Advertisements
Advertisements
Question
इतिहास लेखन में इतिहासकार वि. का. राजवाडे के योगदान को स्पष्ट कीजिए।
Solution
भाषा विज्ञान, व्युत्पत्तिशास्त्र तथा इतिहास लेखन में मूलभूत संशोधन करने वाले वि. का. राजवाडे द्वारा इतिहास लेखन में किया गया योगदान आगे दिए अनुसार है -
- राजवाडे ने मराठों के 'इतिहास के साधन' के शीर्षक वाले २२ खंड संपादित किए।
- इतिहास का अर्थ है, तत्कालीन समाज का समग्र जीवन दर्शन। ऐसा विचार उन्होंने प्रस्तुत किया।
- उनके मतानुसार, केवल राजनीतिक हेरफेर तथा सत्ता परिवर्तन के लिए की गई सैनिकी कार्यवाही और युद्ध की घटना ही इतिहास नहीं है।
- उन्होंने भारतीय इतिहासकारों को बताया कि अपना इतिहास स्वयं लिखना चाहिए।
- उनका आग्रह था कि वास्तविक कागज पत्रों के आधार पर इतिहास लिखा जाना चाहिए।
- काल, स्थान तथा व्यक्ति, इन तीनों से निर्मित मानव प्रसंगों का वर्णन इतिहास लेखन में होना चाहिए। इतिहासाचार्य राजवाडे द्वारा किए गए इतिहास लेखन तथा विचारों को इतिहास लेखन के क्षेत्र में एक बड़ा योगदान माना जाता है।
APPEARS IN
RELATED QUESTIONS
संस्कृत ग्रंथ ‘हितोपदेश’ का जर्मन भाषा में ______ ने अनुवाद किया।
निम्न में से असत्य जोड़ी को पहचानकर लिखिए।
निम्न कथनों को कारणसहित स्पष्ट कीजिए।
प्रादेशिक इतिहास लेखन को प्रोत्साहन मिला।
मार्क्सवादी लेखन किसे कहते हैं?
निम्न सारिणी पूर्ण कीजिए।
जेम्स मिल | द हिस्ट्री ऑफ ब्रिटिश इंडिया |
जेम्स ग्रांट डफ | _________________ |
__________ | द हिस्ट्री ऑफ इंडिया |
श्री. अ. डांगे | ________________ |
___________ | हू वेअर द शूद्राज |
निम्न संकल्पनाचित्र को पूर्ण कीजिए।
निम्न अवधारणाओं को स्पष्ट कीजिए।
प्राच्यवादी इतिहास लेखन
निम्न अवधारणाओं को स्पष्ट कीजिए।
राष्ट्रवादी इतिहास लेखन
निम्न अवधारणाओं को स्पष्ट कीजिए।
उपेक्षितों का इतिहास
उन्नीसवीं शताब्दी में स्त्रियों के विषय में लेखन करने वाली लेखिकाओं में ______ का नाम अग्रणी है।