन का जीवांत चित्रण है। पुष्टि कीजिए।

Appears in 1 question paper
Chapter: [0.0106] शमशेर बहादुर सिंह : उषा
Concept: उषा

निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए।

प्रात नभ था बहुत नीला शंख जैसे

भोर का नभ

राख से लीपा हुआ चौका
(अभी गीला पड़ा है)

बहुत काली सिल ज़रा से लाल केसर से
कि जैसे धुल गई हो

स्लेट पर या लाल खड़िया चाक
मल दी हो किसी ने

नील जल में या किसी की
गौर झिलमिल देह
जैसे हिल रही हो।

और...

जादू टूटता है इस उषा का अब
सूर्योदय हो रहा है।

(i) नील जल में किसी की गौर, झिलमिल देह जैसे हिल रही हो में कौन-सा भाव है? (1)

(क) तरलता का
(ख) निर्मलता का
(ग) उज्ज्वलता का
(घ) सहजता का

(ii) नीले नभ में उदय होता हुआ सूर्य किसके जैसा प्रतीत हो रहा है? (1)

(क) शंख जैसा
(ख) गौरवर्णीय सुंदरी जैसा
(ग) सिंदूर जैसा
(घ) नीले जल जैसा

(iii) इस काव्यांश में कवि ने उषा का कौन-सा चित्र उपस्थित किया है? (1)

(क) छायाचित्र
(ख) रेखाचित्र
(ग) शब्दचित्र
(घ) भित्तिचित्र

(iv) अलंकार की दृष्टि से कौन-सा विकल्प सही है? (1)

(क) बहुत नीला शंख जैसे उपमा अलंकार
(ख) जादू टूटता है इस उषा का अब उत्प्रेक्षा अलंकार
(ग) सूर्योदय हो रहा है रूपक अलंकार
(घ) गौर झिलमिल देह जैसे हिल रही हो अन्योक्ति अलंकार

(v) कवि द्वारा भोर को राख का लीपा हुआ चौंका कहना प्रतिपादित करता है कि भोर का नभ - (1)

(क) अपनी आभा से चमत्कृत कर रहा है।
(ख) रात के समान गर्म हवा फैला रहा है।
(ग) सफ़ेद व नीले वर्णों का अद्भुत मिश्रण है।
(घ) नए परिवर्तन व आयामों का प्रतीक है।

Appears in 1 question paper
Chapter: [0.0106] शमशेर बहादुर सिंह : उषा
Concept: उषा
‘विप्लव-रव से छोटे ही हैं शोभा पाते’ पंक्ति में ‘विप्लव-रव’ से क्या तात्पर्य है? ‘छोटे ही हैं शोभा पाते’ ऐसा क्यों कहा गया है?
Appears in 1 question paper
Chapter: [0.010700000000000001] सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' : बादल राग
Concept: बादल राग

निम्नलिखित प्रश्न को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्न के लगभग 40 शब्दों में उत्तर दीजिए :-

‘बादल राग’ कविता के आधार पर भाव स्पष्ट कीजिए - "विप्लव-रव से छोटे ही हैं शोभा पाते।"

Appears in 1 question paper
Chapter: [0.010700000000000001] सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' : बादल राग
Concept: बादल राग

‘कवितावली’ के आधार पर सिद्ध कीजिए कि तुलसीदास को अपने समय की आर्थिक-सामाजिक समस्याओं की समझ थी।

Appears in 1 question paper
Chapter: [0.0108] गोस्वामी तुलसीदास : कवितावली, लक्ष्मण-मूर्च्छा और राम का विलाप
Concept: कवितावली (उत्तर कांड से)

फ़िराक की गज़ल में अपना परदा खोलने से क्या आशय है?

Appears in 1 question paper
Chapter: [0.0109] फ़िराक गोरखपुरी : रुबाइयाँ, गज़ल
Concept: गज़ल

‘रस का अक्षयपात्र’ से कवि ने रचनाकर्म की किन विशेषताओं की और इंगित किया है?

Appears in 1 question paper
Chapter: [0.011000000000000001] उमाशंकर जोशी : छोटा मेरा खेत, बगुलों के पंख
Concept: छोटा मेरा खेत
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