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प्रश्न
निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए:
डॉ. आंबेडकर ने आर्थिक असमानता से भी अधिक हानिकारक किसे और क्यों माना है? 'श्रम-विभाजन और जाति-प्रथा' पाठ के आधार पर लिखिए।
उत्तर
डॉ. अंबेडकर के अनुसार, आर्थिक असमानता से अधिक खतरनाक है किसी व्यक्ति को अपना पेशा चुनने की स्वतंत्रता न देना। यह व्यक्ति को दासता में बाँधने के समान है, जहाँ उसे दूसरों द्वारा निर्धारित कर्तव्यों और व्यवहारों का पालन करने के लिए विवश होना पड़ता है।
जाति प्रथा भारतीय समाज में बेरोजगारी और भुखमरी का एक बड़ा कारण रही है। यह न केवल पेशे का दोषपूर्ण पूर्वनिर्धारण करती है, बल्कि व्यक्ति को जीवन भर के लिए एक ही पेशे में बाँध देती है, जिससे पेशा बदलने की अनुमति नहीं मिलती।
आधुनिक युग में, जहाँ उद्योगों और तकनीकों में निरंतर विकास और परिवर्तन हो रहे हैं, व्यक्ति को अपना पेशा बदलने की आवश्यकता पड़ सकती है। जाति आधारित प्रतिबंध व्यापार और आर्थिक विकास में बाधा उत्पन्न करते हैं, जिससे आर्थिक व्यवस्था कमजोर हो जाती है।