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Chapters
2: तुलसीदास - राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद
3: देव - सवैया और कवित्त
4: जयशंकर प्रसाद - आत्मकथ्य
▶ 5: सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' - उत्साह और अट नहीं रही है
6: नागार्जुन - यह दंतुरहित मुस्कान और फसल
7: गिरिजाकुमार माथुर - छाया मत छूना
8: ऋतुराज - कन्यादान
9: मंगलेश डबराल - संगतकार
10: स्वयं प्रकाश - नेताजी का चश्मा
11: रामवृक्ष बेनीपुरी - बालगोबिन भगत
12: यशपाल - लखनवी अंदाज़
13: सर्वेश्वर दयाल सक्सेना - मानवीय करुणा की दिव्या चमक
14: मन्नू भंडारी - एक कहानी यह भी
15: महावीरप्रसाद द्विवेदी - स्त्री शिक्षा के विरोधी कुतर्कों का खंडन
16: यतींद्र मिश्र - नौबतखाने में इबादत
17: भदंत आनंद कौसल्यायन - संस्कृति

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Solutions for Chapter 5: सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' - उत्साह और अट नहीं रही है
Below listed, you can find solutions for Chapter 5 of CBSE NCERT for Hindi - Kshitij Part 2 Class 10.
NCERT solutions for Hindi - Kshitij Part 2 Class 10 5 सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' - उत्साह और अट नहीं रही है उत्साह [Page 35]
कवि बादल से फुहार, रिमझिम या बरसने के स्थान पर 'गरजने' के लिए कहता है, क्यों?
कविता का शीर्षक उत्साह क्यों रखा गया है?
कविता में बादल किन-किन अर्थों की ओर संकेत करता है?
शब्दों का ऐसा प्रयोग जिससे कविता के किसी खास भाव या दृश्य में ध्वन्यात्मक प्रभाव पैदा हो, नाद-सौंदर्य कहलाता है।उत्साह कविता में ऐसे कौन-से शब्द हैं जिनमें नाद-सौंदर्य मौजूद है, छाँटकर लिखें।
जैसे बादल उमड़-घुमड़कर बारिश करते हैं वैसे ही कवि के अंतर्मन में भी भावों के बादल उमड़-घुमड़कर कविता के रूप में अभिव्यक्त होते हैं। ऐसे ही किसी प्राकृतिक सौंदर्य को देखकर अपने उमड़ते भावों को कविता में उतारिए।
होली के आसपास प्रकृति में जो परिवर्तन दिखाई देते हैं, उन्हें लिखिए।
NCERT solutions for Hindi - Kshitij Part 2 Class 10 5 सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' - उत्साह और अट नहीं रही है अट नहीं रही है [Page 35]
छायावाद की एक खास विशेषता है अंतर्मन के भावों का बाहर की दुनिया से सामंजस्य बिठाना। कविता की किन पंक्तियों को पढ़कर यह धारणा पुष्ट होती है? लिखिए।
कवि की आँख फागुन की सुंदरता से क्यों नहीं हट रही है?
प्रस्तुत कविता में कवि ने प्रकृति की व्यापकता का वर्णन किन रुपों में किया है?
फागुन में ऐसा क्या होता है जो बाकी ऋतुओं से भिन्न होता है?
इन कविताओं के आधार पर निराला के काव्य-शिल्प की विशेषताएँ लिखिए।
NCERT solutions for Hindi - Kshitij Part 2 Class 10 5 सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' - उत्साह और अट नहीं रही है अतिरिक्त प्रश्न
कवि ने क्रांति लाने के लिए किसका आह्वान किया है और क्यों?
कवि युवा कवियों से क्या आवान करता है?
कवि ने ‘नवजीवन’ का प्रयोग बादलों के लिए भी किया है। स्पष्ट कीजिए।
बादल आने से पूर्व प्राणियों की मनोदशा का चित्रण कीजिए।
कवि निराला बादलों में क्या-क्या संभावनाएँ देखते हैं?
कवि ने बादलों के किन-किन विशेषणों का प्रयोग किया है, स्पष्ट कीजिए।
‘कहीं साँस लेते हो’ ऐसा कवि ने किसके लिए कहा है और क्यों?
अथवा
कवि ने फागुन का मानवीकरण कैसे किया है?
‘उड़ने को नभ में तुम पर-पर कर देते हो’ के आलोक में बताइए कि फागुन लोगों के मन को किस तरह प्रभावित करता है?
‘अट नहीं रही है’ कविता के आधार पर फागुन में उमड़े प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
‘अट नहीं रही है’ कविता का प्रतिपाद्य अपने शब्दों में लिखिए।
‘उत्साह’ कविता का उद्देश्य स्पष्ट कीजिए।
Solutions for 5: सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' - उत्साह और अट नहीं रही है

NCERT solutions for Hindi - Kshitij Part 2 Class 10 chapter 5 - सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' - उत्साह और अट नहीं रही है
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