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प्रश्न
श्लोकांशान् योजयत–
क | ख |
किं कुर्यात् कातरो युद्धे | अत्रैवोक्तं न बुध्यते। |
विद्वद्भि: का सदा वन्घा | तक्रं शक्रस्य दुर्लभम्। |
कं सञ्जघान कृष्णः | मृगात् सिंहः पलायते |
कथं विष्णुपदं प्रोक्तं | काशीतलवाहिनी गङ्गा। |
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उत्तर
क | ख |
किं कुर्यात् कातरो युद्धे | मृगात् सिंहः पलायते। |
विद्वद्भि: का सदा वन्घा | अत्रैवोक्तं न बुध्यते। |
कं सञ्जघान कृष्णः | का शीतलवाहिनी गङ्गा। |
कथं विष्णुपदं प्रोक्तं | तक्रं शक्रस्य दुर्लभम्। |
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कं सञ्जघान ______ का ______ गङ्गा?
कस्तूरी मृगात् जायते।
मृगात् सिंहः पलायते।
तक्रं शक्रस्य दुर्लभम्।
जयन्तः कृष्णस्य पुत्र:।
सन्धिविच्छेदं पूरयत–
अत्रैवोक्तम् = ______ + ______ + ______
सन्धिविच्छेदं पूरयत–
वृक्षाग्रवासी = ______ + ______
सन्धिविच्छेदं पूरयत–
त्वग्वस्त्रधारी = ______ + ______
सन्धिविच्छेदं पूरयत–
बिभ्रन्न = ______ + ______
पदानि | लिङ्गम् | विभक्तिः | वचनम् |
करिणाम् | ______ | ______ | ______ |
पदानि | लिङ्गम् | विभक्तिः | वचनम् |
बलवन्तम् | ______ | ______ | ______ |
पदानि | लिङ्गम् | विभक्तिः | वचनम् |
शूलपाणिः | ______ | ______ | ______ |
विलोमपदानि योजयत–
जायते | शान्ता |
वीरः | पलायते |
अशान्ता | म्रियते |
मूर्खेः | कातरः |
अत्रैव | विद्वद्भि |
आगच्छति | तत्रैव |
समानार्थकापदं चित्वा लिखत–
अभूत् - ______
समानार्थकापदं चित्वा लिखत–
बुध्यते - ______
समानार्थकापदं चित्वा लिखत–
सञ्जधान - ______