Advertisements
Advertisements
Question
प्रदत्तपदानां विग्रहं कृत्वा समासनाम लिखत-
समस्तपदम् | विग्र: | नाम |
सप्तर्षिः | ______ | ______ |
Solution
समस्तपदम् | विग्र: | नाम |
सप्तर्षिः | सप्तानाम् हृषिणां समासः | द्विगुः |
APPEARS IN
RELATED QUESTIONS
प्रदत्तपदानां विग्रहं कृत्वा समासनाम लिखत-
समस्तपदम् | विग्र: | नाम |
खलसज्जनौ | ______ | _____ |
प्रदत्तपदानां विग्रहं कृत्वा समासनाम लिखत-
समस्तपदम् | विग्र: | नाम |
लौहघटिता | ______ | ______ |
प्रदत्तपदानां विग्रहं कृत्वा समासनाम लिखत-
विग्र: | समस्तपदम् | नाम |
परोषम् उपकार: | ______ | ______ |
प्रदत्तपदानां समासं कृत्वा समासनाम लिखत-
विग्र: | समस्तपदम् | नाम |
धर्मः च अर्थः च | ______ | ______ |
विग्र: | समस्तपदम् | नाम |
लाभः च अलाभः च | ______ | ______ |
अधोलिखितसमस्तपदेभ्यः विग्रहाः, विग्रहेभ्यः च समस्तपदानि लिख्यन्ताम्-
क्रमः | समस्तपदानि | विग्रहः |
1. | ___________ | लम्बम् उदरं यस्य सः |
2. | पीताम्बरः | ___________ |
3. | ___________ | कृतः उपकारः येन सः |
4. | प्रत्युपन्नमतिः | ___________ |
5. | ___________ | गज इव आननं यस्य सः |
6. | चन्द्रमुखी | ___________ |
7. | ___________ | चक्रं पाणौ यस्य सः |
8. | चन्द्रमौलि: | ___________ |
9. | ___________ | बहूनि कमलानि यस्मिन् तत् |
10. | ___________ | जितानि इन्द्रियाणि येन सः |
अधोलिखितसमस्तपदेभ्यः विग्रहान् विग्रहेभ्यः च समस्तपदानि निर्माय तेषां नामानि अपि लिख्यन्ताम्-
क्रमः | समस्तपदम् | विग्रहः | समासनाम |
1. | मेघश्यामः | _____________ | _____________ |
2. | _____________ | न युक्तम् | _____________ |
3. | देहाविनाशाय | _____________ | _____________ |
4. | _____________ | नीलं च तत् कमलम् | _____________ |
5. | _____________ | हर्षेण मिश्रितम् | _____________ |
6. | _____________ | कर्कश: ध्वनिः | _____________ |
7. | _____________ | पञ्चानां वटानां समाहारः | _____________ |
8. | पञ्चानां वटानां समाहारः | _____________ | _____________ |
9. | _____________ | स्थिता प्रज्ञा यस्यः सः | _____________ |
10. | _____________ | माता च पिता च | _____________ |
समाससविग्रहमणां समासनामाभिः सह मेलनं करुत
समासविग्रहः | समासनाम | ||
(1) | विविधानि बीजानि | (अ) | नञ्-तत्पुरुषः। |
(2) | दिने दिने | (आ) | बहुब्रीहिः। |
(3) | लगुडं हस्ते यस्य सः | (इ) | कर्मधारयः। |
(4) | न इच्छा | (ई) | इतरेतर द्वन्द्व :। |
(5) | चिन्ताया मग्ना | (उ) | अव्ययीभाव:। |
(6) | कवयः च पण्डिताः च | (ऊ) | सप्तमी-तत्परुषः। |
समासविग्रहं कुरुत
शुकसारिकाः - ______
तालिकां पूरयत ।
सामासिकपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
प्रजाहितदक्ष | प्रजाहिते दक्षः | ______ |
तालिकां पूरयत
सामासिकपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
विदेशगमनम् | ______ | द्वितीया तत्पुरुषः। |
तालिकां पूरयत
सामासिकपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
विद्याविहीनः | ______ | सप्तमी- तत्पुरुषः । |
तालिकां पूरयत
सामासिकपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
______ | चरणाभ्यां विकलः | सप्तमी- तत्पुरुषः । |
तालिकां पूरयत
सामासिकपदम् | विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
भुजगयमिता | भुजगे : यमिताः। | ______ |
समासविग्रहवाक्यानां समासनामभिः मेलनं कुरुत ।
विग्रहवाक्यम् | समासनाम |
चिन्तया आकुलः | पञ्चमी -तत्पुरुषः |
प्रजाहिते दक्षः | द्वितीया ततयरुषः |
चोरलुण्ठकेभ्यः भयम् | सप्तमी -तत्पुरुषः |
विदेशं गमनम् | तृतीया-तत्मुरुष |
समासानां तालिकापूर्ति कुरुत।
समस्तपदम् | विग्रहः | समासनाम |
मातृसेवा | मातुः सेवा। | ______ |
समासानां तालिकापूर्ति कुरुत।
समस्तपदम् | विग्रह: | समासनाम |
मृगशृगालौ | ______ | इतरेतरद्वन्द्वः |
समासानां तालिकापूर्ति कुरुत।
समस्तपदम् | विग्रह: | समासनाम |
सकोपम् | कोपेन सह | _____ |
अधोलिखितवाक्यम् रेखाङ्कितपद समासं विग्रहं वा प्रदत्तविकल्पेभ्य: चित्वा लिखत।
किं वनराजपदाय सुपात्रं चीयते?
समासविग्रहाणां समासनामभि: सह मेलनं कुरुत।
समासविग्रह: | समासनाम |
रामस्य अभिषेकः। | इतेतर् द्वन्द्व:। |
न शक्यम्। | कर्मधारयः। |
मृगः च शृगाल: च। | षष्ठी तत्पुरुष:। |
सद्गुणा: एव सत्ति:। | अव्ययीभाव:। |
महान् भागः यस्य स:। | नञ्-तत्पुरुष:। |
क्रमम् अनुसृत्य। | बहुव्रीहिः। |