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Academic Year: 2022-2023
Date: March 2023
Duration: 3h
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सामान्य निर्देश :
- इस प्रश्नपत्र में दो खंड हैं- खंड 'क' और ख'। खंड-क में वस्तुपरक/बहुविकल्पी और खंड-ख में वस्तुनिष्ठ/वर्णनात्मक प्रश्न दिए गए हैं।
- प्रश्नपत्र के दोनों खंडों में प्रश्नों की संख्या 17 है और सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- यथासंभव सभी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखिए।
- खंड 'क' में कुल 10 प्रश्न हैं, जिनमें उपप्रश्नों की संख्या 49 है। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए 40 उपप्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
- खंड 'खमें कुल 7 प्रश्न हैं, सभी प्रश्नों के साथ उनके विकल्प भी दिए गए हैं। निर्देशानुसार विकल्प का ध्यान रखते हुए सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए -
'घर' जैसा छोटा-सा शब्द भावात्मक दृष्टि से बहुत विशाल होता है। इस आधार पर मकान, भवन, फ़्लैट, कमरा, कोठी, बँगला आदि इसके समानार्थी बिलकुल भी नहीं लगते हैं क्योंकि इनका सामान्य संबंध दीवारों, छतों और बाहरी व आंतरिक साज-सज्जा तक सीमित होता है, जबकि घर प्यार-भरोसे और रिश्तों की मिठास से बनता है। एक आदर्श घर वही है, जिसमें प्रेम व भरोसे की दीवारें, आपसी तालमेल की छतें, रिश्तों की मधुरता के खिले-खिले रंग, स्नेह, सम्मान व संवेदनाओं की सज्जा हो। घर में भावात्मकता है, वह भावात्मकता, जो संबंधों को महकाकर परिवार को जोड़े रखती है। यह बात हमें अच्छी तरह याद रखनी चाहिए कि जब रिश्ते महकते हैं, तो घर महकता है, प्यार अठखेलियाँ करता है, तो घर अठखेलियाँ करता है, रिश्तों का उल्लास घर का उल्लास होता है, इसलिए रिश्ते हैं, तो घर है और रिश्तों के बीच बहता प्रेम घर की नींव है। यह नींव जितनी मज़बूत होगी, घर उतना ही मज़बूत होगा। न जाने क्यों, आज का मनुष्य संवेदनाओं से दूर होता जा रहा है, उसके मन की कोमलता, कठोरता में बदल रही है; दिन-रात कार्य में व्यस्त रहने और धनोपार्जन की अति तीव्र लालसा से उसके अंदर मशीनियत बढ़ रही है, इसलिए उसके लिए घर के मायने बदल रहे हैं; उसकी अहमियत बदल रही है, इसी कारण आज परिवार में आपसी कलह, द्वंद्व आदि बढ़ रहे हैं। आज की पीढ़ी प्राइवेसी (वैयक्तिकता) के नाम पर एकाकीपन में सुख खोज रही है। उसकी सोच 'मेरा कमरा, मेरी दुनिया' तक सिमट गई है। एक छत के नीचे रहते हुए भी हम एकाकी होते जा रहे हैं। काश, सब घर की अहमियत समझें और अपना अहं हटाकर घर को घर बनाए रखने का प्रयास करें। |
(1) भावात्मक दृष्टी से घर जैसे छोटे-से शब्द की 'विशालता' में निहित हैं-
कथन पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए -
कथन -
- प्रेम, विश्वास, नातों का माधुर्य व संवेदनाएँ
- आकर्षक बनावट, सुंदर लोग, वैभव व संपन्नता
- सुंदर रंग संयोजन, आंतरिक सजावट एवं हरियाली
- स्नेह, सम्मान, सरसता, संवेदनाएँ, संपन्नता व साज-सज्जा
विकल्प -
(क) कथन i सही है।
(ख) कथन i व ii सही है।
(ग) कथन ii व iii सही हैं।
(घ) कथन iii व iv सही हैं।
(2) सामान्य रूप में मकान, भवन, फ़्लैट, कमरा, कोठी आदि शब्दों का संबंध किससे होता है?
(क) हृदय की भावनाओं से
(ख) वैभव और समृद्धि से
(ग) स्थानीय सुविधाओं से
(घ) बनावट व सजावट से
(3) आज की पीढ़ी को सुख किसमें दिखाई दे रहा है?
(क) निजी जीवन व एकांतिकता में
(खं) पारिवारिक भावात्मक संबंधों में
(ग) बिना मेहनत सब कुछ मिल जाने में
(घ) धन कमाने के लिए जी तोड़ मेहनत करने में
(4) गद्यांश में प्रेम को घर का क्या बताया गया है?
(क) आभूषण
(ख) आधार
(ग) भरोसा
(घ) उल्लास
(5) कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए-
कथन (A) - आदमी के अंदर संवेदनाओं की जगह मशीनियत बढ़ती जा रही है।
कारण (R) - व्यस्तता और अर्थोपार्जन की अति महत्वाकांक्षा ने उसे यहाँ तक पहुँचा दिया है।
(क) कथन (A) गलत है, किंतु कारण (R) सही है।
(ख) कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं।
(ग) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
(घ) कथन (A) सही है, किंतु कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है।
Chapter: [0.05] अपठित विभाग
निम्नलिखित पदयांश के आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
सच हम नहीं, सच तुम नहीं, सच है महज़ संघर्ष ही।। ऐसा करो जिससे न प्राणों में कहीं जड़ता रहे।जो है जहाँ चुपचाप अपने आप से लड़ता रहे। अपने हृदय का सत्य अपने आप हमको खोजना। |
- इस कविता के केंद्रीय भाव हेतु दिए गए कथनों को पढ़कर सबसे सही विकल्प चुनिए-
कथन
(i) प्रतिकूलता के विरुद्ध जूझते हुए बढ़ना ही जीवन की सच्चाई है।
(ii) परिस्थितियों से समझौता करके जोखिमों से बचना ही उचित है।
(iii) लक्ष्य-संधान हेतु मार्ग में भटक जाने का भय त्याग देना चाहिए।
(iv) जीवन में 'अपने छाले, ख़ुद सहलाने' का दर्शन अपनाना चाहिए।
विकल्प
(क) कथन ii सही है।
(ख) कथन i व iii सही हैं।
(ग) कथन i, iii व iv सही हैं।
(घ) कथन i, ii, iii व iv सही हैं। - मरण अर्थात मृत्यु को जीतने का आशय है-
(क) साधुता व साधना से अमरत्व प्राप्त करना।
(ख) योगाध्यास व जिजीविषा से दीर्घायु हो जाना।
(ग) अर्थ, बल व दृढ़ इच्छाशक्ति से जीवन को कष्टमुक्त करना।
(घ) जीवन व जीवन के बाद भी आदर्श रूप में स्मरण किया जाना। - 'आकाश सुख देगा नहीं, धरती पसीजी है कहीं...' का अर्थ है कि-
(क) आकाश और धरती दोनों में संवेदनशीलता नहीं है।
(ख) ईश्वर उदार है, अतः वही सुख देता है, वही पसीजता है।
(ग) जुझारू बनकर स्वयं ही जीवन के दुख दूर किए जा सकते हैं।
(घ) सामूहिक प्रयत्नों से ही संकट की स्थिति से निकला जा सकता है। - अपने आप से लड़ने का अर्थ है-
(क) अपनी अच्छाइयों व बुराइयों से भलीभाँति परिचित होना।
(ख) किसी मुद्दे पर दिल और दिमाग़ का अलग-अलग सोचना।
(ग) अपने किसी ग़लत निर्णय के लिए स्वयं को संतुष्ट कर लेना।
(घ) अपनी दुर्बलताओं की अनदेखी न करके उन्हें दृढ़ता से दूर करना। - युवावस्था हमें सिखाती है कि-
कथन पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए-
कथन
(i) स्वयं को चैतन्य, गतिशील, आत्मआलोचक व आशावादी बनाए रखें।
(ii) सजग रहें; जीवन में कभी कठिन परिस्थितियाँ उत्पन्न ही न होने दें।
(iii) सुख-दुख, उतार-चढ़ाव को भाग्यवादी बनकर स्वीकार करना सीखें।
(iv) प्रतिकूल परिस्थितियों के आगे घुटने न टेकें; बल्कि दो-दो हाथ करें।
विकल्प
(क) कथन i व ii सही हैं।
(ख) कथन i व iv सही हैं।
(ग) कथन ii व iii सही हैं।
(घ) कथन iii व iv सही हैं।
Chapter: [0.05] अपठित विभाग
निम्नलिखित पदयांश के आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
'फ़सल' किसान के कच्चे-अधपके |
- फ़सल को किसानों के कच्चे-अधपके सपनों की लहलहाती आस कहने का कारण है - कथन पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए -
कथन
(i) फ़सल देखकर बैंकों से सस्ते ब्याज पर ऋण सरलता से मिल जाना
(ii) फ़सल से किसान के स्वप्नों की संबद्धता और भावात्मक लगाव होना
(iii) फ़सल से जुड़े निराई, सिंचाई, कटाई, गहाई, भंडारण आदि के सपने देखना
(iv) फ़सल से ही जीवन की ज़रूरी इच्छाओं के साकार होने की संभावना जुड़ी होना
विकल्प
(क) कथन i व ii सही हैं।
(ख) कथन ii व iii सही हैं।
(ग) कथन ii व iv सही हैं।
(घ) कथन iii व iv सही हैं। - किसान के हृदय की गहराइयों में अंकुरित हुए विश्वास की परिधि में आते हैं -
(क) कुछ पाकर सामाजिक कार्य करने की इच्छाएँ
(ख) अति आवश्यक कार्य एवं मन के भावात्मक सपने
(ग) आधुनिक कृषि यंत्र आदि जुटा लेने की अभिलाषाएँ
(घ) कठिन समय के लिए कुछ बचाकर रखने की योजनाएँ - 'दुआएँ प्रेषित करता है ऊपर तक' का आशय है -
(क) ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए व्रत-उपवास रखना
(ख) सामूहिक यज्ञ करके फ़सल की कुशलता की कामना करना
(ग) फ़सल की कुशलता हेतु मन ही मन ईश्वर से प्रार्थना करना
(घ) निवेदन को ग्राम्य विकास से जुड़े अधिकारियों तक पहुँचाना - 'भरोसे और आशंका की रस्साकशी में' पंक्ति के आधार पर किसान की मनोदशा से जुड़ा सही विकल्प है -
(क) ईश्वर पर अटूट विश्वास कि वे फ़सल को कोई हानि नहीं होने देंगे
(ख) ईश्वर पर विश्वास, किंतु फ़सल की कुशलता को लेकर मन आशंकित रहना
(ग) परिश्रम पर पूर्ण विश्वास, किंतु 'भाग्य में क्या लिखा है' इससे सदा आशंकित रहना
(घ) स्वयं पर भरोसा करना, किंतु प्राकृतिक आपदाओं की आशंका से सदैव भयभीत बने रहना - कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए-
कथन (A) - किसान अपनी फ़सल के साथ भावात्मक रूप से जुड़ा होता है।
कारण (R) - व्यवसाय और व्यवसायी के बीच ऐसे संबंध स्वाभाविक हैं।
(क) कथन (A) गलत है, किंतु कारण (R) सही है।
(ख) कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं।
(ग) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
(घ) कथन (A) सही है, किंतु कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है।
Chapter: [0.05] अपठित विभाग
'न तो तुम वहाँ जा सके, न ही मैं।' इसका सरल वाक्य होगा-
तुम और मैं दोनों ही वहाँ नहीं जा सके।
तुम भी वहाँ नहीं जा सके और मैं भी वहाँ नहीं जा सका।
यद्यपि तुम और मैं वहाँ जा सकते थे, फिर भी नहीं जा सके।
चूँकि तुम वहाँ नहीं जा सके, इसलिए मैं भी वहाँ नहीं जा सका।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
'सूर्योदय होते ही प्रकृति का सौंदर्य खिल उठता है।' इसका संयुक्त वाक्य होगा -
सूर्योदय होने पर प्रकृति का सौंदर्य खिल उठता है।
सूर्योदय होता है और प्रकृति का सौंदर्य खिल उठता है।
जब सूर्योदय होता है, तब प्रकृति का सौंदर्य खिल उठता है।
क्योंकि सूर्योदय होता है, इसलिए प्रकृति का सौंदर्य खिल उठता है।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
आपके आवाज़ उठाने पर सभी आपके साथ खड़े हो जाएँगे। इसका मिश्र वाक्य होगा-
आपके आवाज़ उठाते ही सभी आपके साथ खड़े हो जाएँगे।
आप आवाज़ उठाएँगे, तो सभी आपके साथ खड़े हो जाएँगे।
आप आवाज़ उठाएँगे और सभी आपके साथ खड़े हो जाएँगे।
आप आवाज़ उठाएँगे इसलिए सभी आपके साथ खड़े हो जाएँगे।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
निम्नलिखित वाक्यों में मिश्र वाक्य पहचानकर नीचे दिए गए सबसे सही विकल्प को चुनिए-
-
आप कह सकते थे कि यह गलती आपने नहीं की है।
-
यदि आप अपना पक्ष रखते, तो अवश्य ही निर्दोष सिद्ध होते।
-
जब आपने गलती की ही नहीं है, तो उसका दंड आपको क्यों मिलेगा?
-
चूँकि दोषी कोई और है इसलिए आप यह दोष अपने ऊपर बिलकुल मत लीजिए।
केवल कथन i सही है।
कथन ii व iii सही हैं।
कथन iii व iv सही हैं।
कथन i, ii, iii व iv सही हैं।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
कॉलम 1 को कॉलम 2 के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए
कॉलम 1 | कॉलम 2 | ||
(1) | बिल्ली आई और दूध पी गई। | (i) | सरल वाक्य |
(2) | यदि दूध बाहर न रखा होता, तो बिल्ली ऐसा नहीं कर पाती। |
(ii) | संयुक्त वाक्य |
(3) | हमें बिल्ली का जूठा दूध फैंकना पड़ा। | (iii) | मिश्र वाक्य |
1 - iii, 2 - i, 3 - ii
1 - ii, 2 - iii, 3 - i
1 - ii, 2 - i, 3 - iii
1 - i, 2 - ii, 3 - iii
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
कॉलम 1 को कॉलम 2 के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-
कॉलम 1 | कॉलम 2 | ||
(1) | भारत द्वारा मैच जीत लिया गया। | (i) | कर्तृवाच्य |
(2) | गेंदबाज़ों ने मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया। | (ii) | कर्मवाच्य |
(3) | विपक्षी बल्लेबाज़ों से क्रीज़ पर रुका नहीं जा सका। | (iii) | भाववाच्य |
1 - ii, 2 - i, 3 - iii
1 - i, 2 - iii, 3 - ii
1 - ii, 2 - iii, 3 - i
1 - i, 2 - ii, 3 - iii
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
इनमें कर्मवाच्य का उदाहरण है-
रवीना ग़ज़ल नहीं गा पाती है।
रवीना से ग़ज़ल नहीं गाई जाती है।
रवीना पैदल नहीं चल पाती है।
रवीना से पैदल नहीं चला जाता है।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
इनमें कर्तृवाच्य का उदाहरण है-
चलो, अब घर चलें।
चलो, अब घर चला जाए।
कैरम के बाद अब शतरंज खेली जाए।
हमारे द्वारा शतरंज खेली जा सकती है।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
'दादी जी पढ़ नहीं सकतीं।' इसका भाववाच्य होगा-
दादी जी कुछ भी पढ़ नहीं पाएँगी।
दादी जी से पढ़ा नहीं जा सकेगा।
दादी जी से पढ़ा नहीं जा सकता।
दादी जी कुछ भी पढ़ नहीं पाती हैं।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
'बिना सहारे बूढ़ी माँ से अब चला नहीं जाता है।' इसका कर्तृवाच्य होगा-
बिना सहारे बूढ़ी माँ अब चल नहीं सकेंगी।
बिना सहारे बूढ़ी माँ अब चल नहीं पाती हैं।
बिना सहारे बूढ़ी माँ अब चल नहीं पाएँगी।
बिना सहारे बूढ़ी माँ अब चल नहीं सकती हैं।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
'चारों ओर छाई हरियाली मनमोहक लग रही थी।' रेखांकित अंश का पद-परिचय होगा-
भाववाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्ता कारक।
भाववाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, बहुवचन, कर्म कारक।
जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्ता कारक।
व्यक्तिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्ता कारक।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
'ड्राइवर ने ज़ोर से ब्रेक मारे।' रेखांकित अंश का पद-परिचय होगा-
रीतिवाचक क्रियाविशेषण, विशेष्य क्रिया- मारे
स्थानवाचक क्रियाविशेषण, विशेष्य क्रिया- मारे
कालवाचक क्रियाविशेषण, विशेष्य क्रिया- मारे
परिमाणवाचक क्रियाविशेषण, विशेष्य क्रिया- मारे
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
'यह पुस्तक मैंने तब खरीदी थी, जब मैं पंद्रह वर्ष का था।' रेखांकित अंश का पद-परिचय होगा-
संकेतवाचक सर्वनाम, एकवचन, पुल्लिंग।
सार्वनामिक विशेषण, विशेष्य- पुस्तक।
निपात, वाक्य के अर्थ को बल दे रहा है।
परिमाणवाचक विशेषण, विशेष्य- पुस्तक।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
'हालदार साहब ने पान खाया।' रेखांकित अंश का पद-परिचय होगा-
अकर्मक क्रिया, सामान्य भूतकाल, कर्तृवाच्य।
सकर्मक क्रिया, कर्म-पान, सामान्य भूतकाल, कर्तृवाच्य।
प्रेरणार्थक क्रिया, कर्म-पान, सामान्य भूतकाल, कर्तृवाच्य।
द्विकर्मक क्रिया, कर्म-पान, हालदार साहब, सामान्य भूतकाल, कर्तृवाच्य।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
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कुछ लड़के बाहर खेल रहे हैं। चाय में कुछ पड़ा है। दोनों वाक्यों के कुछ का सामान्य पद-परिचय होगा-
पहला कुछ - सार्वनामिक विशेषण, दूसरा कुछ - अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण।
पहला कुछ - अनिश्चयवाचक सर्वनाम, दूसरा कुछ - अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण।
पहला कुछ - अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण, दूसरा कुछ - अनिश्चयवाचक सर्वनाम।
पहला कुछ - अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण, दूसरा कुछ - निश्चयवाचक सर्वनाम।
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
"अर्थ बिना कब पूर्ण हैं, शब्द, सकल जग-काज।
अर्थ अगर आ जाए तो, ठाठ-बाट औ राज।।"
इस दोहे में प्रयुक्त अलंकार है-
श्लेष
उत्प्रेक्षा
मानवीकरण
अतिशयोक्ति
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
"कैसे कलुषित प्राण हो गए।
मानो मन पाषाण हो गए।।”
इन काव्य-पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार है-
श्लेष
उत्प्रेक्षा
मानवीकरण
अतिशयोक्ति
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
"इधर उठाया धनुष क्रोध में और चढ़ाया उस पर बाण।
धरा, सिंधु, नभ कॉँपे सहसा, विकल हुए जीवों के प्राण।।”
इन काव्य-पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार है -
श्लेष
उत्प्रेक्षा
मानवीकरण
अतिशयोक्ति
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
"एक दिवस सूरज ने सोची, छुट्टी ले लेने की बात।
सोचा कुछ पल सुकूँ मिलेगा, चलने दो धरती पर रात।।”
इन काव्य-पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार है-
श्लेष
उत्प्रेक्षा
मानवीकरण
अतिशयोक्ति
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
"कहती हुई यों उत्तरा के नेत्र जल से भर गए।
हिमकणों से पूर्ण मानो हो गए पंकज नए।।”
इन काव्य-पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार है-
श्लेष
उत्प्रेक्षा
मानवीकरण
अतिशयोक्ति
Chapter: [0.03] व्याकरण विभाग
निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
कुछ नहीं पूछ पाए हालदार साहब। कुछ पल चुपचाप खड़े रहे, फिर पान के पैसे चुकाकर जीप में आ बैठे और रवाना हो गए। बार-बार सोचते, क्या होगा उस कौम का जो अपने देश की खातिर घर-गृहस्थी-जवानी-ज़िंदगी सब कुछ होम देनेवालों पर भी हँसती है और अपने लिए बिकने के मौके ढूँढ़ती है। दुखी हो गए। पंद्रह दिन बाद फिर उसी कस्बे से गुज़रे। कस्बे में घुसने से पहले ही खयाल आया कि कस्बे की हृदयस्थली में सुभाष की प्रतिमा अवश्य ही प्रतिष्ठापित होगी, लेकिन सुभाष की आँखों पर चश्मा नहीं होगा। ...क्योंकि मास्टर बनाना भूल गया। ...और कैप्टन मर गया। सोचा, आज वहाँ रुकेंगे नहीं, पान भी नहीं खाएँगे, मूर्ति की तरफ़ देखेंगे भी नहीं, सीधे निकल जाएँगे। ड्राइवर से कह दिया, चौराहे पर रुकना नहीं, आज बहुत काम है, पान आगे कहीं खा लेंगे। लेकिन आदत से मजबूर आँखें चौराहा आते ही मूर्ति की तरफ़ उठ गईं। कुछ ऐसा देखा कि चीखे, रोको! जीप स्पीड में थी, ड्राइवर ने ज़ोर से ब्रेक मारे। रास्ता चलते लोग देखने लगे। जीप रुकते-न-रुकते हालदार साहब जीप से कूदकर तेज़-तेज़ कदमों से मूर्ति की तरफ़ लपके और उसके ठीक सामने जाकर अटेंशन में खड़े हो गए। मूर्ति की आँखों पर सरकंडे से बना छोटा-सा चश्मा रखा हुआ था, जैसा बच्चे बना लेते हैं। हालदार साहब भावुक हैं। इतनी-सी बात पर उनकी आँखें भर आईं। |
- हालदार साहब क्या सोचकर दुखी हो गए?
(क) नेता जी की मूर्ति की आँखों पर चश्मा न देखकर
(ख) देशभक्तों का मज़ाक उड़ाने वाली बिकाऊ कौम को देखकर
(ग) घर-गृहस्थी, जवानी-ज़िंदगी आदि की बीती हुई बातें सोचकर
(घ) देश में अलग-अलग कौमों की विचारधारा में बहुत अंतर देखकर - 'सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति की आँखों पर चश्मा नहीं होगा...!' हालदार साहब ऐसा क्यों सोच रहे थे?
(क) कैप्टन के सारे चश्मे बिक जाने के कारण
(ख) कैप्टन के गंभीर रूप से बीमार हो जाने के कारण
(ग) मूर्तिकार मास्टर की भूल और कैप्टन की मृत्यु के कारण
(घ) नटखट बच्चों द्वारा चश्मा बार-बार उतार दिए जाने के कारण - हालदार साहब की आदत से मजबूर आँखों ने क्या किया?
(क) चौराहे पर आते ही पान की दुकान खोजने लगीं
(ख) उन्होंने कैप्टन का स्मरण किया और वे नम हो गईं
(ग) चौराहे पर आते ही स्वभावतः मूर्ति की ओर उठ गईं
(घ) बाँस पर चश्मे लगाकर उन्हें बेचते हुए कैप्टन को खोजने लगीं - हालदार साहब क्यों चीख पड़े?
(क) पानवाले का बदला हुआ व्यवहार देखकर
(ख) नेता जी की मूर्ति पर सरकंडे का चश्मा लगा देखकर
(ग) नेता जी की मूर्ति के पास बहुत सारे बच्चों को एकत्र देखकर
(घ) ड्राइवर के द्वारा उनके आदेश का पालन न किए जाने के कारण - सरकंडे से बना छोटा-सा चश्मा किस बात का प्रतीक था?
(क) राष्ट्रीय धरोहरों को संरक्षण देने का
(ख) हस्तकला के प्रति बढ़ रहे अनुराग का
(ग) देशभक्तों के प्रति श्रद्धा व सम्मान का
(घ) सरकंडे जैसी वनस्पति को संरक्षित करने का
Chapter: [0.05] अपठित विभाग
बालगोबिन भगत साधु की सभी परिभाषाओं पर किन गुणों के कारण खरे उतरते थे?
मधुर गायन, खेतीबाड़ी करना, गांधीवादी दर्शन, सारा समय पूजा पाठ में बिताना।
मृत्यु से न घबराना, हर समय भजन में लीन रहना, बेटे व बहू से बहुत प्रेम करना।
सात्विक गृहस्थ जीवन, सत्यवादिता, शुद्ध व्यवहार, कबीर दर्शन से सज्जित आत्मा।
आस्तिकता, समाज-सेवा, प्रतिदिन मंदिर जाना, रास्ते में जो भी मिले, उसे उपदेश देना।
Chapter: [0.0111] रामवृक्ष बेनीपुरी : बालगोबिन भगत
काशी को संस्कृति की पाठशाला इसलिए कहा गया है क्योंकि ______
यहाँ के लोग अपने बच्चों को धार्मिक संस्कार देते हैं।
यहीं से सांस्कृतिक संरक्षण अभियान का शुभारंभ हुआ था।
यहाँ गली-गली में पाठशालाएँ हैं, जिनमें संस्कार सिखाए जाते हैं।
यह विद्वानों, कला-मर्मज्ञों, कलाकारों, स्नेह व सद्भावना की पावन स्थली है।
Chapter: [0.011699999999999999] भदंत आनंद कौसल्यायन : संस्कृति
निम्नलिखित पठित पद्यांश पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
तारसप्तक में जब बैठने लगता है उसका गला |
- 'तारसप्तक में जब बैठने लगता है उसका गला' इस पंक्ति में 'उसका' शब्द किसके लिए प्रयोग किया गया है?
(क) संगतकार के लिए
(ख) प्रधान गायक के लिए
(ग) गाने के इच्छुक संगीत प्रेमियों के लिए
(घ) वाद्ययंत्र बजाने वाले कलाकारों के लिए - संगतकार का स्वर मुख्य गायक की सहायता कब करता है?
(क) जब ऐसा करने के लिए उसका मन उससे कहता है
(ख) जब गायन को प्रभावी बनाकर वह वाहवाही लूटना चाहता है
(ग) गायक के द्वारा किसी पंक्ति विशेष को गाने का आग्रह किए जाने पर
(घ) गायक का कंठ कमज़ोर होने तथा प्रेरणा व उत्साह में गिरावट आने पर - 'संगतकार' किसका प्रतीक है?
(क) संगीत को पागलपन की हद तक चाहने वाले जज़्बात का
(ख) स्वर को साधने के लिए अनवरत की जाने वाली साधना का
(ग) किसी की सफलता में निस्स्वार्थ सहयोग करने की भावना का
(घ) मनोरंजन, माधुर्य, मनुष्यत्व, अपनत्व, प्रतिबद्धता व प्रेरणा का - कभी-कभी संगतकार गायक का यूँही साथ क्यों देता है?
(क) अपने आप को उसके समकक्ष प्रदर्शित करने के लिए
(ख) उसे यह संदेश देने के लिए कि वह स्वयं को अकेला न समझे
(ग) वह मुख्य गायक की कमज़ोरियों से पूरी तरह परिचित होता है
(घ) उसे विश्वास होता है कि बीच-बीच में गाने से गाने की मधुरता बनी रहेगी - संगतकार की 'मनुष्यता' किन कार्यों से प्रकट होती है?
(क) प्रधान गायक की सेवा मैं सदैव श्रद्धापूर्वक जुटे रहने से
(ख) गाने से पहले प्रत्येक कार्य को करने की पूर्व योजना बनाने से
(ग) स्वयं को विशिष्ट न बनाकर प्रधान गायक की विशिष्टता बढ़ाने से
(घ) कार्यक्रम से पहले एवं उसके उपरांत प्रधान गायक के चरण स्पर्श करने से
Chapter: [0.05] अपठित विभाग
'फ़सल' कविता में 'फ़सल' की श्रेष्ठ परिभाषा के साथ प्रकाश में आए अन्य बिंदु हैं-
जैविक खेती को प्रोत्साहन एवं कृषि विज्ञान की समझ द्वारा खेती
पर्यावरण संरक्षण तथा उपभोक्तावाद, प्रकृति और मनुष्य के संबंध
कृषि संस्कृति से निकटता, प्रकृति एवं मनुष्य के सहयोग से सृजन
कर्मवाद एवं भाग्यवाद, वैज्ञानिक तरीके से कृषि करने का आहवान
Chapter: [0.0106] नागार्जुन : यह दंतुरित मुसकान और फसल
गोपियों को उद्धव का शुष्क संदेश पसंद न आने का मुख्य कारण था-
उद्धव के कठोर शब्द एवं अति कटु व्यवहार
उद्धव में वाक्-पटुता की कमी एवं हृदयहीनता
गोपियों का प्रेम मार्ग के स्थान पर ज्ञान मार्ग को पसंद
गोपियों का ज्ञान मार्ग के स्थान पर प्रेम मार्ग को पसंद करना
Chapter: [0.0101] सूरदास : पद
नवाब साहब की सनक नकारात्मक थी, किंतु हर सनक नकारात्मक नहीं होती। सोदाहरण सिद्ध कीजिए कि किस सनक को सकारात्मक कहा जा सकता है?
Chapter: [0.011200000000000002] यशपाल : लखनवी अंदाज़
गद्य पाठ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए:
महानगरों की 'फ़्लैट-कल्चर' और लेखिका मन्नू भंडारी के परंपरागत 'पड़ोस कल्चर' में आपको क्या अंतर दिखाई देता है? विचार करके लिखिए।
Chapter: [0.011399999999999999] मन्नू भंडारी : एक कहानी यह भी
मंगलध्वनि किसे कहते हैं?
Chapter: [0.0116] यतींद्र मिश्र : नौबतखाने में इबादत
गद्य पाठ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए:
बिस्मिल्ला खाँ को लेखक 'मंगल ध्वनि का नायक' क्यों कहता है?
Chapter: [0.0116] यतींद्र मिश्र : नौबतखाने में इबादत
वास्तविक अर्थों मे 'संस्कृत व्यक्ति' किसे कहा जा सकता है?
Chapter: [0.011699999999999999] भदंत आनंद कौसल्यायन : संस्कृति
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'क्रोध से बात और अधिक बिगड़ जाती है।' 'राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद' कविता के आलोक में इस कथन की पुष्टि कीजिए।
Chapter: [0.0102] तुलसीदास : राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद
आपके पाठ्यक्रम की किस कविता में कवि ने बादल से फुहार, रिमझिम तथा बरसने के स्थान पर गरजने के लिए कहा है? इस आहवान का क्या कारण है? अपने शब्दों में लिखिए।
Chapter: [0.0105] सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' : उत्साह और अट नहीं रही है
‘पिघलकर जल बन गया होगा कठिन पाषाण’ के माध्यम से कवि क्या कहना चाहता है?
Chapter: [0.0106] नागार्जुन : यह दंतुरित मुसकान और फसल
आत्मकथा लिखने के लिए किन गुणों की आवश्यकता होती है? कवि के लिए यह कार्य कठिन क्यों था? सोचकर लिखिए।
Chapter: [0.0104] जयशंकर प्रसाद : आत्मकथ्य
"वहीं सुख, शांति और सुकून है, जहाँ अखंडित संपूर्णता है। पेड़, पौधे, पशु और आदमी सब अपनी-अपनी लय, ताल और गति में हैं। हमारी पीढ़ी ने प्रकृति की इस लय, ताल और गति से खिलवाड़ कर अक्षम्य अपराध किया है।" 'साना-साना हाथ जोड़ि' पाठ के आधार पर बताइए कि इस अक्षम्य अपराध का प्रायश्चित मनुष्य किस प्रकार कर सकता है?
Chapter: [0.023] साना-साना हाथ जोड़ि...
रचनाकार की भीतरी विवशता ही उसे लेखन के लिए मजबूर करती है और लिखकर ही रचनाकार उससे मुक्त हो पाता है। 'मैं क्यों लिखता हूँ' पाठ के आधार पर हिरोशिमा घटना से जोड़ते हुए इस कथन की पुष्टि कीजिए।
Chapter: [0.025] मैं क्यों लिखता हूँ?
'माता का अँचल' पाठ में भोलानाथ का अपने माता-पिता से बहुत लगाव है। बचपन में हर बच्चा एक पल के लिए भी माता-पिता का साथ नहीं छोड़ना चाहता है, किंतु माता-पिता के बूढ़े हो जाने पर इनमें से ही कुछ उन्हें साथ न रखकर वृद्धाश्रम में पहुँचा देते हैं। ऐसे लोगों को आप किन शब्दों में समझाएँगे? विचार करके लिखिए।
Chapter: [0.021] माता का आँचल
निम्नलिखित विषय पर लगभग 120 शब्दों में सारगर्भित अनुच्छेद लिखिए-
जीवन का कठिन दौर और मानसिक मज़बूती
संकेत-बिंदु-
- मानसिक दृढ़ता से मुश्किल हालातों का सामना संभव
- कठिन हालातों से दो-दो हाथ करने की शक्ति
- अनेक संघर्षशील व्यक्तियों के उदाहरण
- मानसिक दृढ़ता का संकल्प
Chapter: [0.04] लेखन कौशल
निम्नलिखित विषय पर लगभग 120 शब्दों में सारगर्भित अनुच्छेद लिखिए-
साइबर युग, साइबर ठगी : सावधानियाँ एवं सुरक्षा उपाय
संकेत-बिंदु-
- बढ़ते ऑनलाइन कार्य
- साइबर ठगी की बढ़ती घटनाएँ
- सावधानियाँ
- इससे बचने के उपाय
Chapter: [0.04] लेखन कौशल
निम्नलिखित विषय पर लगभग 120 शब्दों में सारगर्भित अनुच्छेद लिखिए-
बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय
संकेत-बिंदु-
- दूसरों की कमियाँ देखना स्वाभाविक प्रवृत्ति
- इस प्रवृत्ति का समाज पर प्रभाव
- अपने अंदर झाँकना आवश्यक
- आत्मनिरीक्षण का संकल्प
Chapter: [0.04] लेखन कौशल
आप मनस्वी मौर्य/मनस्विता मालवीय हैं। बरसात के दिनों में दुर्घटना को दावत देते खुले पड़े सीवर लाइन के मैनहोलों के संदर्भ में दैनिक जागरण, अ ब स नगर के संपादक को एक समाचार प्रकाशित करने का अनुरोध करते हुए लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए।
Chapter: [0.04] लेखन कौशल
आप श्रेयस राजपूत/श्रेयसी सिंह हैं। आप छात्रावास में रहते हैं। आपको पिता जी से पता चला है कि आपकी माता जी पूरे परिवार का तो ध्यान रखती हैं, किंतु अपने स्वास्थ्य की अक्सर अनदेखी करती हैं। माता जी को समझाते हुए लगभग 100 शब्दों में एक पत्र लिखिए।
Chapter: [0.04] लेखन कौशल
आप तरुण वैश्य/तरुणा वैश्य हैं। आप बी. एड कर चुके हैं। आपको विवेक इंटरनेशनल स्कूल, अ ब स नगर में हिंदी अध्यापक/अध्यापिका पद के लिए आवेदन करना है। इसके लिए आप अपना एक संक्षिप्त स्ववृत्त (बायोडाटा) लगभग 80 शब्दों में तैयार कीजिए।
Chapter: [0.04] लेखन कौशल
आप रॉबर्ट पॉल/डॉली डिसूजा हैं। आपने अ ब स प्रकाशन, क ख ग नगर से ऑनलाइन कुछ पुस्तकें मँगवाई थीं। प्रकाशन द्वारा उनमें से दो पुस्तकें किसी अन्य लेखक की भेज दी गई हैं और एक पुस्तक के पहले कुछ पेज फटे हुए हैं। इसकी शिकायत करते हुए तथा इन पुस्तकों को शीघ्र लौटाने और नई पुस्तकें भिजवाने के लिए प्रकाशन के वरिष्ठ प्रबंधक को लगभग 80 शब्दों में एक ई-मेल लिखिए।
Chapter: [0.04] लेखन कौशल
आपके चाचा जी ने रेडीमेड कपड़ों की एक दुकान खोली है। वे प्रचार-प्रसार के लिए स्थानीय समाचारपत्र में उसका विज्ञापन देना चाहते हैं। आप उनके लिए लगभग 60 शब्दों में एक आकर्षक विज्ञापन तैयार कीजिए।
Chapter: [0.04] लेखन कौशल
आप सौम्य गर्ग/सौम्या गर्ग हैं। आपके भैया-भाभी की पहली वैवाहिक वर्षगाँठ (एनिवर्सरी) है। इस अवसर पर उनके लिए लगक्षग 60 शब्दों में शुभकामना एवं बधाई संदेश लिखिए।
Chapter: [0.04] लेखन कौशल
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