Advertisements
Advertisements
Question
मटर के एक शुद्ध लंबे पौधे (TT) और एक शुद्ध बौने पौधे (tt) में संकरण कराया गया। F, पौढ़ी में शुद्ध लंबे पौधों और बौने पौधों का अनुपात क्या होगा? में
Options
1 : 3
3 : 1
1 : 1
2 : 1
Solution
1 : 1
स्पष्टीकरण -
(TT) और (tt) के बीच संकरण से निम्नलिखित जीनोटाइप वाली संततियाँ उत्पन्न होंगी -
F2 पीढ़ी में – F1 संतति का स्वपन –
युग्मक | T | t |
T | TT | Tt |
T | Tt | tt |
शुद्ध लंबा (TT), मिश्रित लंबा (Tt) और छोटा (tt)। शुद्ध लंबे और शुद्ध छोटे पौधे का अनुपात 1:1 है।
APPEARS IN
RELATED QUESTIONS
उन अभिलक्षणों का एक उदाहरण दीजिए जिनका उपयोग हम दो स्पीशीज़ के विकासीय संबंध निर्धारण के लिए करते हैं?
क्या एक तितली और चमगादड़ के पंखों को समजात अंग कहा जा सकता है? क्यों अथवा क्यों नहीं?
जीवाश्म क्या हैं? वे जैव-विकास प्रक्रम के विषय में क्या दर्शाते हैं?
समजात तथा समरूप अंगों को उदाहरण देकर समझाइए।
विकासीय संबंध स्थापित करने में जीवाश्म का क्या महत्व है?
सब्जी की एक टोकरी में गाजर, आलू, मूली और टमाटर रखे हैं। बताइए कि इनमें से कौन-सी सब्जियाँ सही समजात संरचनाओं का प्रतिनिधित्व करती है?
जीवाश्मों की उन तीन महत्वपूर्ण लक्षणों की चर्चा कीजिए जो विकास का अध्ययन करने में मदद करते हैं।
क्या स्पीशीज की व्यष्टियों के भौगोलिक विलगन से नई स्पीशीज बन सकती है? उपयुक्त व्याख्या कीजिए।
विकास के संदर्भ में आकारिकीय संरचनाओं की तुलना में आण्विक संरचना में अधिक स्थायित्व पाया जाता है। इस कथन की विवेचना कीजिए और अपने मत का औचित्य बताइए।
प्रश्न क्रमांक 44 में F2 संतति में लक्षणों के संयोजन क्या होंगे? उनके अनुपात भी बताइए।