Advertisements
Advertisements
प्रश्न
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
कणादमुनि: | ______ | ______ |
उत्तर
समस्तपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
कणादमुनि: | कणादः नाम मुनिः | कर्मधारयः |
APPEARS IN
संबंधित प्रश्न
सङ्ख्याः अक्षरैः/अङ्कंः लिखत ।
षट्सप्ततिः - ______
सूचनानुसारं कृतीः कुरुत ।
अहं वाणिज्यशाखायाः स्नातकः।
(वाक्य बहुवचने परिवर्तयत ।)
सङ्ख्याः अक्षै :/अङ्कंः लिखत ।
पञ्चाशीतिः - ______
सुचननुसारं कृतीः कुरुत ।
भूमातुः उपदेशं मनसि निधाय पृथुवैन्यः कृषिकार्यम् अकरोत् । (भूमातुः स्थाने 'भूमि' शब्दस्य योग्यं रूपं लिखत ।)
सन्धिविग्रह कुरुत।
पुरोहितोऽवदत्।
पूर्वपदं लिखत ।
मृतोऽसि =______ + असि।
सूचनानुसारं कृती: कुरुत।
वयम् आनन्देन एकत्र निवसामः। (लटलकारस्थाने लङ्लकार योजयत।)
सूचनानुसारं कृती: कुरुत ।
त्वं किम् इच्छसि ? (त्वम्’ इत्यस्य स्थाने ‘भवान्’ इति योजयत ।)
सूचनानुसार कृती: कुरुत ।
अर्णवः जपाकुसुमं गृहीत्वा प्रविशति ।
(पूर्वकालवाचकम् अव्ययं निष्कासयत ।)
नामतालिकां पूरयत ।
ए.व. | द्विव. | ब.व. | विभक्तिः |
संन्यासिनि | ______ | ______ | सप्तमि |
नामतालिकां पूरयत
ए.व. | द्विव. | ब.व. | विभक्तिः |
______ | त्वचोः | ______ | षष्ठी |
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
पूजार्थम् | ______ | _____ |
समासविग्रहं कुरुत।
समस्तपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
सूक्ष्मकणाः | ______ | ______ |
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
मदान्धः | ______ | ______ |
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
शिशिर ऋतुः | ______ | ______ |
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
दर्शनार्थम् | ______ | ______ |
सन्धिविग्रहं कुरुत ।
अद्ययावद्धि ।
सूचनानुसारं कृती: कुरुत ।
जनाः न सन्तुष्टाः । (एकवचने लिखत)
नाम-तालिकापूर्ति कुरुत
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | विभक्तिः |
______ | ______ | धन्विभ्यः | पञ्चमी |
सन्धिविग्रहं कुरुत।
ततस्सा ।
सूचनानुसारं कृती: कुरुत
जटायुः रावणस्य गात्रे व्रणान् चकार (लङ्-लकारे परिवर्तयत ।)
सपासविग्रहं कुरुत ।
समस्तपदम् | विग्रहः | समासनाम |
सपरिवारम् | ______ | ______ |
समासविग्रहं कुरुत ।
समस्तपदम् | विग्रहः | समासनाम |
अनुत्तमानि | ______ | ______ |
वयं कार्यरता: स्याम ।
(लोट् लकारे परिवर्तयत ।)
धातुसाधित-विशेषण-तालिकां पूरयत ।
धातुः | क्त | क्तवतु | कृत्याः | शतृ / शानच् |
रभ् (१ आ.प.) | रब्धः | ______ | ______ | रभमाण : |
धातुसाधित-विशेषण-तालिकां पूरयत ।
धातुः | क्त | क्तवतु | कृत्याः | शतृ / शानच् |
मुच्-मुञ्च् (६ उ.प.) | ______ | ______ | मोचनीयः | मुञ्चन्: |
सन्धिविग्रहं कुरुत।
तृणैर्गुणत्वमापनर्बध्यन्ते - ______
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहः | समासनाम |
यमराजसहोदरः | ______ | ______ |
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहः | समासनाम |
निद्रामग्नः | ______ | ______ |
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहः | समासनाम |
अभ्युदयकृत् | ______ | ______ |
क्रियापद-तालिकां पूरयत।
एकवचनम् | द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
पुरुषः | लकारः |
______ | लिखेतम् | ______ | मध्यमः | विधिलिङ् |
सङ्ख्याः अङ्कैः लिखत ।
त्र्यशीतिः - ______।
सङ्ख्याः अक्षरैः लिखत ।
२३ - ______
सङ्ख्याः अक्षरैः लिखत -
२ - ______
सङ्ख्याः अक्षरैः लिखत -
६२ - ______
लकारं लिखत ।
अह प्रसन्ना भविष्यामि ।- ______
लकारं लिखत ।
आचार्यः तं प्रणनाम - ______
सङ्ख्याः अङ्कैः लिखत।
नव - ______