Advertisements
Advertisements
प्रश्न
धातुसाधित-विशेषण-तालिकां पूरयत ।
धातुः | क्त | क्तवतु | कृत्याः | शतृ / शानच् |
मुच्-मुञ्च् (६ उ.प.) | ______ | ______ | मोचनीयः | मुञ्चन्: |
उत्तर
धातुः | क्त | क्तवतु | कृत्याः | शतृ / शानच् |
मुच्-मुञ्च् (६ उ.प.) | मुक्त : | मुक्तवान् | मोचनीयः | मुञ्चन्: |
APPEARS IN
संबंधित प्रश्न
सङ्ख्याः अक्षरैः/अङ्कंः लिखत
१० - ______
सुचननुसारं कृतीः कुरुत।
त्वं प्रयत्नेन कृषिकार्यं करोषि। ("त्वं" स्थाने "भवान्" योजयत।)
प्रश्रनिमांण करुत ।
सः वृक्षस्य पृष्ठतः निभृतं स्थितः।
मञ्जूषात: उचितं शब्दं चित्वा तालिकां पूरयत
नीतिनिपुणाः | ______ | ______ | वा| |
______ | समाविशतु | ______ | वा| |
______ | अचचैव | ______ | वा| |
(निन्दन्तु, गच्छतु, युगान्तरे, मरणम्, लक्ष्मी:, स्तुवन्तु ।)
समासविग्रहं कुरुत-
समस्तपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
चिन्ताकुल : | ______ | ______ |
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
अपरिचितः | ______ | _____ |
प्रश्ननिर्माणं कुरुत।
सुगत एवाधिकतम मूल्यं मह्यं दद्यात् ।
सूचनानुसार कृती: कुरुत ।
अहं विस्तरेण पठितुम् इच्छामि । (वाक्यं लङ्लकारे परिवर्तयत ।)
नामतालिकां पूरयत ।
ए.व. | द्विव. | ब.व. | विभक्तिः |
______ | ब्रह्मभ्याम् | ______ | तृतीया |
क्रियापदतालिकां पूरयत
ए.व. | द्विव. | ब.व | पुरुष: | लकार : |
______ | ______ | अभाषध्वम् | मध्यमः | लङ् |
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
परागकणाः | ______ | ______ |
प्रश्ननिर्माणं कुरुत।
गौः मञ्चं समागता ।
सपासविग्रहं कुरुत ।
समस्तपदम् | विग्रहः | समासनाम |
कविपण्डिताः | ______ | ______ |
सपासविग्रहं कुरुत ।
समस्तपदम् | विग्रहः | समासनाम |
सपरिवारम् | ______ | ______ |
समासविग्रहं कुरुत ।
समस्तपदम् | विग्रहः | समासनाम |
अनुत्तमानि | ______ | ______ |
समासविग्रहं कुरुत
समस्तपदम् | विग्रहः | समासनाम |
चिन्तामग्ना | ______ | ______ |
सन्धिविग्रहं कुरुत।
याचको वा = ______ + वा।
धातुसाधित-विशेषण-तालिकां पूरयत ।
धातुः | क्त | क्तवतु | कृत्याः | शतृ / शानच् |
मुच्-मुञ्च् (६ उ.प.) | ______ | ______ | मोचनीय: | मुञ्चन् |
उचितं पर्यायं चित्वा वाक्यं पुनर्लिखत ।
पृष्ठतः ______ युवकाः गोष्ठिषु रताः ।
उचितं पर्यायं चित्वा वाक्यं पुनर्लिखत ।
अस्माभिः संस्कृतस्य अध्ययनं ______ कृतम् ।
क्रियापद-तालिकां पूरयत।
एकवचनम् | द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
पुरुषः | लकारः |
______ | स्तम् | ______ | मध्यमः | लोट् |
क्रियापद-तालिकां पूरयत।
एकवचनम् | द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
पुरुषः | लकारः |
______ | ______ | पूजयाम | प्रथमः | लङ् |
क्रियापद-तालिकां पूरयत।
एकवचनम् | द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
पुरुषः | लकारः |
अकुरुथाः | अकुर्वाथाम् | ______ | मध्यमः | लङ् |
धातुसाधित -विशेषण- तालिकां पूरयत।
धातुः | क्त | क्तवन् | कृत्या | शत्/शानच् |
लम् (१ आ.प.) | ______ | लब्धवान् | लभनीयः | ______ |
सङ्ख्याः अङ्कैः लिखत।
चतुरशीतिः - ______
सङ्ख्याः अक्षरैः लिखत -
६ - ______
सङ्ख्याः अक्षरैः लिखत -
८० - ______
सङ्ख्याः अक्षरैः लिखत -
३२ -______
सङ्ख्याः अक्षरैः लिखत -
५२ - ______
सङ्ख्याः अक्षरैः लिखत -
४८ - ______
सङ्ख्याः अक्षरैः लिखत -
६८ -
सङ्ख्याः अक्षरैः लिखत -
८८ - ______
लकारं लिखत ।
आचार्यः तं प्रणनाम - ______
मञ्जूषातः क्रियापदानि धातुसाधित-विशेषणानि च पृथवकुरुत।
क्रियापदम् | धातुसाधित -विशेषणम् |
______ | ______ |
(मञ्जूषा - अकथयत्, मुक्तः, जानाति, भेतव्यम्, वहतु)
योग्यं पर्यायं चिनुत।
वानराः ______ फलानि खादन्ति।
समासविग्रहं कुरुत।
समस्तपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
अल्पधी: | ______ | ______ |
सङ्ख्या: अङ्कैः लिखत।
एकोनसप्ततिः -
मञ्जूषात: नामानि सर्वनामानि च पृथक्कुरुत।
नाम | सर्वनाम |
______ | ______ |
(मञ्जूषा - अरण्ये, वयम्, नदी, ता:, रथै:)