Advertisements
Advertisements
प्रश्न
क्रियापदतालिका पूरयत।
ए.व. | द्विव. | ब.व | पुरुष: | लकार: |
स्पृहयेत् | ...... | ...... | प्रथमः | विधिलिङ् |
उत्तर
ए.व. | द्विव. | ब.व | पुरुष: | लकार: |
स्पृहयेत् | स्पृहयेताम् | स्पृहयेयुः | प्रथमः | विधिलिङ् |
संबंधित प्रश्न
समानार्थकशब्दान् / विरुद्धार्थकशब्दान् लिखत ।
नदी = ______
सन्धिविग्रह कुरुत।
पशुवज्जीवन्ति
प्रश्रनिमांण करुत ।
शृगालः मृगेण सह मित्रताम् एच्छत् |
पूर्वपदं लिखत ।
मृगोऽब्रवीत् = ______ + अब्रवीत्
पूर्वपदं लिखत ।
मृतोऽसि =______ + असि।
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
मृगशृगालौ | ______ | _____ |
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
शुकसारिका: | ______ | ______ |
प्रश्ननिर्माणं कुरुत।
भगवत: वदनं धाम्ना राजते स्म ।
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
पूजार्थम् | ______ | _____ |
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
सविनयम् | ______ | ______ |
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
कणादमुनि: | ______ | ______ |
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
शिशिर ऋतुः | ______ | ______ |
नामतालिकां पूरयत
ए. व. | द्विव | ब.व. | विभक्तिः |
______ | शाखिनौ | ______ | प्रथमा |
नामतालिकां पूरयत
ए. व. | द्विव | ब.व. | विभक्तिः |
रज्जवे | ______ | ______ | चतुर्थी |
तालिकां पूरयत
धातवः | अर्थ : | लकार : | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
दा (३ उ.) | यच्छति | लट् लोट् |
______ | ददाते ददते |
दत्तम् दत्त |
सन्धिविग्रहं कुरुत ।
अद्ययावद्धि ।
सूचनानुसारं कृती: कुरुत ।
जनाः न सन्तुष्टाः । (एकवचने लिखत)
सन्धिविग्रहं कुरुत ।
ददर्शायतलोचना ।
सूचनानुसारं कृती: कुरुत
जटायुः रावणस्य गात्रे व्रणान् चकार (लङ्-लकारे परिवर्तयत ।)
प्रश्ननिर्माणं कुरुत
नक्राद् मुक्तः शङ्करः मातुः चरणी प्राणमत् ।
सूचनानुसारं कृती: कुरुत
सः पठनार्थं गुरुमुपागच्छत् ।
(बहुवचनं कुरुत ।)
सपासविग्रहं कुरुत ।
समस्तपदम् | विग्रहः | समासनाम |
पाषाणखण्डा : | ______ | ______ |
सपासविग्रहं कुरुत ।
समस्तपदम् | विग्रहः | समासनाम |
चरमबिन्दुः | ______ | ______ |
सूचनानुसारं कृती: कुरुत।
छात्राः संस्कृतमपि पठितुं शक्नुवन्ति। (एकवचने परिवर्तयत।)
धातुसाधित-विशेषण-तालिकां पूरयत ।
धातुः | क्त | क्तवतु | कृत्याः | शतृ / शानच् |
ज्ञा (९ उ.प.) | ज्ञात: | ज्ञातवान् | ______ | ______ |
धातुसाधित-विशेषण-तालिकां पूरयत ।
धातुः | क्त | क्तवतु | कृत्याः | शतृ / शानच् |
पा-पिब् (१ प.प.) | ______ | ______ | पेयः | पिबन् |
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहः | समासनाम |
यमराजसहोदरः | ______ | ______ |
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहः | समासनाम |
समीपस्थः | ______ | ______ |
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहः | समासनाम |
विशेषार्हता | ______ | ______ |
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहः | समासनाम |
सावधानमनः | ______ | ______ |
नामतालिकां पूरयत ।
एव् | द्विव | बव | विभक्तिः |
______ | ______ | अम्बूनि | प्रथमा |
सङ्ख्याः अङ्कैः लिखत।
चतुरशीतिः - ______
सङ्ख्याः अक्षरैः लिखत -
६ - ______
समासविग्रहं कुरुत ।
समस्तपदम् | विग्रहः | समासनाम |
व्याघ्रभल्लूको | ______ | ______ |
सङ्ख्याः अक्षरैः लिखत।
९० - ______
मञ्जूषात: क्रियापदानि धातुसाधित-विशेषणानि च पृथक्कुरुत।
क्रियापदम् | धातुसाधित विशेषणम् |
______ | ______ |
(मञ्जूषा - आनयति, हत:, अगच्छत्, कर्तव्यम्, भवेत्)