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प्रवास, जनसंख्या परिवर्तन का एक कारक। - Social Science (सामाजिक विज्ञान)

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प्रश्न

प्रवास, जनसंख्या परिवर्तन का एक कारक।

थोडक्यात उत्तर

उत्तर

प्रवास (Migration): लोगों का एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में चले जाने को प्रवास कहते हैं। जनसंख्या वितरण एवं उसके घटकों को परिवर्तित करने में प्रवास की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है क्योंकि यह आगमन तथा प्रस्थान दोनों ही स्थानों के जनसांख्यिकीय आंकड़ों को प्रभावित करता है। प्रवास आंतरिक (देश के भीतर) या अंतर्राष्ट्रीय (देशों के बीच) हो सकता है। आंतरिक प्रवास जनसंख्या के आकार में परिवर्तन नहीं करता लेकिन देश में जनसंख्या के वितरण को प्रभावित करता है।

  • प्रवास जनसंख्या के गठन एवं वितरण में बदलाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  • भारत में अधिकतर प्रवास ग्रामीण क्षेत्रों से ‘अपकर्षण' (Push) कारक प्रभावी होते हैं। ये ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी एवं बेरोजगारी की प्रतिकूल अवस्थाएँ हैं तथा नगर का ‘कर्षण’ (Pull) प्रभाव रोजगार में वृद्धि एवं अच्छे जीवन स्तर को दर्शाता है। 1951 में शहरी जनसंख्या 17.29 प्रतिशत थी जो 2001 में बढ़कर 27.78 प्रतिशत हो गई।
  • 1991 से 2001 के बीच एक ही दशक के दौरान “दस लाख से अधिक” की जनसंख्या वाले महानगर 23 से बढकर 35 हो गए हैं।
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जनसंख्या वृद्धि एवं जनसंख्या परिवर्तन की प्रक्रिया
  या प्रश्नात किंवा उत्तरात काही त्रुटी आहे का?
पाठ 6: जनसंख्या - अभ्यास [पृष्ठ ६२]

APPEARS IN

एनसीईआरटी Social Science - Contemporary India 1 [Hindi] Class 9
पाठ 6 जनसंख्या
अभ्यास | Q 2. (iv) | पृष्ठ ६२
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