Advertisements
Advertisements
प्रश्न
हाइड्रोजन के इलेक्ट्रॉन परिशुद्ध यौगिक से आप क्या समझते हैं। उदाहरण द्वारा समझाइए।
उत्तर
जिन यौगिकों में पारंपरिक लूइस संरचना के अनुरूप पर्याप्त इलेक्ट्रॉन होते हैं, उन्हें इलेक्ट्रॉन परिशुद्ध यौगिक कहा जाता है, जैसे- CH4, C2H4, Si2H6 आदि।
APPEARS IN
संबंधित प्रश्न
डाइहाइड्रोजन की अभिक्रियाशीलता के पदों में H–H बंध की उच्च एन्थैल्पी के परिणामों की विवेचना कीजिए।
हाइड्रोजन के इलेक्ट्रॉन न्यून यौगिक से आप क्या समझते हैं। उदाहरण द्वारा समझाइए।
हाइड्रोजन के इलेक्ट्रॉन समृद्ध यौगिक से आप क्या समझते हैं। उदाहरण द्वारा समझाइए।
संरचना एवं रासायनिक अभिक्रियाओं के आधार पर बताइए कि इलेक्ट्रॉन न्यून हाइड्राइड के कौन-कौन से अभिलक्षण होते हैं?
कर्तन और वेल्डिंग में परमाण्वीय हाइड्रोजन अथवा ऑक्सी हाइड्रोजन टॉर्च किस प्रकार कार्य करती है? समझाइए।
NH3, H2O तथा HF में से किसका हाइड्रोजन बंध का परिमाण उच्चतम अपेक्षित है और क्यों?
H2O तथा H2O2 की संरचनाओं की तुलना कीजिए।
निम्नलिखित अभिक्रिया को पूर्ण कीजिए-
\[\ce{PbS(s) + H2O2(aq) ->}\]
उपर्युक्त को जल-अपघटन, अपचयोपचय (redox) तथा जलयोजन अभिक्रियाओं में वर्गीकृत कीजिए।
निम्नलिखित अभिक्रिया को पूर्ण कीजिए-
\[\ce{CaO(s) + H2O(g) ->}\]
उपर्युक्त को जल-अपघटन, अपचयोपचय (redox) तथा जलयोजन अभिक्रियाओं में वर्गीकृत कीजिए।
निम्नलिखित अभिक्रिया को पूर्ण कीजिए-
\[\ce{Ca3N2(s) + H2O(l) ->}\]
उपर्युक्त को जल-अपघटन, अपचयोपचय (redox) तथा जलयोजन अभिक्रियाओं में वर्गीकृत कीजिए।