English

NCERT solutions for Sanskrit - Ruchira Class 8 chapter 10 - नीतिनवीनतम् [Latest edition]

Advertisements

Chapters

NCERT solutions for Sanskrit - Ruchira Class 8 chapter 10 - नीतिनवीनतम् - Shaalaa.com
Advertisements

Solutions for Chapter 10: नीतिनवीनतम्

Below listed, you can find solutions for Chapter 10 of CBSE NCERT for Sanskrit - Ruchira Class 8.


अभ्यासः
अभ्यासः [Pages 71 - 73]

NCERT solutions for Sanskrit - Ruchira Class 8 10 नीतिनवीनतम् अभ्यासः [Pages 71 - 73]

अधोलिखितानि प्रश्नानाम् उत्तराणि एकपदेन लिखत–

अभ्यासः | Q 1. (क) | Page 71

नृणां संभवे कौ क्लेशं सहेते?

अभ्यासः | Q 1. (ख) | Page 71

कीदृशं जलं पिबेत्?

अभ्यासः | Q 1. (ग) | Page 71

नीतिनवनीतम् पाठः कस्मात् ग्रन्थात् सङ्कलित?

अभ्यासः | Q 1. (घ) | Page 71

कीदृशीं वाचं वदेत्?

अभ्यासः | Q 1. (ङ) | Page 71

दुःखं किं भवति?

अभ्यासः | Q 1. (च) | Page 71

आत्मवशं किं भवति?

अभ्यासः | Q 1. (छ) | Page 71

 कीदृशं कर्म समाचरेत्?

अधोलिखितानि प्रश्नानाम् उत्तराणि पूर्णवाक्येन लिखत–

अभ्यासः | Q 2. (क) | Page 71

पाठेऽस्मिन् सुखदुःखयों किं लक्षणम् उक्तम्?

अभ्यासः | Q 2. (ख) | Page 71

वर्षशतैः अपि कस्य निष्कृतिः कर्तुं न शक्या?

अभ्यासः | Q 2. (ग) | Page 71

"त्रिषु तुष्टेषु तपः समाप्यते" – वाक्येऽस्मिन् त्रयः के सन्ति?

अभ्यासः | Q 2. (घ) | Page 71

अस्माभिः कीदृशं कर्म कर्तव्यम्?

अभ्यासः | Q 2. (ङ) | Page 71

अभिवादनशीलस्य कानि वर्धन्ते?

अभ्यासः | Q 2. (च) | Page 71

सर्वदा केषां प्रियं कुर्यात्?

अभ्यासः | Q 3. (क) | Page 71

स्थूलपदान्यवलम्बय प्रश्ननिर्माणं कुरुत–

वृद्धोपसेविनः आयुविर्द्या यशो बलं न वर्धन्ते।

अभ्यासः | Q 3. (ख) | Page 71

स्थूलपदान्यवलम्बय प्रश्ननिर्माणं कुरुत–

मनुष्यः सत्यपूतां वाचं वदेत्।

अभ्यासः | Q 3. (ग) | Page 71

स्थूलपदान्यवलम्बय प्रश्ननिर्माणं कुरुत–

त्रिषु तुष्टेषु सर्वं तपः समाप्यते।

अभ्यासः | Q 3. (घ) | Page 72

स्थूलपदान्यवलम्बय प्रश्ननिर्माणं कुरुत–

मातापितरौ नृणां सम्भवे अकथनीयं क्लेशं सहेते।

अभ्यासः | Q 3. (ङ) | Page 72

तयोः नित्यं प्रियं कुर्यात्।

अभ्यासः | Q 4. (क) | Page 72

संस्कृतभाषयां वाक्यप्रयोगं कुरुत–

विद्या।

अभ्यासः | Q 4. (ख) | Page 72

संस्कृतभाषयां वाक्यप्रयोगं कुरुत–

तपः।

अभ्यासः | Q 4. (ग) | Page 72

संस्कृतभाषयां वाक्यप्रयोगं कुरुत–

समाचरेत् ।

अभ्यासः | Q 4. (घ) | Page 72

संस्कृतभाषयां वाक्यप्रयोगं कुरुत–

परितोष:।

अभ्यासः | Q 4. (ङ) | Page 72

संस्कृतभाषयां वाक्यप्रयोगं कुरुत–
नित्यम् ।

शुद्धवाक्यानां समक्षम् आम् अशुद्धवाक्यानां समक्षं च नैव इति लिखत–

अभ्यासः | Q 5. (क) | Page 72

अभिवादनशीलस्य किमपि न वर्धते।

  • आम्

अभ्यासः | Q 5. (ख) | Page 72

मातापितरौ नृणां सम्भवे कष्टं सहेते।

  • आम्

अभ्यासः | Q 5. (ग) | Page 72

 आत्मवशं तु सर्वमेव दुःखमस्ति।

  • आम्

अभ्यासः | Q 5. (घ) | Page 72

येन पितरौ आचार्यः च सन्तुष्टाः तस्य सर्वं तपः समाप्यते।

  • आम्

अभ्यासः | Q 5. (ङ) | Page 72

मनुष्यः सदैव मनः पूतं समाचरेत्।

  • आम्

अभ्यासः | Q 5. (च) | Page 72

मनुष्यः सदैव तदेव कर्म कुर्यात् येनान्तरात्मा तुष्यते।

  • आम्

समुचितपदेन रिक्तस्थानानि पूरयत–

अभ्यासः | Q 6. (क) | Page 72

मातापित्रे: तपसः निष्कृतिः ______ कर्तुमशक्या।

  • दशवर्षैरपि

  • षष्टिः वर्षैरपि

  • वर्षशतैरपि

अभ्यासः | Q 6. (ख) | Page 72

नित्यं वृद्धोपसेविनः ______ वर्धन्ते

  • चत्वारि

  • पञ्च

  • षट्

अभ्यासः | Q 6. (ग) | Page 72

त्रिषु तुष्टेषु  ______ सर्वं समाप्यते । 

  • जपः

  • तप:

  • कर्म:

अभ्यासः | Q 6. (घ) | Page 72

एतत् विद्यात् ______ लक्षणं सुखदुःपयोः। 

  • शरीरेणा

  • समासेन

  • विस्तारेण

अभ्यासः | Q 6. (ङ) | Page 72

दृष्टिपूतम् न्यसेत् ______।

  • हस्तम्

  • पादम्

  • मुखम्

अभ्यासः | Q 6. (च) | Page 72

मनुष्यः मातापित्रो: आचार्यस्यय च सर्वदा ______ कुर्यात्।

  • प्रियम्

  • अप्रियम्

  • अकार्यम्

मञ्जूषातः चित्वा उचिताव्ययेन वाक्यपूर्ति कुरुत–

अभ्यासः | Q 7. (क) | Page 72

तयोः______ प्रियं कुर्यात्।

  • तावत्

  • अपि

  • एव

  • यथा

  • नित्यं

  • यादृशम्

अभ्यासः | Q 7. (ख) | Page 73

______ कर्म करिष्यसि। तादृशं फलं प्राप्स्यसि।

  • तावत्

  • अपि

  • एव

  • यथा

  • नित्यं

  • यादृशम्

अभ्यासः | Q 7. (ग) | Page 73

वर्षशतैः______ निष्कृतिः न कर्तुं शक्या।

  • तावत्

  • अपि

  • एव

  • यथा

  • नित्यं

  • यादृशम्

अभ्यासः | Q 7. (घ) | Page 73

तेषु ______ त्रिषु तुष्टेषु तपः समाप्यते।

  • तावत्

  • अपि

  • एव

  • यथा

  • नित्यं

  • यादृशम्

अभ्यासः | Q 7. (ङ) | Page 73

______ राजा तथा प्रजा।

  • तावत्

  • अपि

  • एव

  • यथा

  • तावत्

अभ्यासः | Q 7. (च) | Page 73

यावत् सफलः न भवति ______ परिश्रमं कुरु।

  • तावत्

  • अपि

  • एव

  • यथा

  • नित्यं

  • यादृशम्

Solutions for 10: नीतिनवीनतम्

अभ्यासः
NCERT solutions for Sanskrit - Ruchira Class 8 chapter 10 - नीतिनवीनतम् - Shaalaa.com

NCERT solutions for Sanskrit - Ruchira Class 8 chapter 10 - नीतिनवीनतम्

Shaalaa.com has the CBSE Mathematics Sanskrit - Ruchira Class 8 CBSE solutions in a manner that help students grasp basic concepts better and faster. The detailed, step-by-step solutions will help you understand the concepts better and clarify any confusion. NCERT solutions for Mathematics Sanskrit - Ruchira Class 8 CBSE 10 (नीतिनवीनतम्) include all questions with answers and detailed explanations. This will clear students' doubts about questions and improve their application skills while preparing for board exams.

Further, we at Shaalaa.com provide such solutions so students can prepare for written exams. NCERT textbook solutions can be a core help for self-study and provide excellent self-help guidance for students.

Concepts covered in Sanskrit - Ruchira Class 8 chapter 10 नीतिनवीनतम् are नीतिनवनीतम्, संस्कृत व्याकरण ( ८ वीं कक्षा).

Using NCERT Sanskrit - Ruchira Class 8 solutions नीतिनवीनतम् exercise by students is an easy way to prepare for the exams, as they involve solutions arranged chapter-wise and also page-wise. The questions involved in NCERT Solutions are essential questions that can be asked in the final exam. Maximum CBSE Sanskrit - Ruchira Class 8 students prefer NCERT Textbook Solutions to score more in exams.

Get the free view of Chapter 10, नीतिनवीनतम् Sanskrit - Ruchira Class 8 additional questions for Mathematics Sanskrit - Ruchira Class 8 CBSE, and you can use Shaalaa.com to keep it handy for your exam preparation.

Share
Notifications

Englishहिंदीमराठी


      Forgot password?
Use app×