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नाइट्रोजन द्विपरमाणुक अणु के रूप में पाया जाता है तथा फ़ॉस्फ़ोरस P4 के रूप में, क्यों? - Chemistry (रसायन विज्ञान)

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Question

नाइट्रोजन द्विपरमाणुक अणु के रूप में पाया जाता है तथा फ़ॉस्फ़ोरस P4 के रूप में, क्यों?

Short Note

Solution

छोटे परमाणु आकार तथा अधिक विद्युत ऋणात्मकता के कारण नाइट्रोजन में स्वयं से pπ – pπ बहुल बधों को बनाने की प्रबल प्रवृत्ति होती है। इस प्रकार, यह N ≡ N बंध का निर्माण कर एक द्वि-परमाणविक अणु (N2) के रूप में पाया जाता है। इसके विपरीत, बड़े परमाणु आकार तथा कम विद्युत ऋणात्मकता के कारण फॉस्फोरस में स्वयं से pπ – pπ बहुल बधों को बनाने की प्रवृत्ति नहीं होती है। अत: यह P – P एकल बधों को बनाकर एक समचतुष्फलकीय P4 अणु का निर्माण करता है।

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फ़ॉस्फ़ोरस के अपररूप
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Chapter 7: p-ब्लॉक के तत्व - अभ्यास [Page 222]

APPEARS IN

NCERT Chemistry [Hindi] Class 12
Chapter 7 p-ब्लॉक के तत्व
अभ्यास | Q 7.12 | Page 222
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