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Question
उदाहरणानुसारं लिखत –
शब्दः | विभक्तिः | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
यथा- सैनिकः | पञ्चमी | सैनेकात | सैनेकाभ्याम् | सैनेकेभ्यः |
मनुष्यः | ______ | ______ | ______ | ______ |
Solution
शब्दः | विभक्तिः | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
मनुष्यः | पञ्चमी | मनुष्यात् | मनुष्याभ्याम् | मनुष्येभ्यः |
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अधोलिखितम् अनुच्छेद पठित्वा कर्तृपवानि चित्वा लिखत –
वृक्षे अनेके खगाः वसन्ति। ते परस्परं प्रेम्णा व्यवहरन्ति। एकदा एकः वानरः तत्र आगच्छत्। सः शाखासु कूर्दति। खगाः दुःखिताः भवन्ति। ते न जानन्ति कथं अस्य प्रतिकारः कर्तव्यः। पुनः ते अचिन्तयन्-वयं मिलित्वा अस्य उपरि प्रहार कुर्मः।तदा वानरः आगच्छत्। ते तस्य उपरि प्रहारम् अकुर्वन्। वानरः आहतः अभवत्। ततः परं सः कदापि तत्र न आगच्छत्।
______ ______ ______
______ ______ ______
______ ______ ______
उदाहरणानुसारं शब्दरचनां कुरुत –
यथा-वानराः
उदाहरणानुसारं लिखित –
शब्द: | विभक्तिः | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुचनम् |
जन | द्वितीया | जनम् | जनौ | जनान् |
पुरूष | ______ | ______ | ______ | ______ |
उदाहरणानुसारं लिखित –
शब्द: | विभक्तिः | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुचनम् |
शाखा | द्वितीया | शाखाम् | शाखे | शाखाः |
जिव्हा | ______ | ______ | ______ | ______ |
कोष्ठकात् उचितं पदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत –
सः ______ बधिरः अस्ति।
शब्दः | विभक्तिः | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
निरधन | तृतीया | निर्धनेन | निर्धनभ्याम् | निर्धनैः |
धनिक | ______ | ______ | ______ | ______ |
तृतीया-बहुवचनशब्दानां रचनां कुरुत –
घटात् चतुर्थी-विभक्तियुक्तपदानि चित्वा उचितकोष्ठके लिखत –
एकवचन | द्विवचनम | बहुवचनम |
______ | ______ | ______ |
______ | ______ | ______ |
______ | ______ | ______ |
______ | ______ | ______ |
______ | ______ | ______ |
______ |
कोष्ठके प्रदत्तशब्दैः सह उचितविभक्तिं प्रयुज्य रिक्तस्थानानि पूरयत।
______ विद्युत् उद्भवति। (जल)
पंचमीविभक्तियुक्तपदं उदाहरणानुसारं चिह्नितं कुरुत –
यथा- काष्ठात् अग्निः जायते मध्यमानात्।
धैयात् कदाचित् स्थितिम् आप्नुयात् सः।
कोष्ठकात् उचितं पदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत –
वृक्षाः ______ आधारभूताः सन्ति ।
कोष्ठकात् उचितं पदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत –
______ रक्षणाय वृक्षाणाम् आरोपणम् आवश्यकम्।
षष्ठीविभक्तियुक्तपदानि चित्वा लिखत –
नरस्याभरणं रूपं रूपस्याभरणं गुण:।
गुणास्याभरणं ज्ञानं ज्ञानस्याभरणं क्षमा।।
______ | ______ | ______ | ______ |
उदाहरणानुसारं लिखत –
यथा-
नर | ||
नरस्य | नर्योः | नराणां |
वेद | ||
______ | ______ | ______ |
षष्ठीविभक्तियुक्तपदानां रचनां कुरुत –
______ | ______ | ______ |
______ | ______ | ______ |
प्रदत्तम् उदाहरणम् अनुसृत्य षष्ठीविभक्तिम् उपयुज्य पञ्च वाक्यानि लिखत।
उदाहरणम् –
1. अहं विद्यायाः महत्त्वं जानामि।
2. कृषकस्य क्षेत्र हरितम् अस्ति।
उदाहरणमनुसृत्य अधोलिखितान् कोष्ठकान् यथायोग्यपदैः पूरयत –
यथा- जन
जने | जन्योः | जनेषु |
राजन्
______ | ______ | ______ |
सप्तमीविभक्तियुक्तपदानि चित्वा लिखत –
उत्सवे व्यसने चैव
दुर्भिक्षे शत्रुविग्रहे।
राजद्वारे श्मशाने च,
यस्तिष्ठति स बान्धवः।
सप्तमीविभक्तियुक्तपदानि चित्वा लिखत –
सत्यमेवेश्वरो लोके
सत्ये धर्मः समाश्रितः।
उत्तर