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व्यावसायिक संरचना एवं विकास के बीच क्या संबंध है? - Social Science (सामाजिक विज्ञान)

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प्रश्न

व्यावसायिक संरचना एवं विकास के बीच क्या संबंध है? 

दीर्घउत्तर

उत्तर

विभिन्न प्रकार के व्यवसायों के अनुसार किए गए जनसंख्या के वितरण को व्यावसायिक संरचना कहा जाता है। व्यवसायों को सामान्यतः प्राथमिक, द्वितीयक एवं तृतीयक श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है। व्यवसायों को प्रायः प्राथमिक (कृषि, खनन, मछलीपालन आदि) द्वितीयक (उत्पादन करने वाले उद्योग, भवन एवं निर्माण कार्य) एवं तृतीयक (परिवहन, संचार, वाणिज्य, प्रशासन तथा सेवाएँ) श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है। विकसित एवं विकासशील देशों में द्वितीयक एवं तृतीयक व्यवसायों में कार्य करने वाले लोगों का अनुपात अधिक होता है। विकासशील देशों में प्राथमिक क्रियाकलापों में कार्यरत लोगों का अनुपात अधिक होता है। भारत में कुल जनसंख्या का 64 प्रतिशत भाग केवल कृषि कार्य करता है। द्वितीयव, एवं तृतीयक क्षेत्रों में कार्यरत लोगों की संख्या का अनुपात क्रमशः 13 तथा 20 प्रतिशत है। वर्तमान समय में बढ़ते हुए औद्योगीकरण एवं शहरीकरण में वृद्धि होने के कारण द्वितीयक एवं तृतीयक क्षेत्रों में व्यावसायिक परिवर्तन हुआ है। विकास के लिए जनसंख्या का स्वस्थ होना अत्यन्त आवश्यक है।

इस प्रकार स्वस्थ जनसंख्या निम्नलिखित रूप से लाभकारी हो सकती है:

  • बीमारियों पर कम खर्च होता है। इसके अतिरिक्त धन को विकास कार्यों में लगाया जाता है। 
  • विकास की गति तीव्र होती है।
  • सरकार को अधिक स्वास्थ्य सेवाएँ बढ़ाने की आवश्यकता नहीं रहती।
  • लोगों में स्वस्थ वातावरण का संचार होता है।
  • स्वस्थ जनसंख्या अधिक समय तक काम करती है तथा उत्पादन में वृद्धि होती है। 
  • स्वस्थ जनसंख्या में स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है।
  • हृष्ट-पुष्ट नागरिक उत्पन्न होते हैं।
  • अधिक तेज तथा अधिक कार्यक्षम होते हैं।
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जनसंख्या वृद्धि एवं जनसंख्या परिवर्तन की प्रक्रिया
  या प्रश्नात किंवा उत्तरात काही त्रुटी आहे का?
पाठ 6: जनसंख्या - अभ्यास [पृष्ठ ६२]

APPEARS IN

एनसीईआरटी Social Science - Contemporary India 1 [Hindi] Class 9
पाठ 6 जनसंख्या
अभ्यास | Q 4. | पृष्ठ ६२
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