English

कबीर के पदों को शास्त्रीय संगीत और लोक संगीत दोनों में लयबद्ध भी किया गया है। जैसे- कुमारगंधर्व, भारती बंधु और प्रहलाद सिंह टिपाणिया आदि द्वारा गाए गए पद। - Hindi (Core)

Advertisements
Advertisements

Question

कबीर के पदों को शास्त्रीय संगीत और लोक संगीत दोनों में लयबद्ध भी किया गया है। जैसे- कुमारगंधर्व, भारती बंधु और प्रहलाद सिंह टिपाणिया आदि द्वारा गाए गए पद। इनके कैसेट्स अपने पुस्तकालय के लिए मँगवाएँ और पाठ्यपुस्तक के पदों को भी लयबद्ध करने का प्रयास करें।

One Line Answer

Solution

विद्यार्थी स्वयं पुस्तकालय के लिए उपर्युक्त कैसेट्स अध्यापक की मदद से मँगवाएँ । संगीत अध्यापक की सहायता से पदों को लयबद्ध किया जा सकता है।

shaalaa.com
हम तौ एक एक करि जांनां।
  Is there an error in this question or solution?
Chapter 2.01: हम तौ एक एक करि जांनां।, संतों देखत जग बौराना। - अभ्यास [Page 133]

APPEARS IN

NCERT Hindi - Aaroh Class 11
Chapter 2.01 हम तौ एक एक करि जांनां।, संतों देखत जग बौराना।
अभ्यास | Q 2. | Page 133

RELATED QUESTIONS

कबीर की दृष्टि में ईश्वर एक है। इसके समर्थन में उन्होंने क्या तर्क दिए हैं?


मानव शरीर का निर्माण किन पंच तत्वों से हुआ है?


जैसे बाढ़ी काष्ट ही काटै अगिनि न काटै कोई।
सब घटि अंतरि तूँही व्यापक धरै सरूपै सोई॥

इसके आधार पर बताइए कि कबीर की दृष्टि में ईश्वर का क्या स्वरूप है?


कबीर ने अपने को दीवाना क्यों कहा है?


कबीर ने ऐसा क्यों कहा है कि संसार बौरा गया है?


कबीर ने नियम और धर्म का पालन करनेवाले लोगों की किन कमियों की ओर संकेत किया है?


अज्ञानी गुरुओं की शरण में जाने पर शिष्यों की क्या गति होती है?


बाह्याडंबरों की अपेक्षा स्वयं (आत्म) को पहचानने की बात किन पंक्तियों में कही गई है? उन्हें अपने शब्दों में लिखें।


अन्य संत कवियों नानक, दादू और रैदास आदि के ईश्वर संबंधी विचारों का संग्रह करें और उन पर एक परिचर्चा करें।


Share
Notifications

Englishहिंदीमराठी


      Forgot password?
Use app×