हिंदी

जूस्पोर (अलैगिक चल बीजाणु) तथा युग्मनज के बीच विभेद करें। - Biology (जीव विज्ञान)

Advertisements
Advertisements

प्रश्न

जूस्पोर (अलैगिक चल बीजाणु) तथा युग्मनज के बीच विभेद करें।

संक्षेप में उत्तर

उत्तर

  1. जूस्पोर (अलैंगिक चल बीजाणु) यह नग्न, चल, कशाभिका युक्त संरचना है जो अलैंगिक जनन की इकाई है। इनका निर्माण जनक कोशिका के जीवद्रव्य से सूत्री विभाजन द्वारा होता है। इनके अग्र भाग पर स्थित कशाभिका जल में तैरने हेतु सहायक होती हैं। ये चलबीजाणु धानी में बनते हैं। उदाहरण – यूलोथ्रिक्स, क्लेमाइडोमोनास आदि।
  2. युग्मनज (Zygote) – लैंगिक जनन के दौरान नर तथा मादा युग्मकों (gametes) के निषेचन से बनी रचना, युग्मनज कहलाती है। यह द्विगुणित (diploid = 2n) होता है तथा विकसित होकर भ्रूण अथवा लार्वा में परिवर्तित हो जाता है। लैंगिक जनन करने वाले जीवों का विकास युग्मनज से होता है। बाह्य निषेचन करने वाले जीवों में युग्मनज का निर्माण बाह्य माध्यम (जल) में होता है; जैसे – मेढ़क जबकि आन्तरिक निषेचन करने वाले जीवों में यह मादा के शरीर में विकसित होता है; जैसे – मनुष्य आदि।
shaalaa.com
लैंगिक जनन
  क्या इस प्रश्न या उत्तर में कोई त्रुटि है?
अध्याय 1: जीवों में जनन - अभ्यास [पृष्ठ १९]

APPEARS IN

एनसीईआरटी Biology [Hindi] Class 12
अध्याय 1 जीवों में जनन
अभ्यास | Q 13. | पृष्ठ १९

संबंधित प्रश्न

जनन की अच्छी विधि कौन-सी है और क्यों ?


व्याख्या कीजिए –
किशोर चरण


व्याख्या करके बताएँ कि अर्द्धसूत्री विभाजन तथा युग्मकजनन सदैव अन्तर-सम्बन्धित (अन्तर्बद्ध) होते हैं।


प्रत्येक पुष्पीय पादप के भाग को पहचानिए तथा लिखिए कि वह अगुणित (n) है या द्विगुणित (2n)

  1. अण्डाशय
  2. परागकोश
  3. अण्डा या डिम्ब
  4. पराग
  5. नर युग्मक
  6. युग्मनज

बाह्य निषेचन की व्याख्या कीजिए। इसके नुकसान बताइए।


एक पुष्प में निषेचन-पश्च परिवर्तनों की व्याख्या कीजिए।


किसी भी कुकुरबिट पादप के कुछ पुष्पों की जाँच कीजिए और पुंकेसरी व स्त्रीकेसरी पुष्पों को पहचानने की कोशिश कीजिए। क्या आप अन्य एकलिंगी पौधों के नाम जानते हैं?


अण्डप्रजक प्राणियों की सन्तानों का उत्तरजीवन (सरवाइवल) सजीवप्रजक प्राणियों की तुलना में अधिक जोखिमयुक्त क्यों होता है? व्याख्या कीजिए।


युग्मकजनन एवं भ्रूणोद्भव के बीच अन्तर स्पष्ट कीजिए।


अलैगिक तथा लैगिक जनन के मध्य विभेद स्थापित करो। कायिक जनन को प्रारूपिक अलैगिक जनन क्यों माना गया है ?


Share
Notifications

Englishहिंदीमराठी


      Forgot password?
Use app×