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Question
प्रथम संक्रमण श्रेणी में कौन-सी धातु बहुधा तथा क्यों +1 ऑक्सीकरण अवस्था दर्शाती हैं?
Solution
Cu (3d10 4s1) प्रायः +1 ऑक्सीकरण अवस्था प्रदर्शित करता है तथा Cu+ आयन (3d10) बनाता है, जिसकी अधिक स्थायी विन्यास होता है।
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कारण देते हुए स्पष्ट कीजिए।
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आयरन (II) विलयन
M2+/M तथा M3+/M2+ निकाय के संदर्भ में कुछ धातुओं के EΘ के मान नीचे दिए गए हैं।
Cr2+/Cr | −0.9 V |
Mn2+/Mn | −1.2 V |
Fe2+/Fe | −0.4 V |
Cr3/Cr2+ | −0.4 V |
Mn3+/Mn2+ | +1.5 V |
Fe3+/Fe2+ | +0.8 V |
उपरोक्त आँकड़ों के आधार पर निम्नलिखित पर टिप्पणी कीजिए –
अम्लीय माध्यम में Cr3+ या Mn3+ की तुलना में Fe3+ का स्थायित्व।
M2+/M तथा M3+/M2+ निकाय के संदर्भ में कुछ धातुओं के EΘ के मान नीचे दिए गए हैं।
Cr2+/Cr | −0.9 V |
Mn2+/Mn | −1.2 V |
Fe2+/Fe | −0.4 V |
Cr3/Cr2+ | −0.4 V |
Mn3+/Mn2+ | +1.5 V |
Fe3+/Fe2+ | +0.8 V |
उपरोक्त आँकड़ों के आधार पर निम्नलिखित पर टिप्पणी कीजिए –
समान प्रक्रिया के लिए क्रोमियम अथवा मैंगनीज धातुओं की तुलना में आयरन के ऑक्सीकरण में सुगमता।
आप निम्नलिखित को किस प्रकार से स्पष्ट करेंगे –
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उदाहरण | चुंबकीय आघूर्ण (BM) |
K2[MnCl4] | 5.9 |