HSC Commerce (English Medium)
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HSC Arts (English Medium)
HSC Arts (Marathi Medium)
HSC Commerce (Marathi Medium)
Academic Year: 2024-2025
Date & Time: 12th February 2025, 11:00 am
Duration: 3h
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कृतिपत्रिका के लिए सूचनाएँ :
- सूचना के अनुसार गद्य, पद्य, विशेष अध्ययन तथा व्यावहारिक हिंदी की कृतियों में आवश्यकता के अनुसार आकृतियों में ही उत्तर लिखना अपेक्षित है।
- सभी आकृतियों के लिए पेन का हीं उपयोग कीजिए।
- सभी आकृतियों में उत्तर पेन से ही लिखना आवश्यक है।
- व्याकरण विभाग सें पूछी गई कृतियों के उत्तरों के लिए आकृतियों की आवश्यकता नहीं है।
निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ पूर्ण कीजिए:
"अब बैजू बावरा जवान था और रागविद्या में दिन-ब-दिन आगे बढ़ रहा था। उसके स्वर में जादू था और तान में एक आश्चर्यमयी मोहिनी थी।" गाता था तो पत्थर तक पिघल जाते थे और पशु-पंछी तक मुग्ध हो जाते थे। लोग सुनते थे और झूमते थे तथा वाह-वाह करते थे। हवा रुक जाती थी । एक समाँ बंध जाता था। एक दिन हरिदास ने हँसकर कहा - ''वत्स! मेरे पास जो कुछ था, वह न मैंने तुझे दे डाला। अब तू पूर्ण गंधर्व हो गया है। अब मेरे पास और कुछ नहीं, जो तुझे दूँ।'' बैजू हाथ बाँधकर खड़ा हो गया। कृतज्ञता का भाव आँसुओं के रूप में न बह निकला। चरणों पर सिर रखकर बोला - ''महाराज आपका उपकार जन्म न भर सिर से न उतरेगा।'' हरिदास सिर हिलाकर बोले - ''यह नहीं बेटा! कुछ और कहो। मैं तुम्हारे मुँह से कुछ और सुनना चाहता हूँ।'' बैजू - ''आज्ञा कोजिए।'' हरिदास - ''तुम पहले प्रतिज्ञा करो।'' बैजू ने बिना सोच-विचार किए कह दिया - ''मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि .......'' हरिदास ने वाक्य को पूरा किया - ''इस रागविद्या से किसी को हानि न पहुचाऊँगा।'' |
- कृति पूर्ण कीजिए: (२)
- निम्नलिखित शब्दों के लिंग पहचानकर लिखिए: (२)
- बेटा -
- बस्ती -
- मोहिनी -
- हरिदास -
- 'क्षमा जीवन का मूलमंत्र है' इस विषय पर अपने विचार ४० से ५० शब्दों में लिखिए। (२)
Chapter:
परिच्छेद पढ़कर निम्नलिखित कृतियाँ पूर्ण कीजिए:
"संसार में पाप है, जीवन में दोष, व्यवस्था में अन्याय है, व्यवहार में अत्याचार... और इस तरह समाज पीड़ित और पीड़क वर्गों में बँट गया है। सुधारक आते हैं, जीवन की इन विडंबनाओं पर घनघोर चोट करते हैं। विडंबनाएँ टूटती-बिखरती नजर आती हैं पर हम देखते हैं कि सुधारक चले जाते हैं और विडंबनाएँ अपना काम करती रहती हैं।" आखिर इसका रहस्य क्या है कि संसार में इतने महान पुरुष, सुधारक, तीर्थंकर, अवतार, संत और पैगंबर आ चुके पर यह संसार अभी तक वैसा-का-वैसा ही चल रहा है? इसे वे क्यों नहीं बदल पाए? दूसरे शब्दों में जीवन के पापों और विडंबनाओं के पास वह कौन-सी शक्ति है जिससे वे सुधारकों के इन शक्तिशाली आक्रमणों को झेल जाते हैं और टुकड़े-टुकड़े होकर बिखर नहीं जाते? शॉ ने इसका उत्तर दिया है कि मुझपर हँसकर और इस रूप में मेरी उपेक्षा करके वे मुझे सह लेते हैं। यह मुहावरे की भाषा में सिर झुकाकर लहर को ऊपर से उतार देना है। शॉ की बात सच है पर यह सच्चाई एकांगी है। सत्य इतना ही नहीं है। |
- संजाल पूर्ण कीजिए: (२)
- निम्नलिखित शब्दों के उपसर्ग हटाकर मूल शब्द गद्यांश में से दूँढ़कर लिखिए: (२)
- आजीवन −
- सदोष −
- असत्य −
- सशस्त्र −
- किसी एक समाज सुधारक के बारे में अपने विचार ४० से ५० शब्दों में लिखिए। (२)
Chapter:
निराला जी की चारित्रिक विशेषताएँ लिखिए।
Chapter: [0.02] निराला भाई
‘उड़ो बेटी, उड़ो! पर धरती पर निगाह रखकर’, इस पंक्ति में निहित सुगंधा की माँ के विचार स्पष्ट कीजिए।
Chapter: [0.08] सुनो किशोरी
मौसी की स्वभावगत विशेषताएँ लिखिए।
Chapter: [0.11] कोखजाया
निम्नलिखित प्रश्न का मात्र एक वाक्य में उत्तर लिखिए:
हिंदी के कुछ आलोचकों द्वारा महादेवी वर्मा को कौन-सी उपाधि दी गई?
Chapter: [0.02] निराला भाई
निम्नलिखित प्रश्न का मात्र एक वाक्य में उत्तर लिखिए:
कन्हैयालाल मिश्र ‘प्रभाकर’ जी के निबंध संग्रहों के नाम लिखिए।
Chapter: [0.06] पाप के चार हथियार
निम्नलिखित प्रश्न का मात्र एक वाक्य में उत्तर लिखिए्:
आशारानी व्होरा जी के लेखन कार्य का उद्देश्य क्या है?
Chapter: [0.08] सुनो किशोरी
निम्नलिखित प्रश्न का मात्र एक वाक्य में उत्तर लिखिए:
कहानी विधा की विशेषता
Chapter:
निम्नलिखित पद्यांश पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ पूर्ण कीजिए:
“सरसुति के भंडार की, बड़ी अपूरब बात। नैना देत बताय सब, हिय को हेत-अहेत। अपनी पहुँच बिचारि कै, करतब करिए दौर। फेर न ह्वै हैं कपट सों, जो कीजै ब्यौपार। |
- उत्तर लिखिए: (२)
- इसके भंडार की बात बड़ी अपूरब है - ______
- आँखें मन की इन बातों को व्यक्त कर देती हैं - ______
- इसे पहचानकर कोई भी कार्य करना चाहिए - ______
- व्यापार में इसका सहारा नहीं लेना चाहिए - ______
- निम्नलिखित शब्दों के लिए पद्यांश में आए हुए समानार्थी शब्द ढूँढ़कर लिखिए: (२)
- आँख - ______
- पैर - ______
- आईना - ______
- छल - ______
- 'अपनी क्षमताओं को पहचानकर काम करना चाहिए' इस विषय पर अपने विचार ४० से ५० शब्दों में लिखिए। (२)
Chapter:
निम्नलिखित पद्यांश पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ पूर्ण कीजिए:
कल अपने कमरे की |
- आकृति पूर्ण कीजिए: (२)
-
- निम्नलिखित शब्दों के वचन बदलकर लिखिए: (१)
- कमरा -
- खिड़कियाँ -
- निम्नलिखित शब्दों के प्रत्यय हटाकर मूल शब्द पद्यांश मे से दूँढ़कर लिखिए: (१)
- बड़प्पन -
- आदमियत -
- निम्नलिखित शब्दों के वचन बदलकर लिखिए: (१)
- 'पेड़ मनुष्य का परम मित्र है' इस विषय पर अपना मत ४० से ५० शब्दों में लिखिए। (२)
Chapter:
निम्नलिखित मुद्दों के आधार पर 'नवनिर्माण' कविता का रसास्वान कीजिए।
मुद्दे :
- रचना का शीर्षक -
- रचनाकार का नाम -
- पसंद की पंक्तियाँ -
- पसंद आने के कारण -
- कविता का केन्द्रीय भाव -
Chapter: [0.01] नवनिर्माण (पद्य)
कवि की भावुकता और संवेदनशीलता को समझते हुए ‘चुनिंदा शेर’ का रसास्वादन कीजिए।
Chapter: [0.19] भाषा अध्ययन (व्याकरण)
निम्नलिखित प्रश्न का केवल एक वाक्य में उत्तर लिखिए:
चतुष्पदी के लक्षण लिखिए।
Chapter: [0.01] नवनिर्माण (पद्य)
‘नयी कविता’ के अन्य कवियों के नाम - ......
Chapter: [0.03] सच हम नहीं; सच तुम नहीं (पद्य)
निम्नलिखित प्रश्न का केवल एक वाक्य में उत्तर लिखिए:
गुरूनानक जी की रचनाओं के नाम -
Chapter:
लोकगीतों की दो विशेषताएँ लिखिए।
Chapter: [0.12] लोकगीत - सुनु रे सखिया, कजरी (पद्य)
निम्नलिखित पद्यांश पढ़कर कृतियाँ पूर्ण कीजिए:
अच्छा, मेरे महान कनु, मान लो कि क्षण भर को, मैं यह स्वीकार लूँ कि मेरे ये सारे तन्मयता के गहरे क्षण सिर्फ़ भावावेश थे, सुकोमल कल्पनाएँ थीं रँगे हुए, अर्थहीन, आकर्षक शब्द थे - मान लो कि क्षण भर को, मैं यह स्वीकार लूँ, कि पाप-पुण्य, धर्माधर्म, न्याय-दंड क्षमा-शीलवाला यह तुम्हारा युद्ध सत्य है- तो भी मैं क्या करूँ कनु, मैं तो वही हूँ, तुम्हारी बावरी मित्र। जिसे सदा उतना ही ज्ञान मिला जितना तुमने उसे दिया। |
- कृति पूर्ण कीजिए: (२)
कनुप्रिया की तन्मयता के गहरे क्षण, सिर्फ़ ........- ______________________
- ______________________
- ______________________
- ______________________
- निम्नलिखित शब्दों के लिए पद्यांश में आए हुए विलोम शब्द ढूँढ़कर लिखिए: (२)
- बुरा ×
- अस्वीकार ×
- असत्य ×
- अज्ञान ×
- 'युद्ध से विनाश होता है' इस विषय पर अपने विचार ४० से ५० शब्दों में लिखिए। (२)
Chapter:
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‘कवि ने कनुप्रिया के माध्यम से आधुनिक मानव की व्यथा को शब्दबद्ध किया है’, इस कथन को स्पष्ट कीजिए।
Chapter: [0.13] विशेष अध्ययन : कनुप्रिया
कनुप्रिया की दृष्टि से जीवन की सार्थकता स्पष्ट कीजिए।
Chapter: [0.13] विशेष अध्ययन : कनुप्रिया
निम्नलिखित का उत्तर लगभग १०० से १२० शब्दों में लिखिए:
अपने शहर की विशेषताओं पर ब्लॉग लेखन कीजिए।
Chapter:
परिच्छेद पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ पूर्ण कीजिए:
"मैडम! मेरा प्रश्न यह है कि फीचर किन-किन विषयों पर लिखा जाता है और फीचर के कितने प्रकार हैं?" "बहुत अच्छा, देखिए फीचर किसी विशेष घटना, व्यक्ति, जीव-जंतु, तीज-त्योहार, दिन, स्थान, प्रकृति-परिवेश से संबंधित व्यक्तिगत अनुभूतियों पर आधारित आलेख होता है। इस आलेख को कल्पनाशीलता, सृजनात्मक कौशल के साथ मनोरंजक और आकर्षक शैली में प्रस्तुत किया जाता है।" स्नेहा ने सभी पर दृष्टि घुमाई। एक क्षण के लिए रुकी। फिर बोलने लगी, "फीचर के अनेक प्रकार हैं। उनमें मुख्य रूप से निम्नलिखित है:"
"मैडम! हम जानना चाहते हैं कि फीचर लेखन करते समय कौन-सी सावधानियाँ बरतनी चाहिए?" उसी विद्यार्थी ने जिज्ञासावश प्रश्न किया। "बड़ा हीं सटीक और तर्कसंगत प्रश्न पूछा है आपने।'' अब स्नेहा ने इस विषय पर बोलना प्रारंभ किया - |
- (1) आकृति पूर्ण कीजिए: (२)
फीचर लेखन के प्रकार ↓ (1) __________________ (2) __________________ (3) __________________ (4) __________________ - निम्नलिखित शब्दों के लिए गद्यांश में प्रयुक्त पर्यायवाची शब्द लिखिए: (२)
- सवाल -
- ज्यादा -
- नज़र -
- छात्र -
- 'विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्त्व' इस विषय पर अपने विचार ४० से ५० शब्दों में लिखिए। (२)
Chapter:
पल्लवन की विशेषताएँ स्पष्ट कीजिए।
Chapter: [0.14] व्यावहारिक हिंदी : पल्लवन
सूत्र संचालन के विविध प्रकारों पर प्रकाश डालिए।
Chapter: [0.16] व्यावहारिक हिंदी : मैं उद्घोषक
'पल्लवन' शब्द अंग्रेजी '______' शब्द के प्रतिशब्द के रूप में आता है।
Exam
Expansion
Expensive
Expert
Chapter:
स्नेहा की पत्रकारिता और विशेष रूप में ______ में बहुत रुचि थी।
फीचर लेखन
पल्लवन
ब्लॉग लेखन
सूत्रसंचालन
Chapter:
ब्लॉग लेखन से ______ लाभ भी होता है।
राजनीतिक
तकनीकी
सामाजिक
आर्थिक
Chapter:
प्रकाश उत्पन्न करने में ______ उत्पन्न नहीं होती।
ठंड
जीवाणु
ऊष्मा
छाया
Chapter:
निम्नलिखित अपठित गदूयांश पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ पूर्ण कीजिए:
"मनुष्य का मन पनचक्की के समान है। जब उसमें गेहूँ डालते जाओगे तब गेहूँ को पीसकर आटा बना देगी। परंतु जब उसमें गेहूँ न डालोगे तब वह स्वयं अपने-आपको पीसकर क्षीण बना डालेगी। जब यह निर्विवाद सिद्ध है कि काम न करना अथवा आलस्यपूर्ण जीवन बिता देना देह-धर्म के विरुद्ध है, तब हमारा यही कर्तव्य है कि हम कुछ-न- कुछ अच्छा व्यवसाय अपने लिए पसंद करें। यह व्यवसाय हमारे मन, इच्छा, कार्यशक्ति और स्वभाव के अनुकूल होना चाहिए। स्वाभाविक प्रकृति के प्रतिकूल व्यवसाय करने में सफलता कभी हो नहीं सकती। मनुष्य जीवन के असफल होने के दो मुख्य कारण हैं - पहला यह कि वह कभी-कभी अपनी स्वाभाविक कार्य-शक्ति के विरुदूध व्यवसाय में लग जाता है। दूसरा कारण यह है कि मनुष्य व्यवसाय-कुशल हुए बिना ही अपने कार्यों को शुरू कर देता है, परंतु जब तक कार्यकुशलता और कामचलाऊ अनुभव न हों जाए तब तक सहसा कोई काम शुरू न करना चाहिए। यह सच है कि अनुभव और कुशलता ज़ल्द नहीं आती, परंतु इन्हें दृष्टि के बाहर जाने नहीं देना चाहिए।'' |
- कृति पूर्ण कीजिए: (२)
- गद्यांश में से शब्द-युग्म दूँढ़कर लिखिए: (२)
- ____________
- ____________
- ____________
- ____________
- 'व्यवसाय के लिए आवश्यक गुण' इस विषय पर ४० से ५० शब्दों में अपना मत लिखिए। (२)
Chapter:
निम्नलिखित पारिभाषिक शब्द के लिए हिंदी शब्द लिखिए:
Advance
Chapter:
निम्नलिखित पारिभाषिक शब्द के लिए हिंदी शब्द लिखिए:
Warning
Chapter:
निम्नलिखित पारिभाषिक शब्द के लिए हिंदी शब्द लिखिए:
Balance
Chapter:
निम्नलिखित पारिभाषिक शब्द के लिए हिंदी शब्द लिखिए:
Action
Chapter:
निम्नलिखित शब्द की पारिभाषिक शब्द लिखिए:
Speed
Chapter: [0.19] भाषा अध्ययन (व्याकरण)
निम्नलिखित पारिभाषिक शब्द के लिए हिंदी शब्द लिखिए:
Antibiotics
Chapter:
निम्नलिखित शब्द की पारिभाषिक शब्द लिखिए।
Integrated circuit
Chapter: [0.19] भाषा अध्ययन (व्याकरण)
निम्नलिखित पारिभाषिक शब्द के लिए हिंदी शब्द लिखिए।
Auxiliary Memory
Chapter: [0.19] भाषा अध्ययन (व्याकरण)
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निम्नलिखित वाक्य का काल परिवर्तन करके वाक्य फिर से लिखिए: (कोष्ठक की सूचनानुसार)
यात्रा की तिथि भी आ गई।
(पूर्ण वर्तमानकाल)
Chapter:
निम्नलिखित वाक्य का काल परिवर्तन करके वाक्य फिर से लिखिए: (कोष्ठक की सूचनानुसार)
मन बहुत दुखी हुआ था।
(अपूर्ण भूतकाल)
Chapter: [0.19] भाषा अध्ययन (व्याकरण)
निम्नलिखित वाक्य का काल परिवर्तन करके वाक्य फिर से लिखिए: (कोष्ठक की सूचनानुसार)
त्वचा के कैंसर के रोगियों की संख्या लाखेों में है।
(सामान्य भविष्यकाल)
Chapter:
निम्नलिखित वाक्य का काल परिवर्तन करके वाक्य फिर से लिखिए: (कोष्ठक की सूचनानुसार)
मौसी अपने गाँव की ही नहीं बल्कि पूरे इलाके की आदर्श बेटी बन गई है।
(पूर्ण भूतकाल)
Chapter:
निम्नलिखित पंक्ती में उद्धृत अलंकार पहचान कर उसका नाम लिखिए:
पीपर पात सरस मन डोला।
Chapter:
निम्नलिखित पंक्ती में उद्धृत अलंकार पहचान कर उसका नाम लिखिए:
सिंधु - सेज पर धरा - वधू।
अब तनिक संकुचित बैठी - सी॥
Chapter: [0.19] भाषा अध्ययन (व्याकरण)
निम्नलिखित पंक्ती में उद्धृत अलंकार पहचान कर उसका नाम लिखिए:
हनुमंत की पूँछ में लग न पाई आग।
लंका सगरी जल गई, गए निशाचर भाग।।
Chapter: [0.19] भाषा अध्ययन (व्याकरण)
निम्नलिखित पंक्ति में उद्धृत अलंकार के नाम पहचानकर लिखिए।
करत-करत अभ्यास के, जड़मति होत सुजान।
रसरी आवत जात है, सिल पर पड़त निसान॥
Chapter:
निम्नलिखित पंक्ति में उद्धृत रस पहचानकर उनके नाम लिखिए।
तू दयालु दीन हौं, तू दानि हौं भिखारि।
हौं प्रसिद्ध पातकी, तू पाप पुंजहारि।
Chapter: [0.19] भाषा अध्ययन (व्याकरण)
निम्नलिखित पंक्ति में उद्धृत रस पहचानकर उनके नाम लिखिए।
माला फेरत जुग भया, गया न मन का फेर।
कर का मनका डारि कैं, मन का मनका फेर।।
Chapter: [0.19] भाषा अध्ययन (व्याकरण)
निम्नलिखित पंक्ति में उद्धृत रस पहचानकर उसका नाम लिखिए।
कहत, नटत, रीझत, खिझत, मिलत, खिलत, लजियात।
भरे भौन में करत हैं, नैननु ही सौं बात।।
Chapter:
निम्नलिखित पंक्ति में उद्धृत रस पहचानकर उनके नाम लिखिए।
एक अचंभा देखा रे भाई, ठाढ़ा सिंह चरावै गाई।
पहले पूत पाछो भाई, चेला कें गुरू लागे पाई।।
Chapter: [0.19] भाषा अध्ययन (व्याकरण)
निम्नलिखित मुहावरे का अर्थ लिखकर उचित वाक्य में प्रयोग कीजिए:
वाह-वाह करना।
Chapter: [0.19] भाषा अध्ययन (व्याकरण)
निम्नलिखित मुहावरे का अर्थ लिखकर उचित वाक्य में प्रयोग कीजिए:
चल बसना।
Chapter:
निम्नलिखित मुहावरे का अर्थ लिखकर उचित वाक्य में प्रयोग कीजिए:
कागजी घोड़े दौड़ाना।
Chapter:
निम्नलिखित मुहावरे का अर्थ लिखकर उचित वाक्य में प्रयोग कीजिए:
डकार तक न लेना।
Chapter:
निम्नलिखित वाक्य को शुद्ध करके वाक्य फिर से लिखिए।
पर दूसरे ही दिन से मेरा गर्व की व्यर्थता सिद्ध होने लगा।
Chapter:
निम्नलिखित वाक्य को शुद्ध करके वाक्य फिर से लिखिए।
ग्यान-विज्ञान को पहले अपनी धरती पर टिकानी होगा।
Chapter:
निम्नलिखित वाक्य को शुद्ध करके वाक्य फिर से लिखिए।
इस तरह से धरती की तापमान बढ़ती है।
Chapter:
निम्नलिखित वाक्य को शुद्ध करके वाक्य फिर से लिखिए।
बहुत देर तक हम दोनों रोता रहा।
Chapter:
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