हिंदी

भारत में जनजातियों का वर्गीकरण किस प्रकार किया गया है? - Sociology (समाजशास्त्र)

Advertisements
Advertisements

प्रश्न

भारत में जनजातियों का वर्गीकरण किस प्रकार किया गया है?

दीर्घउत्तर

उत्तर

जनजातियों का वर्गीकरण उनके स्थायी तथा अर्जित लक्षणों के आधार पर किया गया है।
जनजातीय समाज का वर्गीकरण-

  • स्थायी लक्षण
  • अर्जित लक्षण

आकार की दृष्टि से जनजातियों की संख्या सर्वाधिक 70 लाख है, जबकि सबसे छोटी जनजातियों की संख्या अंडमान निकोबार द्वीप समूह में 100 व्यक्तियों से भी कम है। सबसे बड़ी जनजातियाँ गोंड, भील, संथाल, ओराँव, मीना, बोडो और मुंडा हैं, इनमें से सभी की जनसंख्या कम-से-कम 10 लाख है।

shaalaa.com
जनजातीय समुदाय
  क्या इस प्रश्न या उत्तर में कोई त्रुटि है?
अध्याय 3: सामाजिक संस्थाएँ : निरंतरता एवं परिवर्तन - प्रश्नावली [पृष्ठ ६३]

APPEARS IN

एनसीईआरटी Sociology [Hindi] Class 12
अध्याय 3 सामाजिक संस्थाएँ : निरंतरता एवं परिवर्तन
प्रश्नावली | Q 5. | पृष्ठ ६३
Share
Notifications

Englishहिंदीमराठी


      Forgot password?
Use app×