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एक 4 μF के संधारित्र को 200 V संभरण (सप्लाई) से आवेशित किया गया है। फिर संभरण से हटाकर इसे एक अन्य अनावेशित 2 μF के संधारित्र से जोड़ा जाता है। - Physics (भौतिक विज्ञान)

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Question

एक 4 μF के संधारित्र को 200 V संभरण (सप्लाई) से आवेशित किया गया है। फिर संभरण से हटाकर इसे एक अन्य अनावेशित 2 μF के संधारित्र से जोड़ा जाता है। पहले संधारित्र की कितनी स्थिरविद्युत ऊर्जा का ऊष्मा और विद्युत चुम्बकीय विकिरण के रूप में ह्रास होता है?

Numerical

Solution 1

दिया है, C1 = 4 x 10-6 F, V1 = 200 V, C2 = 2 x 10-6 F, V2 = 0 V

माना जोड़ने के पश्चात् दोनों का उभयनिष्ठ विभव V है।

जोड़ने से पूर्व संभरण को हटा लिया गया है; अतः कुल आवेश स्थिर रहेगा।

∴ C1V1 + C2V2 = (C1 + C2)V

∴ V = `("C"_1"V"_1 + "C"_2"V"_2)/("C"_1 + "C"_2)`

`= (4 xx 10^-6 xx 200 + 0)/(4 xx 10^-6 + 2 xx 10^-6)`

`= 400/3`V

∴ विकिरण के रूप में ऊर्जा का ह्रास

`Delta "U" = "U"_1 - "U"_2`

`= (1/2 "C"_1 "V"_1^2 + 1/2 "C"_2"V"_2^2) - 1/2 ("C"_1 + "C"_2)"V"^2`

`= [1/2  4 xx 10^-6 xx (200)^2 + 0] - 1/2 [4 + 2] xx 10^-6 xx (400/3)^2`

`= 8 xx 10^-2 - 16/3 xx 10^-2`

`= 8/3 xx 10^-2`J

`Delta "U" = 2.67 xx 10^-2`J

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Solution 2

ऊर्जा ह्रास `Delta "U" = ("C"_1"C"_2)/(2 ("C"_1 + "C"_2)) xx ("V"_1 ~ "V"_2)^2`

`= (4 xx 10^-6 xx 2 xx 10^-6)/(2 (4 + 2) xx 10^-6) xx (200 - 0)^2`

= 2.67 × 10-2 J

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चालक - स्थिरवैद्युतिकी
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Chapter 2: स्थिरवैद्युत विभव तथा धारिता - अभ्यास [Page 89]

APPEARS IN

NCERT Physics [Hindi] Class 12
Chapter 2 स्थिरवैद्युत विभव तथा धारिता
अभ्यास | Q 2.27 | Page 89

RELATED QUESTIONS

12 cm त्रिज्या वाले एक गोलीय चालक के पृष्ठ पर 1.6 × 10−7 C का आवेश एकसमान रूप से वितरित है।

  1. गोले के अंदर
  2. गोले के ठीक बाहर
  3. गोले के केंद्र से 18 cm पर अवस्थित, किसी बिंदु पर विद्युत-क्षेत्र क्या होगा?

(a) दर्शाइए कि आवेशित पृष्ठ के एक पाश्र्व से दूसरे पाश्र्व पर स्थिरविद्युत-क्षेत्र के अभिलम्ब घटक में असांतत्य होता है, जिसे

`(vec"E"_2 - vec"E"_1)hat"n" = sigma/epsilon_0` द्वारा व्यक्त किया जाता है। जहाँ एक बिन्दु पर पृष्ठ के अभिलम्ब एकांक सदिश है तथा σ उस बिन्दु पर पृष्ठ आवेश घनत्व है (`hat"n"` की दिशा पाश्र्व 1 से पाश्र्व 2 की ओर है)। अतः दर्शाइए कि चालक के ठीक बाहर विद्युत-क्षेत्र `(sigmahat"n")/epsilon_0` है।

(b) दर्शाइए कि आवेशित पृष्ठ के एक पाश्र्व से दूसरे पाश्र्व पर स्थिरविद्युत-क्षेत्र का स्पर्शीय घटक संतत है।
[संकेत- (a) के लिए गौस-नियम का उपयोग कीजिए। (b) के लिए इस तथ्य का उपयोग करें कि संवृत पाश पर एक स्थिर वैद्युत क्षेत्र द्वारा किया गया कार्य शून्य होता है।)


इलेक्ट्रॉन द्वारा एक वृत्तीय कक्षा पूरी करने में नाभिक के क्षेत्र द्वारा कितना कार्य किया जाता है? यदि कक्षा दीर्घवृत्ताकार हो तो क्या होगा?


r1 त्रिज्या तथा q1 आवेश वाला एक छोटा गोला r2 त्रिज्या और q2 आवेश के गोली खोल (कोश) से घिरा है। दर्शाइए यदि q1 धनात्मक है तो (जब दोनों को एक तार द्वारा जोड़ दिया जाता है) आवश्यक रूप से आवेश, गोले से खोल की तरफ ही प्रवाहित होगा, चाहे खोल पर आवेश q2 कुछ भी हो।


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