Advertisements
Advertisements
प्रश्न
क्या आप आशा करते हैं कि (CnH2n+2) कार्बनिक हाइड्राइड लूइस अम्ल या क्षार की भाँति कार्य करेंगे? अपने उत्तर को युक्तिसंगत ठहराइए।
उत्तर
नहीं, कार्बन के CnH2n+2 प्रकार के हाइड्राइड लूइस अम्ल या लूइस बेस की भाँति कार्य नहीं करते। ऐसा इसलिये होता है, क्योंकि इनमें आवश्यक सहसंयोजक बंध बनाने के लिए सही संख्या में इलेक्ट्रॉन उपस्थित होते हैं। अतः इनमें न तो इलेक्ट्रॉन की कमी होती है और न ही एकल युग्म के रूप में इलेक्ट्रॉन की अधिकता। इसलिए ये लूइस अम्ल व लूइस बेस की तरह व्यवहार नहीं करते।
APPEARS IN
संबंधित प्रश्न
डाइहाइड्रोजन की अभिक्रियाशीलता के पदों में H–H बंध की उच्च एन्थैल्पी के परिणामों की विवेचना कीजिए।
हाइड्रोजन के इलेक्ट्रॉन न्यून यौगिक से आप क्या समझते हैं। उदाहरण द्वारा समझाइए।
हाइड्रोजन के इलेक्ट्रॉन समृद्ध यौगिक से आप क्या समझते हैं। उदाहरण द्वारा समझाइए।
संरचना एवं रासायनिक अभिक्रियाओं के आधार पर बताइए कि इलेक्ट्रॉन न्यून हाइड्राइड के कौन-कौन से अभिलक्षण होते हैं?
कर्तन और वेल्डिंग में परमाण्वीय हाइड्रोजन अथवा ऑक्सी हाइड्रोजन टॉर्च किस प्रकार कार्य करती है? समझाइए।
NH3, H2O तथा HF में से किसका हाइड्रोजन बंध का परिमाण उच्चतम अपेक्षित है और क्यों?
H2O तथा H2O2 की संरचनाओं की तुलना कीजिए।
निम्नलिखित अभिक्रिया को पूर्ण कीजिए-
\[\ce{PbS(s) + H2O2(aq) ->}\]
उपर्युक्त को जल-अपघटन, अपचयोपचय (redox) तथा जलयोजन अभिक्रियाओं में वर्गीकृत कीजिए।
निम्नलिखित अभिक्रिया को पूर्ण कीजिए-
\[\ce{AlCl3(g) + H2O(l) ->}\]
उपर्युक्त को जल-अपघटन, अपचयोपचय (redox) तथा जलयोजन अभिक्रियाओं में वर्गीकृत कीजिए।
परमाणु क्रमांक 15, 19, 23 तथा 44 वाले तत्त्व यदि डाइहाइड्रोजन से अभिक्रिया कर हाइड्राइड बनाते हैं, तो उनकी प्रकृति से आप क्या आशा करेंगे? जल के प्रति इनके व्यवहार की तुलना कीजिए।