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प्रश्न
बिन्दु (0, 0, -a) तथा (0, 0, a) पर दो आवेश क्रमशः -q और +q स्थित हैं।
- बिन्दुओं (0, 0, z) और (x, y, 0) पर स्थिरविद्युत विभव क्या है?
- मूल बिन्दु से किसी बिन्दु की दूरी पर विभव की निर्भरता ज्ञात कीजिए, जबकि
>> 1 - x-अक्ष पर बिन्दु (5, 0, 0) से बिन्दु (-7, 0, 0) तक एक परीक्षण आवेश को ले जाने में कितना कार्य करना होगा? यदि परीक्षण आवेश को उन्हीं बिन्दुओं के बीच x-अक्ष से होकर न ले जाएँ तो क्या उत्तर बदल जाएगा?
उत्तर
दिए गए बिन्दु आवेश एक विद्युत द्विध्रुव बनाते हैं।
आवेशों के बीच की दूरी = 2a
∴ विद्युत द्विध्रुव आघूर्ण
=
(a) बिन्दु (0, 0, z) द्विध्रुव की अक्ष पर स्थित है,
∴ इस बिन्दु पर विद्युत विभव V =
बिन्दु (x, y, 0) द्विध्रुव के विषुवत तल में स्थित है; अतः इस बिन्दु पर विद्युत विभव शून्य होगा।
(b)
द्विध्रुव के कारण किसी बिन्दु पर विद्युत विभव:
माना कोई बिन्दु P, द्विध्रुव के केन्द्र (मूल बिन्दु) से r दूरी पर स्थित है। इस बिन्दु की बिन्दु आवेशों + q तथा - q से दूरियाँ क्रमशः r1 तथा r2 हैं।
तब बिन्दु P पर द्विध्रुव के कारण विद्युत विभव
V =
माना ∠ZOP = θ तथा
Δ OBP में,
तथा Δ AOP में,
या
∴ समीकरण (2) से,
इसी प्रकार
या
इसी प्रकार
∴ समीकरण (1) में मान रखने पर,
V =
अतः द्विध्रुव के कारण उसके केन्द्र से r दूरी पर
V =
परन्तु
∴ V =
(c) बिन्दु P (5, 0, 0) तथा Q(-7, 0, 0) द्विध्रुव के विषुवत तल में स्थित है; अतः इन दोनों बिन्दुओ पर विभव शुन्य होगा।
∴ परीक्षण आवेश q0 को बिन्दु P से Q तक ले जाने में किया गया कार्य
W = q0 [V(Q) - V(P)] = 0 [V(P) = V(Q) = 0]
विद्युत क्षेत्र एक संरक्षी क्षेत्र है जिसमें किया गया कार्य केवल अन्त्य बिन्दुओं पर निर्भर करता है, न की मार्ग पर।
अतः उत्तर ,में कोई परिवर्तन नहीं आएगा।
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