मराठी

कविता में जिन रीति-रिवाजों का मार्मिक चित्रण हुआ है, उनका वर्णन कीजिए। - Hindi Course - A

Advertisements
Advertisements

प्रश्न

कविता में जिन रीति-रिवाजों का मार्मिक चित्रण हुआ है, उनका वर्णन कीजिए।

टीपा लिहा

उत्तर

कविता में गाँवों के रीति-रिवाजों के माध्यम से वर्षा ऋतु का चित्रण किया गया है। इसके माध्यम से कवि ने गाँव के कुछ रुढ़ीवादी परम्पराओं की ओर हमारा ध्यान आकर्षित करने की चेष्टा की है; जैसे -

  1. दामाद चाहे किसी के भी घर आए लेकिन गाँव के सभी लोग उसमें बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं।
  2. गाँव की स्त्रियाँ मेहमान से पर्दा करती हैं।
  3. नायिका भी मेहमान के समक्ष घूँघट रखती है।
  4. सबसे बुज़ुर्ग आदमी को झुककर मेहमान का स्वागत करना पड़ता है।
  5. मेहमान के आगमन पर वधु-पक्ष के लोगों को दुल्हें के पैरों को पानी से धोना पड़ता है।
shaalaa.com
पद्य (Poetry) (Class 9 A)
  या प्रश्नात किंवा उत्तरात काही त्रुटी आहे का?
पाठ 15: मेघ आए - प्रश्न अभ्यास [पृष्ठ १२८]

APPEARS IN

एनसीईआरटी Hindi - Kshitij Part 1 Class 9
पाठ 15 मेघ आए
प्रश्न अभ्यास | Q 8 | पृष्ठ १२८

संबंधित प्रश्‍न

'कालिंदी कूल कदंब की डारन' में कौन-सा अलंकार है?


कविता के आधार पर पराधीन भारत की जेलों में दी जाने वाली यंत्रणाओं का वर्णन कीजिए।


‘जीवन पर अब दिन-रात कड़ा पहरा है’-ऐसा किसने कहा है और क्यों?


ब्रिटिश राज का गहना किसे कहा गया है और क्यों? पठित पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।


‘तिस पर है गाली, ऐ आली!’ पंक्ति के आधार पर जेल के कर्मचारियों के व्यवहार का वर्णन कीजिए।


कबीर ने ईश्वर को 'सब स्वाँसों की स्वाँस में' क्यों कहा है?


कवि के लिए बच्चों का काम पर जाना चिंता का विषय क्यों बन गया है? ‘बच्चे काम पर जा रहे हैं? कविता के आधार पर लिखिए।


बालश्रम क्या है? ‘बच्चे काम पर जा रहे हैं इसे रोकने के लिए आप कुछ सुझाव दीजिए।


कवि को दक्षिण दिशा पहचानने में कभी मुश्किल क्यों नहीं हुई?


आज यमराज का वास कहाँ-कहाँ दिखाई पड़ता है? वे वहाँ किस रूप में दिखाई देते हैं?


Share
Notifications

Englishहिंदीमराठी


      Forgot password?
Use app×