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बाह्य निषेचन की व्याख्या कीजिए। इसके नुकसान बताइए। - Biology (जीव विज्ञान)

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प्रश्न

बाह्य निषेचन की व्याख्या कीजिए। इसके नुकसान बताइए।

संक्षेप में उत्तर

उत्तर

बाह्य निषेचन (External Fertilization) – शुक्राणु (नरे युग्मक) तथा अण्ड (मादा युग्मक) के संयुग्मन या संलयन को निषेचन कहते हैं। इसके फलस्वरूप द्विगुणित युग्माणु (diploid zygote) का निर्माण होता है। अधिकांश शैवालों, मछलियों में और उभयचर प्राणियों में शुक्राणु (नर युग्मक) तथा अण्ड (मादा युग्मक) का संलयन शरीर से बाहर जल में होता है, इसे बाह्य निषेचन (external fertilization) कहते हैं।

बाह्य निषेचन से हानियाँ (Disadvantages of External Fertilization) –

  1. जीवधारियों को अत्यधिक संख्या में युग्मकों का निर्माण करना होता है जिससे निषेचन के अवसर बढ़ जाएँ अर्थात् इनमें युग्मक संलयन के अवसर कम होते हैं।
  2. संतति अत्यधिक संख्या में उत्पन्न होती हैं।
  3. संतति शिकारियों द्वारा शिकार होने की स्थिति से गुजरती है, इसके फलस्वरूप इनकी उत्तरजीविता जोखिमपूर्ण होती है अर्थात् सन्तानें कम संख्या में जीवित रह पाती हैं।
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लैंगिक जनन
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अध्याय 1: जीवों में जनन - अभ्यास [पृष्ठ १९]

APPEARS IN

एनसीईआरटी Biology [Hindi] Class 12
अध्याय 1 जीवों में जनन
अभ्यास | Q 12. | पृष्ठ १९

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